सांसद मसूद के होली खेलने पर उलेमा हुए खफा, बोले-यह गैर शरई काम, इमरान करें तौबा
- सहारनपुर में अपने आवास पर सांसद इमरान मसूद को होली खेलना भारी पड़ गया। बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनके आवास पर पहुंचकर होली खेली। इमरान मसूद ने इसको सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बताया था।

यूपी के सहारनपुर में अपने आवास पर सांसद इमरान मसूद को होली खेलना भारी पड़ गया। बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनके आवास पर पहुंचकर होली खेली। इमरान मसूद ने इसको सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल बताया था, वहीं उलेमा ने इस पर एतराज जताते हुए मसूद से इसे गैर शरइ बताते हुए कहा कि वह तौबा करें। सहारनपुर से कांग्रेस सांसद काजी इमरान मसूद के रंगों में सराबोर होने की वीडियो वायरल होते ही वह विवादों में आ गए। उलेमा ने उनके होली खेलने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए इसे इस्लामी शिक्षा के खिलाफ बताया और अल्लाह से तौबा करने की नसीहत की।
उलेमा ने दो टूक कहा कि कहा कि सांसद इमरान मसूद भाईचारे का संदेश देना सही है, लेकिन उनका तरीका गलत था। क्योंकि इस्लाम मजहब किसी अन्य मजहब के धार्मिक क्रियाकलापों में शामिल होने की इजाजत नहीं देता। आलिम ए दीन कारी इस्हाक गोरा ने कहा कि शरीयत ने हमें कुछ दायरे दिए हैं, जिनमें रहना जरूरी है कुछ उसूल दिए हैं जिन्हें निभाना जरूरी है। गोरा ने कहा कि मोहम्मद साहब की हदीस है कि जिसने जिस कौम की मुशाबहत (समान दिखना) की तो वह कयामत के दिन उसी कौम के साथ उठाया जाएगा। उन्होंने दो टूक कहा कि भाईचारे के लिए भी शिरकिया काम करना ठीक नहीं है। ऐसे लोगों को तौबा करनी चाहिए और भविष्य में ऐसा कोई काम करने का प्रण लेना चाहिए।
ऑनलाइन फतवा विभाग के प्रमुख मुफ्ती अरशद फारुकी ने सांसद इमरान मसूद के होली खेलने पर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि इस्लाम इसकी बिल्कुल इजाजत नहीं देता है कि गैर इस्लामी मजहब के धार्मिक क्रियाकलापों में शिरकत की जाए। कहा कि अन्य मजहब के धार्मिक आयोजनों का सम्मान कर और उन्हें मुबारकबाद देकर भी भाईचारे को मजबूत किया जा सकता है।
बोले इमरान मसूद
उलेमा के बयान पर इमरान मसूद ने कहा कि वो अपने अल्लाह के प्रति जवाब देय हैं। वह अपने अल्लाह को ही इसका जवाब देंगे। कहा कि बयानवीर उलेमा इमामत करें। जिनका काम सियासत है उन्हें सियासत करने दे।