अहिल्या उद्धार की कथा सुन भक्त भाव विभोर हो गए
Shahjahnpur News - बिलंदपुर गांव में चल रहे भागवत कथा के दौरान कुमारी छाया ने अहिल्या उद्धार का प्रसंग सुनाया। उन्होंने बताया कि कैसे इंद्र के छल के कारण अहिल्या को गौतम ऋषि का श्राप मिला और भगवान राम ने उन्हें श्राप से...

क्षेत्र के बिलंदपुर गांव में शिव मंदिर पर चल रहे भागवत कथा का आयोजन में कथा वाचक कुमारी छाया द्वारा बुधवार को अहिल्या उद्धार का प्रसंग सुनाया गया। प्रसंग सुन सभी भक्त भाव विभोर हो गए। कथा के चौथे दिन कुमारी छाया ने भक्तों को बताया कि, किस प्रकार अहिल्या को इंद्र के छल के कारण गौतम ऋषि का श्राप मिला। कैसे उन्हें भगवान राम ने श्राप से मुक्त किया। कथा वाचक ने प्रसंग में बताया कि अहिल्या गौतम ऋषि की पत्नी थी। एक बार इंद्र ने गौतम ऋषि का वेश धारण कर अहिल्या के पास गया उनको बहलाया। गौतम ऋषि ने उस समय इंद्र के श्राप दिया।
अहिल्या को पत्थर का बना दिया। जब भगवान राम और लक्ष्मण अपने गुरु विश्वामित्र के साथ जा रहे थे। उन्होंने अहिल्या को पत्थर के रूप में देखा। विश्वामित्र ने भगवान राम को पूरी कथा सुनाई। भगवान राम ने अपने चरण से स्पर्श कर अहिल्या को श्राप मुक्त कर दिया। वही मंगलवार की शाम में कथा वाचक अजय दत्त शुक्ल उर्फ अखंड आनंद महाराज ने अपने मुखर बिंदु से गजेंद्र मोक्ष की कथा सुनाई थी। इस अवसर पर अरविन्द सिंह, अवनीश सिंह, गौरव सिंह रॉकी यशपाल सिंह, सुदेश सिंह उर्फ छोटू, रामरखी सर्वेश, कुमारी रेनू देवी, सहित सभी ने कथा को सुना।
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