हर बार अग्निशमन विभाग को अग्निपरीक्षा में खरा उतरने की चुनौती
Shamli News - जनपद की तीनों तहसीलों में से एक में भी नहीं है अग्निशमन विभाग का कार्यालय भवन भी सालों से किया जा रहा बजट का इंतजार - जिले में गत वर्ष आग की 24 बड़ी

गर्मी में सीजन में तापमान अधिक होने के कारण आग लगने की घटनाएं भी एकाएक बढ़ जाती है लेकिन इस आग पर काबू पाने के लिए हर बार अग्निशमन विभाग को संसाधनों के अभाव में अग्निपरीक्षा पर खरा उतरने की चुनौती से गुजरना पड़ रहा है। जिले में तीनों तहसीलों में फायर स्टेशन को स्वीकृति प्रदान हो चुकी है लेकिन किसी भी तहसील में फायर स्टेशन का भवन नहीं बना है। बस वर्षों से जनपद मुख्यालय पर कोतवाली परिसर में टीन शेड़ में एक फायर स्टेशन की वैकल्पिक रूप से संचालित है। चार गाड़िया है लेकिन इन्हें खड़ी करने के लिए भी जगह नहीं है।
आज चार मई को अंतर्राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस मनाया जाता है। दूसरो को बचाने के लिए अग्निशमन विभाग के कर्मी आग से लड़ने के लिए अपनी जान पर खेलते है। शामली जनपद की बात की जाए तो गत वर्ष 24 स्थानों पर आग की बड़ी घटनाएं घटित हुई। इन सभी में संसाधनों के अभाव के चलते अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने कड़ी मशक्क्त के बाद आग पर काबू पाया। शामली जनपद मुख्यालय में दशकों से एक ही फायर स्टेशन चला आ रहा है। यह फायर स्टेशन अभी भी कोतवाली परिसर में एक और टीन शेड की वाली छत के कमरों में चल रहा है। नियमों के तहत हर तहसील स्तर पर एक फायर स्टेशन होना चाहिए लेकिन मात्र शामली में फायर स्टेशन के नाम पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। यहां गाडियों के खड़ी करने तक की व्यवस्था नहीं है। यहां एक पांच हजार लीटर पानी वाली फायर ब्रिगेट की गाड़ी खड़ी रहती है। एक गाड़ी कैराना कोतवाली में। व 400-400 लीटर क्षमता की गाड़ी गोहनी एवं ऊन में खड़ी की है। शामली जनपद मुख्यालय पर फायर स्टेशन के लिए गोहरनी में जमीन चिन्हित हुए दो साल हो गए है लेकिन फायर स्टेशन के लिए बजट स्वीकृत नहीं हुआ है। वहीं, ऊन तहसील में में भी फायर स्टेशन के लिए जमीन मिल चुकी है लेकिन यह भी बजट के अभाव में लटका हुआ है। कैराना में फायर स्टेशन के लिए जगह नहीं मिल रही है। अग्निशमन द्वितीय अधिकारी का कहना है कि इसके लिए कई बार रिमाइंडर भेजे जा चुके है। एक फायर स्टेशन का स्टाफ ही तैनात जनपद में तीन के बजाय मात्र एक फायर स्टेशन यूनिट है। यूनिट में 37 का स्टाफ है। एक क्षेत्रीय व एक मुख्य अग्निशमन अधिकारी, 26 फायरमैन, चार लीडिंग फायरमैन व तीन ड्राईवर और चतुर्थश्रेणी कर्मचारी है। अन्य स्टाफ की तैनाती तीनो तहसीलों में फायर स्टेशन बनने के बाद ही होगी। कोट :: जमीन मिलने पर शामली और ऊन में फायर स्टेशन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। शासन से बजट जारी होने का इंतजार है। दूसरे कैराना में जगह तलाश की जा रही है। जितेंद्र श्रीवास्तव, मुख्य अग्निशमन अधिकारी
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