यूपी में आंधी-बारिश से आफत, छह लोगों की मौत; कई जिलों में फिर से आंधी-बारिश का अलर्ट
- यूपी में शुक्रवार-शनिवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में तेज आंधी-पानी ने गर्मी से राहत तो पहुंचाई लेकिन काफी नुकसान भी किया। अवध और पूर्वांचल के कुछ जिलों में गेहूं की फसलों को नुकसान पहुंचा।

यूपी में शुक्रवार-शनिवार की रात प्रदेश के कई हिस्सों में तेज आंधी-पानी ने गर्मी से राहत तो पहुंचाई लेकिन काफी नुकसान भी किया। अवध और पूर्वांचल के कुछ जिलों में गेहूं की फसलों को नुकसान पहुंचा। जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिरने से बिजली व्यवस्था चरमरा गई। पश्चिमी यूपी में ट्रैक बाधित होने से ट्रेनें घंटों लेट हो गईं, वहीं अलग-अलग हादसों में छह लोगों की मौत हो गई। बरेली में दो लोगों की,रामपुर, अमरोहा, मुरादाबाद और पीलीभीत में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई। मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन सुनील पांडेय के मुताबिक रविवार को कानपुर समेत 18 जिलों को छोड़कर बाकी प्रदेश में आंधी-पानी का यलो व ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मुरादाबाद मंडल में शुक्रवार देर रात आई तेज आंधी और बारिश ने जमकर कहर बरपाया। आंधी से हुए हादसों में मुरादाबाद, रामपुर और अमरोहा में एक-एक की जान चली गई। एक अन्य हादसे में डिलारी में आकाशीय बिजली से गेहूं की फसल जल गई। सहारनपुर रेल रूट पर पेड़ और टहनियां गिरने से 20 से अधिक ट्रेनें प्रभावित हुईं। शनिवार सुबह तक राहत और बचाव कार्य जारी रहा। दिनभर बिजली फाल्ट सुधारने और रास्तों से पेड़ व मलबा हटाने में प्रशासनिक अमला जुटा रहा।
बरेली के देवरनिया क्षेत्र में लिंटर व दीवार गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो लोगों की मौत हो गई। पीलीभीत में दीवार गिर गई, उसके नीचे दबकर एक शिक्षिका की भी मौत हो गई। हालांकि, देर रात से सुबह तक तेज हवाओं और बारिश की वजह से सुबह का मौसम कुछ ठंडा रहा। बरेली में शनिवार को दिन का अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस कम रहा। पीलीभीत में आंधी-बारिश से तमाम पेड़ गिरे, जिनसे यातायात प्रभावित रहा। बदायूं के कुंवरगांव, बिसौली, वजीरगंज, बिनावर में बारिश के साथ-साथ ओले भी गिरे। हालांकि इससे किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
प्रयागराज में भी आंधी-पानी की वजह से तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई। शनिवार को अधिकतम तापमान 36.6 डिग्री सेल्सियस था। शनिवार को धूप के बाद शाम को बादल छाए थे। रविवार को भी आंधी-बारिश की आशंका है। गोरखपुर-बस्ती मंडल में भी आंधी चली और बारिश हुई। गोरखपुर में 8.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। संतकबीरनगर में भी एक घंटे बारिश हुई। सिद्धार्थनगर, महराजगंज, बस्ती, देवरिया, कुशीनगर में भी कहीं बूंदाबांदी तो कहीं तेज बारिश हुई। गोरखपुर में दिन का अधिकतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21.6 डिग्री सेल्सियस रहा।
बहराइच में आधी रात के बाद से सुबह तक तेज बारिश हुई। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक जलजमाव हो गया। शहर के बक्शीपुरा, चांदमारी में मुख्य सड़कों पर घुटनों तक पानी था, जिसकी वजह से कुछ राहगीर दुर्घटनाओं का शिकार भी हुए। कानपुर, बांदा, फतेहपुर और औरैया में शनिवार को तेज हवाओं से लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली। कानपुर में अधिकतम तापमान 36.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से कम था। हालांकि, मौसम विभाग ने सोमवार से दिन का पारा चढ़ने के आसार जताए हैं। आगरा में शनिवार को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान पिछले दिनों की अपेक्षा बढ़कर 26.6 डिग्री सेल्सियस हो गया। अभी इसके और बढ़ने के आसार हैं। ऐसे ही हालात मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और एटा-कासगंज के भी हैं।
बत्ती गुल, लोग परेशान
आंधी-पानी की वजह से तमाम जगहों पर अलग-अलग वजहों रात भर बत्ती गुल रही। इसकी वजह से लाखों लोग खासे परेशान रहे। देवरिया में बिजली के खंभे गिरने से आधा दर्जन से ज्यादा गांवों की सप्लाई रात भर ठप रही। गोंडा में 220 केवी उपकेंद्र की 33 केवी लाइन में खराबी आ गई। इससे तकरीबन तीन लाख की आबादी प्रभावित रही। मुख्यालय समेत आसपास के करीब दर्जन भर उपकेंद्रों की आपूर्ति ठप रही।
रेल यातायात प्रभावित
शुक्रवार शाम आई आंधी ने मुरादाबाद रेलवे मंडल और अंबाला रेल मंडल के यातायात को बुरी तरह प्रभावित किया। रेलवे लाइन पर एक विशाल पेड़ गिरने से कई घंटों तक रेल संचालन ठप रहा। रेलवे ने समय से राहत कार्य शुरू किया, लेकिन पेड़ बड़ा होने से काफी वक्त लग गया। ट्रेन नंबर 13005 करीब पांच घंटे, 12237 करीब चार घंटे, 13307 करीब पांच घंटे, 14611 करीब पांच घंटे, 15097 करीब चार घंटे, 05049 करीब दो घंटे और 04653 करीब छह घंटे की देरी से सहारनपुर रेलवे स्टेशन पहुंचीं। जिन ट्रेनों का संचालन प्रभावित हुआ, उनमें से कई लंबी दूरी की महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं।