Siddharthnagar Rice-Wheat Scam 67 Crore Fraud Uncovered Amid Audit Failures साल दर साल होती रही ऑडिट,पकड़ में नहीं आया घोटाला, Siddhart-nagar Hindi News - Hindustan
Hindi NewsUttar-pradesh NewsSiddhart-nagar NewsSiddharthnagar Rice-Wheat Scam 67 Crore Fraud Uncovered Amid Audit Failures

साल दर साल होती रही ऑडिट,पकड़ में नहीं आया घोटाला

Siddhart-nagar News - सिद्धार्थनगर, इन्द्र मणि पाण्डेय। सिद्धार्थनगर जिले में धान-गेहूं खरीद में हुए करोड़ों के घोटाले

Newswrap हिन्दुस्तान, सिद्धार्थMon, 19 May 2025 10:04 AM
share Share
Follow Us on
साल दर साल होती रही ऑडिट,पकड़ में नहीं आया घोटाला

सिद्धार्थनगर, इन्द्र मणि पाण्डेय। सिद्धार्थनगर जिले में धान-गेहूं खरीद में हुए करोड़ों के घोटाले की जांच में नया मामले सामने आया है। यहां ऑडिट में भी खेल हो गया है। जी हां यह सोलह आने सच है। यहां साल दर साल ऑडिट होती रही बावजूद घोटाला पकड़ में नहीं आया। इससे ऑडिट पर भी सवाल उठ गया है। सिद्धार्थनगर जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 में धान खरीद में घोटाला पकड़ में आने के बाद नित नया मामला सामने आ रहा है। पीसीएफ के तत्कालीन जिला प्रबंधक अमित कुमार चौधरी व एकाउंटेंट उमानंद उपाध्याय ने बिना काम कराए ही 67 करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया है।

इस मामले में दोनों कर्मियों समेत दर्जनभर लोगों पर केस भी दर्ज हो चुका है। पीसीएफ के तत्कालीन जिला प्रबंधक अमित कुमार चौधरी को सेवा से बर्खास्त भी कर दिया गया है। जांच में पता चला कि 2020-21 से अब तक लगभग 67 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है। अभी जांच चल रही है। घोटाले की यह रकम अभी और बढ़ सकती है। मजेदार बात यह है कि हर साल ऑडिट भी होती है, ऑडिट करने आए लोगों ने लगभग हर साल ऑडिट भी की है पर उनके ऑडिट में धान-गेहूं में हुए करोड़ों का घोटाल पकड़ में नहीं आया। इससे अब ऑडिट पर भी सवाल उठने लगा है। पीसीएफ के 37 केंद्रों पर गड़बड़झाला सिद्धार्थनगर जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 में हुए धान खरीद में पीसीएफ के 37 केंद्रों पर गड़बड़झाला पकड़ में आया था। प्रशासन की जांच में पता चला कि जिले में धान खरीद के लिए पीसीएफ के 60 केंद्र बने थे। इसमें से पीसीएफ के 37 केंद्रों पर गड़बड़ी हुई है। जांच में पता चला है कि 6372 एमटी धान क्रय केंद्रों से मिलरों तक पहुंचा ही नहीं है। इसमें जानबूझ कर 11 करोड़ रुपये की शासकीय क्षति की गई है। इस मामले में पीसीएफ के तत्कालीन जिला प्रबंधक व एकाउंटेंट पर सिद्धार्थनगर थाने में गबन का केस दर्ज हुआ है। इसके बाद हुई जांच में घोटाले की कहानी परत दर परत खुलती गई और रकम भी बढ़ती गई। सिद्धार्थनगर जिले में वित्तीय वर्ष 2023-23 में धान खरीद में गड़बड़ी सामने आने के बाद हुई जांच में धान-गेहूं खरीद में 67 करोड़ का घोटाला सामने आया है। विभाग में हर साल ऑडिट भी हुई है पर गड़बड़ी पकड़ में नहीं आई थी। विजय प्रताप पाल, जिला प्रबंधक, पीसीएफ, सिद्धार्थनगर।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।