एकता ही हमारी पहचान, देश के लिए जान भी कुर्बान
Santkabir-nagar News - हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच सीज फायर की घोषणा ने लोगों को राहत दी। मुस्लिम समुदाय ने भारतीय सेना की कार्रवाई की सराहना की और आतंकवाद के खिलाफ एकता की आवश्यकता पर जोर दिया। सभी ने कहा कि आतंकवाद का...

हिन्दुस्तान टीम, संतकबीरनगर। हिन्दुस्तान और पाकिस्तान के बीच शनिवार को सीज फायर की घोषणा होने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। सभी ने इस सूचना को जहां राहत भरी बताया वहीं आगे आतंकी घटना होने पर फिर से कड़ी कार्रवाई की बात कही। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान के बोले संतकबीरनगर की कड़ी में शनिवार को हिन्दुस्तान टीम ने जिले के मुस्लिम समुदाय के लोगों से संवाद स्थापित किया तो लोगों ने खुलकर अपनी बात रखी। लोगों ने कहा कि आपसी एकता और अखंडता हमारे देश की पहचान रही है। देश की आन, बान और शान के लिए हर स्तर तक उतरने के लिए सभी हमेशा तैयार रहते हैं।
विपरीत परिस्थितियों में हम और मजबूती से एक साथ खड़े होते हैं। आतंकियों की आड़ लेकर किसी संप्रदाय या विशेष वर्ग को निशाना बनाने के बाद भारतीय सेना के शूरवीरों द्वारा पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब देना हमारे लिए फक्र का विषय है। आतंकियों का समूल नाश होना चाहिए। भारतीय सेना ने उसके नापाक इरादों पर हर पल पानी फेर दिया। भारतीय सेना की ऑपरेशन ‘सिंदूर की कार्रवाई ने हर हिन्दुस्तानी का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। खलीलाबाद शहर में मुस्लिम आबादी अच्छी संख्या में है। सभी के बीच भारतीय सेना की कार्रवाई चर्चा का विषय है। हर कोई सेना के शौर्य को लेकर गौरवान्वित है। सभी चाहते हैं आतंक का अंत हो। सभी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान को उसी औकात दिखा दी। भारतीय सेना ने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। मोहम्मद युनूस अख्तर ने कहा कि हिन्दुस्तान में सभी धर्म, समुदाय के लोग आपसी भाईचारा के साथ रहते हैं। सभी के दिल में हिन्दुस्तान बसता है। जिस तरह से पहलगाम में आतंकियों ने घटना को अंजाम दिया, उससे हर कोई आहत हुआ। हमारी सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को मिटाकर पहलगाम का बदला ले लिया है। सेना ने पाकिस्तान के हर नापाक हरकत का करारा जवाब दिया। इससे पाकिस्तान की सेना और सरकार घबरा गई है। मोहम्मद असलम कहते हैं कि पहलगाम में जो हुआ, उससे बुरा कुछ और नहीं हो सकता था। इस हमले से देश को तोड़ने की साजिश थी, लेकिन एकजुटता ही हमारी पहचान रही है। हमारे देश के सैनिकों ने जिस तरह से ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया है, उससे एक बात तो साफ है कि अब अगर कोई भारत को छेड़ेगा तो भारत उसे छोड़ेगा नहीं। महुली क्षेत्र के मड़हा राजा निवासी शायर असद मेहताब ने कहा कि आतंकवाद पर भारत ने करारा प्रहार किया है। भारतीय सेना की कार्रवाई ने आतंकियों का खात्मा किया ही साथ ही उनके आकाओं को घुटने टेकने के लिए मजबूर भी कर दिया। सेना पाकिस्तान के हर हमले का ऐसा जवाब दिया कि उनकी सात पुश्तें कार्रवाई को याद करेंगी। दहशतगर्दी का कोई मजहब नहीं है। पहलगाम में जो हुआ वह जेहन में आते ही रूह कांप जाती है। जिन बहनों के सिंदूर मिटे हैं, उन्हें तो नहीं लाया जा सकता है, लेकिन सेना ऐसी कार्रवाई की है कि पूरे विश्व में भारत एक नजीर बन गया। ऑपरेशन सिंदूर ने बहनों को हौसला तो दिया है, लेकिन पाकिस्तान को और कड़ा सबक देने की जरूरत थी। हम भारतीय एकजुट हैं। जरूरत पड़ी तो मुल्क के लिए अपनी जान भी कुर्बान कर देंगे। खलीलाबाद शहर के मास्टर अख्तर आलम ने कहा कि इस्लाम में आतंकवाद का कोई स्थान नहीं है। हम सभी हर रोज की नमाज में मुल्क की सलामती और अपने सैनिकों की हिफाजत के लिए दुआ मांग रहे थे। हमें अपने सैनिकों पर पूरा भरोसा था। उनके भरोसे ही हम अमन और चैन से हैं। मोहम्मद अजीम ने कहा कि इस्लाम में दहशतगर्दी यानी आतंकवाद का कोई स्थान नहीं है। इस्लाम भाईचारा और मोहब्बत का पैगाम देता है। इस्लाम हर इंसान को उसका हक बताता है। पूरी दुनिया से दहशतगर्दी खत्म होनी चाहिए। फौज की हौसला आफजाई करता हूं। वीर जवानों को सलाम करता हूं, उनकी बहादुरी की दाद देता हूं। उनकी बहादुर के बदौलत ही हम देश में सुरक्षित है। कौमी एकता ही हमारी ताकत विधियानी निवासी शिक्षक मोहिबुल्लाह खान ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ हिन्दू-मुस्लिम एकता ही हमारी असली ताकत है। इसी ताकत को खत्म करने के लिए आतंकी दरिंदों ने पहलगाम की घटना को अंजाम दिया था, लेकिन सेना की कार्रवाई और देश की एकता ने आतंकियों को यह बता दिया है कि पूरा देश आतंकवाद के खिलाफ खड़ा है। पाकिस्तान की तरफ से हो रहे हमले का जवाब जिस तरह से देश की सेना ने दिया, उससे पाकिस्तान घुटनों के बल आ गया। हमारी यह कामना है कि आतंकियों के समूल नाश होने तक सेना अपनी कार्रवाई जारी रखे। आतंकवाद को धर्म से न जोड़ें, हो खात्मा शिक्षक शोएब अहमद कहते हैं कि आतंकवाद को मिटाना ही अंतिम विकल्प है। इसके लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं और आवश्यकता पड़ने पर तन-मन-धन लगा देंगे। आतंकवाद को धर्म से नहीं जोड़ा जाना चाहिए क्योंकि, इस्लाम कभी भी दहशतगर्दी की बात नहीं कहता है। पाकिस्तान ने हमेशा से ही आतंकवाद को बढ़ावा दिया है। यह बात दुनिया जानती है। सीज फायर जरूर हो गया है। पर अब यह सही वक्त है कि सेना आतंकवादियों और आतंकी आकाओं को मारकर दुनिया में एक नजीर पेश करें। इसके लिए मुस्लिम समाज हर कुर्बानी देने को तैयार है।
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