लखनऊ के आकाश पर गरजे सुखोई, सेना और एयरफोर्स का संयुक्त अभ्यास
- राजधानी लखनऊ में वायुसेना और सेना का संयुक्त अभ्यास किया। आसमान में एक साथ तीन सुखोई 30 युद्धक विमान गरजे। एयरफोर्स के बख्शी का तालाब बेस स्टेशन से तीनों विमानों ने उड़ान भरी।

राजधानी लखनऊ में आसमान में एक साथ तीन सुखोई युद्धक विमानों की गर्जना सुनाई दी। यह वायुसेना और सेना का संयुक्त अभ्यास था। इस अभ्यास में वायुसेना के एयर मार्शल और एयर कमांडिंग ऑफिसर आशुतोष दीक्षित और सेना से जीओसी इन सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता मध्य कमांड शामिल हुए।
एयरफोर्स के बख्शी का तालाब बेस स्टेशन से सुखोई तीनों विमानों ने उड़ान भरी। अभ्यास के दौरान जीओसी इन सी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) एक सुखोई के पीछे कॉकपिट में बैठे। आगे नेतृत्व किया एओसी इन सी एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने। इसके पूर्व इस जटिल मिशन की योजना उत्तराखंड और हिमाचल क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में बनाई गई थी। तीनों सुखोई 30 विमान लखनऊ के बीकेटी से उड़ान भरने के बाद आकाश में काफी ऊंचाई तक पहुंचे। इसके बाद एक लम्बे दायरे में घूमते हुए वापस एयरबेस पर उतरे।
राजधानी लखनऊ में आसमान में एक साथ तीन सुखोई युद्धक विमानों की गर्जना सुनाई दी। यह वायुसेना और सेना का संयुक्त अभ्यास था। इस अभ्यास में वायुसेना के एयर मार्शल और एयर कमांडिंग ऑफिसर आशुतोष दीक्षित और सेना से जीओसी इन सी लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता मध्य कमांड शामिल हुए।
एयरफोर्स के बख्शी का तालाब बेस स्टेशन से सुखोई तीनों विमानों ने उड़ान भरी। अभ्यास के दौरान जीओसी इन सी (जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ) एक सुखोई के पीछे कॉकपिट में बैठे। आगे नेतृत्व किया एओसी इन सी एयर मार्शल आशुतोष दीक्षित ने। इसके पूर्व इस जटिल मिशन की योजना उत्तराखंड और हिमाचल क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों में बनाई गई थी। तीनों सुखोई 30 विमान लखनऊ के बीकेटी से उड़ान भरने के बाद आकाश में काफी ऊंचाई तक पहुंचे। इसके बाद एक लम्बे दायरे में घूमते हुए वापस एयरबेस पर उतरे।
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लेफ्टिनेंट जनरल ने परखीं सुखोई 30 एमकेआई की क्षमता
जीओसी-इन-सी को सुखोई 30 एमकेआई की क्षमताओं से परिचित कराया गया। उन्हें सेंट्रल सेक्टर के बीहड़ इलाकों में प्लेटफॉर्म की पहुंच और मारक क्षमता के साथ वायु शक्ति की सटीक और तीव्र प्रतिक्रिया भी दिखाई गई। सुखोई 30 एमकेआई भारतीय वायुसेना के सबसे घातक युद्धक विमानों में है। ट्विन सीटर और ट्विन इंजन वाला यह मल्टीरोल फाइटर जेट है। यह फाइटर प्लेन उड़ान के दौरान ही फ्यूल भर सकता है। इस फाइटर प्लेन में 12 टन तक युद्धक सामग्री लोड की जा सकती है। सुखोई-30 एमकेआई एक बार में 3,000 किमी की उड़ान भर सकता है।