Development Challenges in Harirpur Municipality Residents Demand Urban Amenities पेयजल, जलनिकासी और रास्ते की समस्या से जूझ रहे नई आबादी में बसे लोग, Santkabir-nagar Hindi News - Hindustan
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पेयजल, जलनिकासी और रास्ते की समस्या से जूझ रहे नई आबादी में बसे लोग

Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले की सबसे विकसित नगर पंचातय हरिहरपुर में भी

Newswrap हिन्दुस्तान, संतकबीरनगरFri, 25 April 2025 02:13 PM
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पेयजल, जलनिकासी और रास्ते की समस्या से जूझ रहे नई आबादी में बसे लोग

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिले की सबसे विकसित नगर पंचातय हरिहरपुर में भी कुछ क्षेत्रों में बदहाली है। नई बसी आबादी को अभी शहरी सुविधाएं नहीं मिल पा रही हैं। जल निकासी, पेयजल, बिजली, मार्ग सहित अन्य समस्याओं से यहां के लोग जूझ रहे हैं। नगर पंचायत की ओर से पहल तो की जा रही है लेकिन वह नाकाफी है। नई बसी आबादी के विकास को लेकर एक वृहद प्लान बनाए जाने की जरूरत है। जिससे नगर पंचायत के पुरानी आबादी की तरह ही नई बस्ती के लोग भी शहरी सुविधा का लाभ ले सकें। स्थानीय लोग नगर पंचायत के जिम्मेदारों की ओर टकटकी लगाए देख रहे हैं।

नगर पंचायत हरिहरपुर जिले ही नहीं अगल-बगल के जनपदों की नगर पंचायतों में सबसे विकसित नगर पंचायत है। यहां की सड़कें जिला मुख्यालय से भी चौड़ी और चकाचक हैं। प्रत्येक गली पक्की है। जल निकासी से लेकर अन्य सभी प्रबंध बेहतर हैं। सफाई में नगर पंचातय नम्बर वन है। नगर पंचायत के क्षेत्र में प्रवेश करते हैं यह प्रतीत होता है कि प्रदेश की राजधानी में आ गए हों। यहां के ज्यादातर परिवारों के पास पक्के मकान हैं। प्रधानमंत्री आवास शहरी योजना के तहत नगर पंचायत राष्ट्रीय स्तर पर पुस्कृत भी हो चुकी है। लेकिन इस नगर पंचायत का दूसरा पहलू भी है। यहां के विभिन्न वार्ड की नई बसी आबादी आज भी सुविधाओं को तरस रही है। बढ़ती आबादी के कारण तमाम लोग ऐसे हैं जो घनी आबादी से निकलकर बाहर खेतों में बस गए। धीरे-धीरे नगर पंचायत का दायरा बढ़ गया, लेकिन नई बसी आबादी तक विकास की बयार नहीं पहुंच सकी है। सभी को पक्के मकान तो जरूर मिल गए, लेकिन कच्चे रास्ते से आना-जाना मजबूरी है। जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण बरसात में यहां के लोग काफी समस्या झेलते हैं। पेयजल की भी व्यवस्था नहीं है। बिजली की सप्लाई बांस-बल्ली के सहारे होती है। स्थानीय लोग विकास की राह देख रहे हैं। लोगों की मानें तो नई बसी आबादी के विकास के लिए वृहद कार्ययोजना बनाए जाने की जरूरत है।

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पथ प्रकाश की भी नहीं है व्यवस्था

नगर पंचायत की नई बसी आबादी में पथ प्रकाश की भी व्यवस्था नहीं है। नगर पंचायत के सभी वार्ड में स्ट्रीट लाइट लगाई गई है। लेकिन नई बस्ती में कहीं भी पथ प्रकाश की व्यवस्था नहीं है। इस क्षेत्र में रह रहे लोग अंधेरे में रहने को मजबूर हैं। सभी की मांग है कि जिस तरह से वार्डों में पथ प्रकाश की व्यवस्था है उसी तरह उनके तरफ भी किया जाना चाहिए।

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वार्ड के जलाशयों के विकास की दरकार

