वाराणसी गैंगरेप मामले में नया मोड़, पीड़िता पर भी उठे सवाल, SIT करेगी जांच
वाराणसी गैंगरेप मामले में अब पुलिस कमिश्नर SIT का गठन किया है। यह मामला 6 अप्रैल को दर्ज किया गया था, जिसमें एक युवती के साथ 23 युवकों द्वारा गैंगरेप किया गया था।

वाराणसी में सामने आए सनसनीखेज गैंगरेप मामले की जांच के लिए पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। यह मामला 6 अप्रैल को दर्ज किया गया था, जिसमें एक 19 वर्षीय युवती के साथ 23 युवकों द्वारा गैंगरेप किया गया था। इस मामले में पुलिस ने अब तक इस मामले में 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि बाकी की तलाश जारी है।
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि डीसीपी वरुणा जोन/क्राइम प्रमोद कुमार की अगुवाई में SIT का गठन किया गया है। टीम में महिला अधिकारी एडीसीपी नीतू, एसीपी और एक निरीक्षक भी शामिल हैं। SIT को 30 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। दरअसल गुरुवार को आरोपियों के परिजनों ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सौंपा, जिसमें सवाल उठाया गया कि यदि युवती के साथ इतने दिनों तक छेड़छाड़ हो रही थी तो उसने पहले पुलिस से शिकायत क्यों नहीं की। दावा किया कि लड़की के शरीर पर किसी तरह के ज़ख्म के निशान नहीं हैं और यह जांच का विषय है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केस के नाम पर उनसे पैसों की मांग की जा रही है। वीडियो क्लिप्स और इंस्टाग्राम चैट्स जैसी कथित साक्ष्य भी सौंपे हैं।
ज्ञापन में दावा किया गया कि एक आरोपी को लड़की ने स्वयं मैसेज कर कैफे आने की बात कही थी। साथ ही यह भी प्रस्तुत किया गया कि लड़की 2 और 3 अप्रैल को घाट पर मौजूद थी, जबकि उसने दावा किया था कि उसे बंधक बनाकर रखा गया था।
पुलिस कमिश्नर का भरोसा: निष्पक्ष जांच होगी
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि SIT की जांच के बाद ही बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। यह भी सुनिश्चित किया जाएगा कि किसी से जबरन पैसा न वसूला जाए।
पीएम मोदी ने भी जताई थी चिंता, सख्त कार्रवाई के निर्देश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अप्रैल को वाराणसी दौरे के दौरान इस गंभीर मामले पर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने पुलिस कमिश्नर, मंडलायुक्त और जिलाधिकारी से मामले की जानकारी लेकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने को कहा।