सीतापुर-तीन महीने बाद बच्चा आंध्र प्रदेश से बरामद, अभियुक्त हाथ से निकले
Sitapur News - सीतापुर के कोतवाली बिसवां क्षेत्र से 27 दिसंबर को लापता तीन साल का बच्चा कार्तिक मौर्य आंध्र प्रदेश से बरामद किया गया है। तीन महीने बाद अपने बच्चे को पाकर माता-पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है। बिसवां...

सीतापुर, वरिष्ठ संवाददाता। कोतवाली बिसवां क्षेत्र से 27 दिसंबर को गुलजार शाह मेले से लापता तीन साल के मासूम को कार्तिक को बिसवां पुलिस ने आंध्र प्रदेश से बरामद कर लिया गया है। तीन महीने बाद अपने बच्चे को पाकर मासूम के मां पिता की खुशी का ठिकाना नहीं है। बच्चे की बरामदगी के बाद बिसवां पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही है लेकिन बच्चे को लेकर आंध्र प्रदेश तक ले जाने वाले गैंग के कुछ सदस्यों को हरदोई पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। मामले में बिसवां पुलिस ने गैर राज्य जाकर बच्चे को बरामद जरुर लिया है। लेकिन पुलिस का कहना है कि जिसके पास से बच्चे को बरामद किया गया है उसका बच्चे को लापता करने या आरोपियों को संरक्षण देने में कोई योगदान नहीं है। हालांकि पुलिस जांच की बात कह रही है। वहीं, अभियुक्त पुलिस की आहत होते ही भागने में सफल रहे।
अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी आलोक सिंह ने बताया कि ऑपरेशन मुस्कान के तहत बिसवां पुलिस टीम द्वारा तीन वर्षीय बालक कार्तिक मौर्य को सकुशल बरामद कर परिजन के सुपुर्द किया गया है। यह बच्चा 27 दिसंबर 2024 को गुलजार शाह मेले से अचानक लापता हुआ था। टीम का गठन कर बालक की शीघ्र एवं सकुशल बरामदगी हेतु निरंतर प्रयास किये जा रहे थे। इसी बीच जनपद हरदोई के थाना अतरौली के बच्चे की चोरी कर तेलांगना राज्य में बेचे जाने की बात प्रकाश में आयी और वहां के चोरी गये बच्चे की बरामदगी की गयी। हरदोई में जाकर पूछताछ में बालक कार्तिक मौर्य के विषय में कुछ जानकारी हासिल हुई, जिसके आधार पर 19 मार्च को कोतवाली बिसवां से सब इंस्पेक्टर अतुल कुमार वर्मा के नेतृत्व में टीम को विशाखापट्टनम रवाना किया गया। इस बीच सर्विलांस टीम से जानकारी मिली कि कार्तिक मौर्य से संबंधित अभियुक्त (महाराष्ट्र) के नासिक जिले में हैं। सूचना के आधार पर कोतवाली बिसवां से एक दूसरी टीम एसआई सुधाकर सिंह के नेतृत्व में दिनांक 21 मार्च को नासिक पहुंची। वहां तलाश करने पर अभियुक्तों के बारे में जानकारी प्राप्त हुई कि अभियुक्तगण विशाखापट्टनम(आन्ध्र प्रदेश) जा रहे हैं।टीम पीछा करते हुए विशाखापट्टनम पहुंची लेकिन लोकेशन ट्रेस न हो पाने के कारण कोई जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी। एक बार फिर सीतापुर की सर्विलांस टीम ने राजमुंद्री (आन्ध्र प्रदेश) में बालक से संबंधित अभियुक्तों की होने की जानकारी प्राप्त हुई, जिस पर रवानाशुदा दोनों टीमों के संयुक्त प्रयास से राजमुंद्री (आन्ध्र प्रदेश) में स्थानीय पुलिस की मदद से ज्योती पत्नी रामबाबू उर्फ कुमार, राजमुंद्री ईस्ट गोदावरी के घर पर बरामदगी हेतु तलाश करायी गयी तो घर पर ताला बंद था। ज्योति, पुलिस की आहट होने पर अपने स्वयं के बच्चों व बालक कार्तिक मौर्य को अपने दूर के रिश्तेदार निवासी कान्तामौरू विशाखापटनम (आन्ध्र प्रदेश) के यहां यह कहकर छोड़कर चली गई कि दो-चार दिन हमारे बच्चों को आप अपने घर रखिये। उसे आवश्यक कार्य हेतु हैदराबाद जाना है। मामले में पुलिस के हाथ अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में अभी खाली हैं।
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