2 पुलिसवालों को एसपी ने दी अवैध वसूली की सजा, न्यूनतम वेतन पर गुजारने होंगे 3 साल
मामला सामने आने के बाद तत्कालीन SP ने दोनों पुलिस कर्मियों को सस्स्पेंड कर मुकदमा दर्ज करा दिया था। आरोप था कि जून 2022 में एक कार को छोड़ने के नाम पर दोनों ने 1500 रुपए वसूले थे। सीओ की जांच रिपोर्ट आने के बाद एसपी ने दोनों पुलिस कर्मियों को यह सजा दी है।

यूपी-हरियाणा बार्डर के निवाड़ा चेक पोस्ट पर चेकिंग के नाम पर बागपत के व्यक्ति से अवैध वसूली करने वाले दो पुलिस कर्मियों पर तीन वर्ष बाद कार्रवाई हुई। एसपी ने जांच के बाद दोनों पुलिस कर्मियों को तीन वर्ष तक न्यूनतम वेतन के दंड़ से दंडित किया है। मामला सामने आने के बाद तत्कालीन एसपी ने दोनों पुलिस कर्मियों को सस्स्पेंड कर मुकदमा दर्ज करा दिया था। आरोप था कि जून 2022 में एक कार को छोड़ने के नाम पर दोनों ने 1500 रुपए वसूले थे। सीओ की जांच रिपोर्ट आने के बाद एसपी ने दोनों पुलिस कर्मियों को यह सजा दी है।
वर्ष 2022 में बागपत कोतवाली क्षेत्र के निवाड़ा पुलिस चेकपोस्ट पर कांस्टेबल विनीत और राकेश तैनात थे। एक जून 2022 की रात 12 बजे से दो जून की सुबह आठ बजे तक उनकी ड्यूटी थी। सुबह करीब छह बजे राजेंद्र पुत्र वीरसैन निवासी निकट प्राचीन शिव मंदिर माता कालोनी बागपत अपने घर से सोनीपत कार से जा रहा था।
तभी दोनों सिपाहियों ने राजेंद्र की कार को रोककर कागजात मांगे। राजेंद्र ने अवगत कराया कि कार के कागज गुम हो गए है। इस संबंध में पूर्व में थाने को सूचित किया जा चुका है। पुलिस कर्मी नहीं माने और कार को काफी देर रोके रखा। पुलिस कर्मियों ने राजेंद्र से 1500 रुपये की रिश्वत देकर कार को छोड़ा।
वहीं रुपये के लेनदेन की राजेंद्र के साथी ने वीडियो बना ली थी। शिकायत के बाद तत्कालीन एसपी नीरज कुमार जादौन ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया था, साथ ही उनके खिलाफ कोतवाली पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। मामले की जांच सीओ को सौंपी गई थी। एसपी सूरज कुमार राय ने बताया कि जांच में दोनों पुलिस कर्मियों पर लगाए गए आरोप सही पाए गए। जिसके चलते दोनों पुलिस कर्मियों को तीन वर्ष तक न्यूनतम वेतन के दंड़ से दंड़ित किया गया है।