शहर में न टैक्सी स्टैंड और न ही चालकों को मिल रहीं सुविधाएं
Sambhal News - संभल में टैक्सी चालकों को बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्य समस्या टैक्सी स्टैंड का न होना है, जिससे उन्हें सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी करनी पड़ती हैं। चालकों ने प्रशासन से स्थायी...

संभल। शहर में टैक्सी चालकों को लंबे समय से बुनियादी सुविधाओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या टैक्सी स्टैंड की है। जो अब तक शहर में नहीं बनाया गया है। इसकी वजह से टैक्सी चालकों को अपनी गाड़ियां सड़क किनारे खड़ी करनी पड़ती हैं। जिससे ट्रैफिक बाधित होता है और पुलिस द्वारा चालान काटे जाने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उसके बाद भी टैक्सी संचालक व चालकों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। टैक्सी चालक अपनी जान जोखिम में डालकर दिन-रात लोगों को अपनी मंजिल पर पहुंचाने काम करते हैं। शहर में हजारों की संख्या में टैक्सी चालक हैं। जिन्हें बुनियादी सुविधाएं नहीं मिल पा रही है। टैक्सी चालकों की सबसे बड़ी समस्या टैक्सी स्टैंड न होना है। ऐसे में चालक टैक्सी को सड़क किनारे खड़ी करते हैं। ऐसे में यातायात भी बाधित होता है और पुलिस आये दिन टैक्सी के चालान कर देती है। जिसकी वजह से नुकसान उठाना पड़ता है। टैक्सी चालकों ने बताया कि एक स्थायी टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था न होने के कारण वे हमेशा असुरक्षा की स्थिति में रहते हैं। चालकों ने मांग की है कि जल्द से जल्द शहर में एक उचित स्थान पर टैक्सी स्टैंड बनाया जाए, ताकि वे बिना किसी डर के अपने वाहनों को खड़ा कर सकें। इससे यात्रियों को सुविधा मिल सके। इसके अलावा उन्हें अब तक आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। उनका कहना है कि अक्सर सड़क पर रहने की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं, लेकिन इलाज महंगा होने के कारण वे ठीक से उपचार नहीं करवा पाते। यदि सरकार उन्हें इस योजना के तहत जोड़े, तो वे बेहतर इलाज करवा सकेंगे और उनका जीवन सुधरेगा। वेतन को लेकर भी टैक्सी चालकों ने नाराजगी जताई। मौजूदा समय में महंगाई इतनी बढ़ चुकी है कि आठ हजार रुपये में घर चलाना मुश्किल हो गया है। उन्होंने प्रशासन और मालिकों से मांग की कि टैक्सी चालकों की सैलरी में बढ़ोतरी की जाए। ताकि वे अपने परिवार का भरण-पोषण ठीक ढंग से कर सकें और अपना जीवन यापन बेहतर तरीके से कर सकें।
चुनावों में देते हैं प्रशासन का साथ, फिर भी अनदेखी
संभल। शहर में हजारों की संख्या में टैक्सी हैं। जो चुनाव के समय में प्रशासन का सहयोग करते हैं। हर चुनाव के दौरान प्रशासन उनके निजी वाहनों को चुनाव ड्यूटी में लगाता है। वे बिना किसी विरोध के प्रशासन का साथ देते हैं, लेकिन फिर भी उनके मुद्दों की अनदेखी की जाती है। जिसकी वजह से उन्हें दुख होता है। प्रशासन को चालकों की बुनियादी समस्याओं पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है।
हर रोज डर लगा रहता है कि कहीं चालान न कट जाए। हमें मजबूरी में सड़क किनारे टैक्सी खड़ी करनी पड़ती है, क्योंकि शहर में कोई टैक्सी स्टैंड नहीं है। प्रशासन एक स्थायी टैक्सी स्टैंड जल्द से जल्द बनाया जाए, ताकि हमें रोज की परेशानी से राहत मिले।
- मोहम्मद जीशान
टैक्सी चालकों को आयुष्मान योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। अगर हमें भी इस योजना से जोड़ा जाए। तो इलाज कराना आसान हो जाएगा। हम दिन-रात मेहनत करते हैं, लेकिन सुविधाएं नहीं मिल रही है।
- बुन्दु
हर चुनाव में प्रशासन हमसे सहयोग लेता है। हम अपनी टैक्सियां ड्यूटी पर लगाते हैं, लेकिन जब हमें जरूरत होती है तो कोई हमारी सुनवाई नहीं करता। प्रशासन को हमारी समस्याओं का ध्यान रखना चाहिए। जिससे हम परिवार का पालन पोषण कर सकें।
- राजू
पिछले कई वर्षों से प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि संभल शहर में एक उचित टैक्सी स्टैंड की व्यवस्था की जाए, लेकिन आज तक हमारी बात नहीं सुनी गई। टैक्सी चालक रोजाना सड़क किनारे गाड़ियां खड़ी करने को मजबूर हैं। जिससे पुलिस चालान कर देती है और चालकों को मानसिक व आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है।
- मोहम्मद जरीफ, जिला प्रसिडेंट, ऑल ड्राइवर वेलफेयर एसोसिएशन संभल
शहर में टैक्सी स्टैंड को लेकर कार्ययोजना बनाकर स्थान कर चयन किया जा रहा है। जल्द कार्ययोजना धरातल पर दिखाई देगी। जिसका टैक्सी चालक लाभ उठा सकेंगे।
- डा. वंदना मिश्रा, एसडीएम, संभल
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