मेरठ हत्याकांड: कार में गैंगरेप करते हुए तीन जिलों की सीमा की पार, किसी को नहीं लगी भनक
दो सहेलियों का नोएडा से अपहण कर मेरठ तक लाने के दौरान आरोपियों की कार तीन जिलों की सीमा पार कर गई। इसके बावजूद पुलिस को खबर तक नहीं लगी। एक किशोरी की हत्या रेप का विरोध करने पर की गई। कार के अंदर हाथापाई भी हुई होगी और बात कत्ल तक पहुंच गई।

दो सहेलियों का नोएडा से अपहण कर मेरठ तक लाने के दौरान आरोपियों की कार तीन जिलों की सीमा पार कर गई। इसके बावजूद पुलिस को खबर तक नहीं लगी। एक किशोरी की हत्या रेप का विरोध करने पर की गई। कार के अंदर हाथापाई भी हुई होगी और बात कत्ल तक पहुंच गई। बावजूद इसके रास्ते में कहीं पुलिस नहीं मिली और न ही कोई मदद पीड़िताओं को मिल पाई। मेरठ पुलिस ने सात मई की सुबह लाश मिलने के बाद प्रकरण को गंभीरता से नहीं लिया और पहचान कराने तक का प्रयास नहीं किया गया।
सुनसान रास्ते में ले जाकर दिया की दरिंदगी: वेलकम गर्ल की उम्र लगभग 17 वर्ष है। कार सवार आरोपियों ने जबरन बीयर पिलाने के वाद सुनसान रास्ते पर चले गए। जहां कार सावार तीनों आरोपियों ने गैंगरेप कर दरिंदगी को अंजाम दिया। सुवह होने पर पीड़िता मुश्किलों से आरोपियों के कब्जे से बच पाई। पुलिस को सूचित कर स्थिति से अवगत कराया।
60 घंटे में भी जानी पुलिस नहीं कर पाई थी शिनाख्त
जानी क्षेत्र में बागपत रोड पर सात मई की सुबह किशोरी की लाश सड़क पर मिली थी। उसे कुचलकर मारा गया था। पहचान नहीं हुई तो पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने खोजबीन तक करना उचित नहीं समझा। नौ मई की देररात खुर्जा पुलिस अपने यहां दर्ज अपहरण और गैंगरेप के मुकदमे में छानबीन करते हुए जानी पहुंची और मृतका की शिनाख्त कराई। पोस्टमार्टम कराया गया।
जानी पुलिस की लापरवाही साफ-साफ सामने आई। लाश मिलने के बाद पुलिस को चाहिए था मृतका के संबंध में जोन पुलिस के सभी थानों को सूचना देनी चाहिए थी। चूंकि खुर्जा में मुकदमा सात मई को दर्ज हुआ था, इसलिए संबंधित पुलिस पहचान कर लेती। इसके बावजूद खुर्जा पुलिस को मेरठ पहुंचने में दो दिन से ज्यादा का समय लग गया।