अभिनेता भारत भूषण की अलीगढ़ में 100 साल पुरानी धर्मशाला, रह रहे 50 से अधिक परिवार; खाली कराने पर हंगामा
भारत भूषण की संपत्ति आज भी अलीगढ़ में है। उनकी जमीन पर यहां सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के पंजाबी बाग में धर्मशाला बनी है। इस धर्मशाला में 50 से अधिक परिवार रह रहे हैं। सोमवार को पुलिस धर्मशाला खाली कराने पहुंची तो हंगामा हो गया।

1941 में निर्मित फ़िल्म चित्रलेखा में एक छोटी भूमिका से अपने करियर की शुरुआत करके भक्त कबीर,भाईचारा (1943), सुहागरात (1948), उधार (1949), आंखें (1950), सागर (1951), हमारी शान (1951) और बैजू बावरा जैसी क्लासिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले अभिनेता भारत भूषण की जमीन पर बनी 100 साल पुरानी धर्मशाला को खाली कराने को लेकर अलीगढ़ में हंगामा हो गया है। इस धर्मशाला में 50 से अधिक परिवार सालों से रहते हैं।
भारत भूषण का जन्म 1920 में अलीगढ़ के एक वैश्य जमीदार परिवार में हुआ था। वह गायक बनने का इरादा लेकर मुंबई पहुंचे थे। लेकिन बाद में अभिनेता के तौर पर अपनी खास पहचान बनाई। भारत भूषण ने तानसेन, कालिदास, मिर्जा गालिब और संतकबीर जैसे चरित्रों को बखूबी निभाकर सिनेमा जगत में एक अलग मुकाम हासिल किया।
उन्हीं भारत भूषण की संपत्ति आज भी यूपी के अलीगढ़ में है। उनकी जमीन पर यहां सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के पंजाबी बाग में धर्मशाला बनी है। इस धर्मशाला में 50 से अधिक परिवार रह रहे हैं। सोमवार को पुलिस धर्मशाला खाली कराने पहुंची तो हंगामा हो गया।
वर्तमान में भारत भूषण की जमीन की उन्हीं के परिवार के अभिषेक अग्रवाल के पास पावर ऑफ अटॉर्नी है। गिरासू भवन (जर्जर भवन) मानते हुए धर्मशाला के भवन को गिरा देने का आदेश पिछले साल अलीगढ़ नगर निगम ने दिया था। बताया जा रहा है कि अब इस संबंध में कोर्ट का आदेश आ गया है। इसी आधार पर पुलिस धर्मशाला भवन को खाली कराने पहुंची थी।
पुलिस के वहां पहुंचने पर महिलाओं ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने धर्मशाला खाली कराए जाने का विरोध किया। भारत भूषण की जमीन पर बनी धर्मशाला में रह रहे परिवारोंं का कहना है कि उनके रहने की कहीं और कोई व्यवस्था नहीं है। यदि धर्मशाला खाली करनी पड़ेगी तो वे कहां रहेंगे। इस मामले को लेकर अभी दोनों पक्षों के बीच बातचीत चल रही है।