Increase in Patients at Sant Kabir Nagar Hospital s Orthopedic Department Due to Ankle and Heel Pain एडी व टखने के दर्द से परेशान हो रहे हर आयु के लोग, Santkabir-nagar Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsSantkabir-nagar NewsIncrease in Patients at Sant Kabir Nagar Hospital s Orthopedic Department Due to Ankle and Heel Pain

एडी व टखने के दर्द से परेशान हो रहे हर आयु के लोग

Santkabir-nagar News - संतकबीरनगर जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। पहले जहां रोज़ 200 मरीज आते थे, अब यह संख्या 300 के करीब पहुंच गई है। अधिकतर मरीजों को एड़ी और टखने में दर्द की समस्या है।...

Newswrap हिन्दुस्तान, संतकबीरनगरThu, 15 May 2025 12:15 PM
share Share
Follow Us on
एडी व टखने के दर्द से परेशान हो रहे हर आयु के लोग

संतकबीरनगर, हिन्दुस्तान टीम। संतकबीरनगर जिला अस्पताल के आर्थोपेडिक विभाग में रोगियों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। सामान्य दिनों में जहां इस विभाग में प्रतिदिन दो सौ मरीजों के आसपास उपचार होता था। वह अब बढ़कर तीन सौ के आसपास पहुंच गया है। इन मरीजों में सबसे अधिक एड़ी व टखने में दर्द के मरीज अधिक शामिल हो रहे हैं। एडी व टखने में दर्द की समस्या वयस्कों में अधिक हो रही है। इनमें सबसे अधिक लोग अधिक वजन के शामिल हो रहे हैं। इन मरीजों की उम्र 40 से 60 वर्ष की आयु के पुरुष व 65 वर्ष की महिलाएं अधिक शामिल हैं।

ओपीडी में हड्डी व जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. अमित सिंह के पास एडी में दर्द होने की शिकायत लेकर उपचार कराने राम कवल, सुनील कुमार गौड़, श्यामबिहारी, सुमनलता सिंह समेत अन्य लोग पहुंचे। मरीजों ने बताया कि कई माह से एडी व टखने में दर्द हो रहा है कई बार दवा कराने के बाद भी नहीं ठीक हुआ। चिकित्सक ने ऐसे मरीजों को बताया कि एडी में बिना इंजेक्शन लगाए दर्द ठीक नहीं हो सकता। जिस पर मरीजों ने डाक्टर से इंजेक्शन लगाने की सहमति जताई। वहीं प्रतिदिन कमर दर्द के साथ शरीर के अन्य भागों में दर्द होने से मरीज चिकित्सक के पास पहुंच रहे है। ऐसे में इस विभाग में अब मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। ---------------------------------------- अस्पताल में नहीं उपलब्ध है यह इंजेक्शन वैसे तो अस्पताल में अधिकांश दवाएं तो कागजों में मौजूद रहती है लेकिन जब मरीजों को ये दवाएं देने की बात सामने आती है तो फर्मासिस्टों के द्वारा बताया जाता है कि यह दवा अंदर नहीं है बाहर से मंगवा लीजिए। मजबूरी में मरीज बाहर से यह इंजेक्शन खरीदकर लगावा रहे हैं। ऐसे मरीजों को डीएनएस का इंजेक्शन लगाया जा रहा है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।