एंटी करप्शन टीम के जाल में फंस गए दो बाबू, 70 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ हुए गिरफ्तार
यूपी के हापुड़ में एंटी करप्शन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगवार की सुबह बीएसए कार्यालय के बाहर चाय की दुकान से दो बाबुओं को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।

यूपी के हापुड़ में एंटी करप्शन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। मंगवार की सुबह बीएसए कार्यालय के बाहर चाय की दुकान से दो बाबुओं को 70 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। बाबू ने ये रिश्वत स्कूल की मान्यता के नवीनीकरण के लिए मांगी थी। मेरठ से आई एंटी करप्शन की टीम ने बाबू को पकड़ने के लिए जाल बिछाया था। थाना देहात में टीम बाबुओं को लेकर पहुंची और पूछताछ में जुट गई। एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक दुर्गेश कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले कोतवाली पिलखुवा क्षेत्र के शिवालिक ग्रीन निवासी सुकुमार पहाड़ी ने तीन दिन पहले उनसे शिकायत की थी। शिकायत में उन्होंने बताया था कि उनका पिलखुवा में भविष्य पब्लिक स्कूल के नाम से स्कूल है।
स्कूल की मान्यता का नवीनीकरण होना है। इसके लिए उन्होंने बीएससी विभाग में संपर्क किया था। जहां उनकी मुलाकात बीसीए विभाग में तैनात कनिष्क सहायक दीपेंद्र शर्मा और संविदाकर्मी निखिल शर्मा से हुई थीं। जिसके बदले 70 हजार रुपये की मांग की गई थी। शिकायत के आधार पर उनको पकड़ने की योजना बनाई गई। उन्होंने बताया कि मंगलवार की सुबह निरीक्षक मयंक अरोड़ा, योगेंद्र धामा, कृष्ण अवतार सिंह, उप निरीक्षक कृष्ण कुमार यादव, राहुल देव तोमर, जसवीर सिंह समेत बीस सदस्यों की टीम पहुंची। इसके बाद दोनों को चाय की दुकान से गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है।
सहारनपुर में पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते वरिष्ठ लिपिक रंगेहाथ गिरफ्तार
सोमवार को सहारनपुर जिले की तहसील रामपुर मनिहारान के संग्रह अनुभाग में तैनात वरिष्ठ लिपिक को भ्रष्टाचार निवारण संगठन (एंटी करप्शन) टीम ने पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया था। आरोपी लिपिक किसान से जमीन के कागजतों से ऋण हटाने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। वरिष्ठ लिपिक को एंटी करप्शन की टीम पकड़कर कोतवाली सदर बाजार लेकर आई और मुकदमा दर्ज कराया। एंटी करप्शन थाने के प्रभारी जसपाल सिंह ने बताया कि थाना नानौता के गांव काशीपुर निवासी डॉ. अरुण कुमार और उनके पिता रामवीर सिंह किसान हैं।
रामवीर ने पंजाब नेशनल बैंक से 18.50 लाख रुपये का लोन लिया था, जिसे उन्होंने चुका दिया था। इसके पश्चात बैंक से एनओसी मिल गई थी, लेकिन जमीन की खतौनी और कागजातों में ऋण दर्ज था। इसे लेकर डॉ. अरुण कुमार तहसील रामपुर मनिहारान के संग्रह अनुभाग में पहुंचे और एनओसी दिखाई। आरोप है कि यहां तैनात वरिष्ठ लिपिक दुर्गा प्रसाद कपिल निवासी मोहल्ला सूर्य विहार प्रद्युमनगर ने उनसे पांच हजार रुपये की मांग की। इसकी शिकायत डॉ. अरुण कुमार ने एंटी करप्शन थाने में की। इसके बाद एंटी करप्शन की टीम ने जांच शुरू कर दी। सोमवार को टीम ने तहसील रामपुर मनिहारान के संग्रह अनुभाग से वरिष्ठ लिपिक को दुर्गा प्रसाद कपिल को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। इंस्पेक्टर जसपाल सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ कोतवाली सदर बाजार में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।