Demand for Continuous Power Supply in Tehsil Areas Amid Increased Electricity Production in Uttar Pradesh तहसीलों-नगर पंचायतों में बंद हो रोस्टिंग, Sonbhadra Hindi News - Hindustan
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तहसीलों-नगर पंचायतों में बंद हो रोस्टिंग

Sonbhadra News - ऊर्जांचल सिविल सोसायटी ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तहसील और नगर पंचायत क्षेत्रों में रोस्टिंग फ्री बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। पिछले साल की तुलना में इस साल बिजली उत्पादन में 4620 मेगावाट की...

Newswrap हिन्दुस्तान, सोनभद्रWed, 30 April 2025 04:57 PM
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तहसीलों-नगर पंचायतों में बंद हो रोस्टिंग

अनपरा,संवाददाता। ऊर्जांचल सिविल सोसायटी ने प्रदेश के मुख्य मंत्री और ऊर्जांमंत्री से तहसील-नगरपंचायत क्षेत्रों में भी जनपद मुख्यालयों की तरह रोस्टिंग फ्री निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराने की मांग की है। बुधवार को भेजे गये प्रतिवेदन में मांग की गयी है कि बीते साल की गर्मियों की तुलना में चालू गर्मियों में प्रदेश की बिजली उत्पादन क्षमता में लगभग 4620 मेगावाट का इजाफा हो चुका है। उत्पादन निगम के ओबरा सी की 1320 मेगावाट की दो इकाइयां,जवाहर पुर की 1320 मेगावाट की दो इकाइयां,पनकी की 660 मेगावाट की एक इकाई से पूर्ण क्षमता से उत्पादन इन गर्मियों में होना शुरू हो गया है। इसके अतिरिक्त एनयूपीपीएल घाटम पुर की 660 मेगावाट की एक तथा टीएचडीसी खुर्जा की 660 मेगावाट की एक इकाई भी प्रदेश को बिजली देना शुरू कर चुकी है। इन सात इकाइयों से लगभग 4620 मेगावाट बिजली मिलने के बाद भी प्रदेश की तहसीलों और नगर पंचायत क्षेत्रों में बिजली की रोजाना लगभग ढाई घंटे की 28 मिलियन यूनिट की घोषित रोस्टिंग तथा कई घंटो की अघोषित कटौती से उपभोक्तओं को जूझना पड़ रहा है। इन नई इकाइयों के चालू होने का लाभ तहसील व नगरपंचायत क्षेत्र में रहने वाले उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए।

बीते अप्रैल माह में प्रदेश में बिजली खपत अप्रैल-2024 की तुलना में कम हुई है। बीते साल रोजाना बिजली खपत 436.9 मिलियन यूनिट तक ही समित थी जबकि इस साल अप्रैल में रोजाना औसत बिजली खपत लगभग 4.6 मिलियन यूनिट कम 432.3 मिलियन यूनिट ही हुई है।

अनपरा-ओबरा बिजलीघरों से बुधवार को लगभग सात सौ मेगावाट थर्मल बैकिंग करायी गयी। बिजली की मांग लगभग 17 हजार मेगावाट होने के बाद भी ओबरा की 13वीं इकाई और ओबरा सी दूसरी इकाई बंद होने के अतिरिक्त उत्पादन निगम की शेष सभी 23 इकाइयों से उत्पादन होना इसकी वजह बनी। निजी क्षेत्र में भी सभी इकाइयों से उत्पादन जारी था नतीजतन सरप्लस बिजली के कारण थर्मल बैकिंग कराने की बात सिस्टम कंट्रोल ने कही।

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