नगर पंचायत हरिहरपुर के विभिन्न वार्ड में कई जलाशय ऐसे हैं जिनका विकास नहीं हो पाया है। इन जलाशयों को आदर्श जलाशय बनाए जाने की जरूरत है। इनके सुन्दरीकरण के लिए वृहद कार्ययोजना को बनाए जाने की जरूरत है। जलाशयों के सुन्दरीकरण से जहां गर्मी में राहत मिलेगी वहीं नगर पंचायत के लोगों को इसका सीधा लाभ मिल सकेगा।

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नगर पंचायत को राष्ट्रीय स्तर पर मिल चुका है पुरस्कार

नगर पंचायत हरिहरपुर वैसे तो अपने विकास को लेकर हमेशा चर्चा में रहती है। नगर पंचायत को राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार मिल सका है। प्रधानमंत्री आवास शहरी में सबसे अधिक आवास बनाने के कारण देश में नगर पंचायत को तीसरा पुरस्कार मिला है। वहीं स्वच्छता में नगर पंचायत को प्रदेश में चौथा स्थान प्राप्त हो चुका है और जिम्मेदार पुरस्कृत हो चुके हैं।

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नगर पंचायत का कार्यालय लगता है कॉर्पोरेट ऑफिस

हरिहरपुर नगर पंचायत का कार्यालय इतना आर्कषक है कि वहां पहुंचने वाले लोग उसे देख चकित रह जाते हैं। कार्यालय की मल्टीस्टोरी बिल्डिंग बनी है। इसके भीतर कार्पोरेट ऑफिस की तरह केबिन और चैम्बर बनाया गया है। इसके अलावा परिसर में ही तालाब है, जिसका सुन्दरीकरण कराए जाने के साथ ही उसमें फौव्वारा भी लगाया गया है। थोड़ी दूर पर स्थित मन्दिर वहां का आकर्षण और बढ़ा देता है। स्थानीय लोग सुबह और शाम के समय यहां पर मनोरंजन के लिए आते हैं।

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नगर पंचायत में प्रवेश करते ही दिखती है विकास की तस्वीर

नगर पंचायत हरिहरपुर के विकास की तस्वीर वहां की सीमा में प्रवेश करते ही दिखने लगती हैं। चौड़ी सड़कें, आर्कषक डिवाइडर बनाए गए हैं। स्ट्रीट लाइट से जलने पर शाम के समय वहां की खूबसूरती और बढ़ जाती है। नगर के सभी वार्ड के रास्तों को पक्का कराया ही है साथ ही जल निकासी की भी बेहतर व्यवस्था है। लेकिन आवास निर्माण के कारण कुछ वार्ड में रास्तों व जल निकासी की दिक्कतें बढ़ गई हैं। इसके चलतें नए सिरे से सड़कें और नाली के पुनर्निर्माण की जरूरत है।

चेयरमैन हरिहरपुर रविन्द्र प्रताप उर्फ पप्पू शाही ने कहा कि नगर पंचायत का सर्वांगीण विकास ही पहली प्राथमिकता है। हरिहरपुर नगर पंचायत प्रदेश की टॉप नगर पंचायत में शामिल है। नगर पंचायत के क्षेत्र में तमाम नई आबादी बसी है। जहां पेयजल, नाली और रास्ते की समस्या है। इसको विकसित करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। सभी वार्ड के विकास की कार्ययोजना तैयार की जा रही है। क्षेत्रीय विधायक गणेश चन्द्र चौहान का विशेष सहयोग मिल रहा है। जल्द ही सभी कार्यों को अमलीजामा पहना लिया जाएगा।

विधायक धनघटा गणेश चन्द्र चौहान नगर पंचायत हरिहरपुर की नई बसी आबादी और मलिन बस्ती के विकास को लेकर कार्ययोजना तैयार कराने के निर्देश दिए गए हैं। जल्द से जल्द कार्ययोजना को तैयार कराते हुए नगर विकास मंत्री से मिलकर उसे उनके समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। नगर पंचायत के विकास को तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा। चेयरमैन रविन्द्र प्रताप शाही ने नगर पंचायत को प्रदेश में अलग पहचान दिलाई है। नए क्षेत्रों में भी उसी तरह विकास होगा।

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