करछली में सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री पर पकड़ी, उपकरण जब्त
Sambhal News - करछली गांव में मंगलवार सुबह खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारा। इस दौरान पाम ऑयल, स्कीम्ड मिल्क पाउडर और अन्य रसायनों का जखीरा बरामद किया गया।...

कैला देवी थाना क्षेत्र के करछली गांव में मंगलवार सुबह खाद्य सुरक्षा विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने नकली दूध बनाने की फैक्ट्री पर छापा मारकर बड़े स्तर पर गोरखधंधे का खुलासा किया। छापे के दौरान मौके से पाम ऑयल, स्कीम्ड मिल्क पाउडर, मोनोसोडियम ग्लूटामेट पाउडर सहित दूध बनाने वाले अन्य रसायनों का भारी जखीरा बरामद किया गया। थानाक्षेत्र के करछली गांव में धर्मवीर और जगवीर घर में वर्षों से सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। मंगलवार सुबह को खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुधीर कुमार सिंह और रामजीत सिंह ने थाना पुलिस के साथ छापेमारी की। पुलिस टीम का नेतृत्व कैला देवी थाना प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह कर रहे थे। टीम ने पहुंचते ही फैक्ट्री संचालक दोनों भाई मौका पाकर भाग गए। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम और पुलिस ने छह घंटे तक छापेमारी अभियान चलाया, जिसके दौरान उन्होंने मौके पर दूध से भरे टैंकर और बर्फ से भरी बोलेरो पिकअप को भी जब्त किया गया। इसके अलावा दूध ठंडा करने के लिए लगाई गई चिलर मशीन भी सक्रिय अवस्था में मिली। स्थानीय लोगों के अनुसार, यह गोरखधंधा कई वर्षों से चल रहा था, लेकिन पहली बार इतनी बड़ी कार्रवाई हुई है। पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की इस संयुक्त कार्रवाई से इलाके में हड़कंप मच गया है। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राहुल सिंह ने बताया कि उनकी टीम ने छापेमारी कर सिंथेटिक दूध बनाने का धंधा पकड़ा है। मौके से दूध व दूध बनाने के सामान को जब्त किया गया है। इस गोरखधंधे को संचालित करने वाले दोनों भाईयों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए थाने में तहरीर दी गई है। बाद में आईपीएस एएसपी आलोक भाटी ने भी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण किया।
गजरौला और नाधौस प्लांट पर सप्लाई हो रहा था दूध
करछली गांव में तैयार किए जा रहे सिंथेटिक दूध को अमरोहा जिले के गजरौला और बहजोई क्षेत्र के नाधौस गांव स्थित प्लांट पर सप्लाई किया जा रहा था। इसके अलावा छोटे कारोबारियों को भी दूध की सप्लाई की जा रही थी। खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों की मानें, तो रोजाना 5 से 6 हजार लीटर सिंथेटिक दूध को गजरौला में सप्लाई किया जाता था। एक कैंटर दूध नाधौस प्लांट पर भी बेचा जा रहा था। इस गोरखधंधे से हर महीने लाखों रुपये की कमाई हो रही थी। मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राहुल सिंह ने मंगलवार शाम को टीम को लेकर नाधौस प्लांट पर भी छापेमारी की और वहां से दूध के दो सैंपल लिए। राहुल सिंह ने बताया कि यहां करछली गांव से रोजाना दूध का कैंटर आता था। दो सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
चोरी की बिजली से चल रही थी सिंथेटिक दूध बनाने की फैक्ट्री
करछली गांव में जिस मकान में सिंथेटिक दूध बनाने का कारोबार वर्षों से संचालित हो रहा था। उस मकान में बिजली भी चोरी की इस्तेमाल की जा रही थी। पुलिस और खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने जब छापेमारी की, तो चिलर मशीन व अन्य उपकरण चोरी की बिजली से चलाए जा रहे थे। पुलिस ने बिजली विभाग के अधिकारियों को मामले की जानकारी दी। सूचना पाकर बिजली विभाग के एसडीओ मनोज कुमार और जेई लखपत सिंह भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने पाया कि मकान में बाईपास से बिजली की सप्लाई दी जा रही थी, जिससे चिलर मशीन व अन्य उपकरण चलाए जा रहे थे। एसडीओ ने बताया कि पूरी कार्रवाई की वीडियोग्राफी कर ली गई है और बिजली चोरी के मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की तैयारी की जा रही है।
मिलावट का गढ़ बनता जा रहा है संभल
जनपद में मिलावटी पदार्थों की भरमार देखने को मिल रही है। कुछ दिन पूर्व पुलिस ने नकली मोबिल बनाने की फैक्ट्रियों का भंडाफोड़ करते हुए कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। चार दिन पूर्व पुलिस ने चोरी के वाहन काटने वाली फैक्ट्री में छापामार घटना का उजागर किया। अभी यह मामला शांत भी नहीं हुआ कि मंगलवार को पुलिस व खाद्य विभाग की टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर नकली दूध बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। जो संभल जनपद को नए हब के रूप में लोग देख रहे हैं।
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