Launch of Nagari Pushp 02-Nagari Kavya Dehari Book in Deoria नागरी पुष्प 02 नागरी काव्य देहरी लोक को समर्पित, Deoria Hindi News - Hindustan
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नागरी पुष्प 02 नागरी काव्य देहरी लोक को समर्पित

Deoria News - देवरिया में नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा 'नागरी पुष्प 02-नागरी काव्य देहरी' पुस्तक का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमशीला शुक्ल ने कविता के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर गीतकार...

Newswrap हिन्दुस्तान, देवरियाMon, 19 May 2025 10:02 AM
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नागरी पुष्प 02 नागरी काव्य देहरी लोक को समर्पित

देवरिया, निज संवाददाता। नागरी प्रचारिणी सभा के तुलसी सभागार में रविवार को संस्था द्वारा प्रकाशित नागरी पुष्प 02-नागरी काव्य देहरी पुस्तक का लोकार्पण कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसकी मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमशीला शुक्ल रहीं। इस अवसर पर मुख्य रूप से गीतकार भूषण त्यागी व भारतीय स्टेट बैंक गोरखपुर के मुख्य प्रबंधक अर्पण कुमार का काव्य पाठ भी हुआ। इससे पूर्व पुस्तक का औपचारिक लोकार्पण पूर्व निर्धारित मुख्य अतिथि प्रख्यात साहित्यकार डॉ. अरुनेश नीरन के अस्वस्थ होने के कारण के हाथों नीरन के देवरिया खास स्थित आवास पर संपादक मंडल की उपस्थिति में हुआ। नागरी प्रचारिणी सभागार में काव्य गोष्ठी का शुभारंभ शुभारम्भ बृजेन्द्र नाथ त्रिपाठी की वाणी वंदना से हुआ।

स्वागत है श्रीमान आपका आये मेरे द्वारे..., से धर्मदेव सिंह आतुर ने अतिथियों का स्वागत किया। सभा के मंत्री डॉ. अनिल कुमार त्रिपाठी ने कहा कि मेरा यह सौभाग्य है कि मंत्री के रूप में सभा की ग्रंथ माला नागरी काव्य देहरी-02 को आपको समर्पित करने का अवसर मिला। आगे भी साहित्य के सेवा में सहभागी रहूंगा। एसबीआई के मुख्य प्रबंधक कवि अर्पण कुमार ने सभी तुम हो, मैं हूं आवेग दृष्टि संप्रेषण और पिता को संबोधित करते हुए पिता मेरे अकेले नहीं हैं, लेकिन जब सिर रखती कंधे पर उनके तो वे मेरे है। तो कोई तड़के जागा है आदि कविताओं को सुनाकर सबको आह्लादित कर दिया। मुख्य अतिथि डॉ. प्रेमशीला शुक्ल ने कहा जब एको हम बहुस्यामि होता है तब कविता का जन्म होता है। वे सौभाग्यशाली हैं जिनकी रचनाएं इस पुस्तक में संकलित हैं। उसके बाद आज के कवि रुप में ही भूषण त्यागी ने है स्वयं से शिकायत यही रात दिन कुछ लिखा क्यों नहीं जिन्दगी के लिए, और आलोक नहीं मरने वाला, आलोक नहीं मिटने वाला... गीत प्रस्तुत कर सबको भाव विभोर कर दिया। अंचल भारती के सम्पादक जयनाथ मणि त्रिपाठी ने कहाकि सुखद आश्चर्य हो रहा है कि सभा अपना प्रकाशन कर सकने में अब सक्षम हो गयी है। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। सभा की अध्यक्षता कर रहे वृद्धिचन्द्र विश्वकर्मा ने अतिथियों और श्रोताओं के प्रति सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। संचालन सरोज कुमार पाण्डेय ने किया। समापन राष्ट्रगान के कार्यक्रम का सभापन किया। इस अवसर पर सम्पादक मंडल के सहयोगी डॉ. दिवाकर प्रसाद तिवारी, इन्द्र कुमार दीक्षित, डॉ. मधुसूदन मणि त्रिपाठी, उद्भव मिश्र, बृजेन्द्र मिश्र, श्वेतांक करण त्रिपाठी, डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, रविन्द्र नाथ तिवारी, जगदीश उपाध्याय, संजय कानोडिया, रामनिवास पाण्डेय, दुर्गा पाण्डेय, डॉ. शकुन्तला दीक्षित, बृजेश पाण्डेय एडवोकेट, डॉ. राधेश्याम शुक्ल, वरुण पाण्डेय, रजनीश मोहन गोरे आदि उपस्थित रहे।

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