डीएसआर में स्मार्ट खेती का है भविष्यः अनुराग
Varanasi News - वाराणसी में, आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स सचिव अनुराग यादव ने विश्व बैंक की टीम के साथ चांदपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान का दौरा किया। उन्होंने धान की सीधी बुवाई तकनीक को अपनाने की आवश्यकता...

वाराणसी, विशेष संवाददाता। प्रदेश सरकार में आईटी एवं इलेक्ट्रानिक्स के प्रमुख सचिव अनुराग यादव ने मंगलवार को विश्व बैंक की टीम के साथ चांदपुर स्थित अंतरराष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान (ईरी) का दौरा किया। यहां उन्होंने धान की सीधी बुवाई (डीएसआर) तकनीक को अपनाने पर बल दिया। कहा कि विश्व बैंक औऱ ईरी के साझा प्रयास का किसानों का लाभ मिलना चाहिए। अनुराग यादव ने यूपीएग्रीज परियोजना का हवाला देते हुए कहा कि यह परियोजना कृषि परिदृश्य में परिवर्तनकारी बदलाव लाएगी। इसमें चावल औऱ गेहूं खेती प्रणालियों में किसानों को लाभ पहुंचाने की क्षमता है। कहा कि हमारा लक्ष्य है कि पूरे राज्य में जलवायु अनुकूल प्रौद्योगिकियों और ईरी की विशेषज्ञता की मदद से डीएसआर को अपनाने के साथ ही अधिक उत्पादन और जलवायु-स्मार्ट खेती का भविष्य बनाना है।
विश्व बैंक के प्रतिनिधि विनायक घटाते ने कहा कि विश्व बैंक, कृषि में परिवर्तनकारी बदलाव लाने में प्रदेश सरकार के साथ मिलकर काम करने के लिए उत्साहित है। हमारा ध्यान केवल प्रौद्योगिकी के उपयोग पर नहीं है, बल्कि खेती के उन्नयन पर भी है। बैठक में डीएसआर को मुख्यधारा में लाने के लिए विभिन्न रणनीतियों, अवसरों और क्षमता निर्माण के दृष्टिकोणों की पहचान करने पर चर्चा हुई। साथ ही बीज प्रणाली, किसानों को प्रशिक्षण, नीति निर्माण एवं पब्लिक-प्राइवेट भागीदारी को मज़बूत करने पर भी जोर दिया गया। बैठक में विश्व बैंक के प्रतिनिधिमंडल में विनायक घटाते के अलावा शांतनु कुमार एवं अजीत राधाकृष्णन, आईसार्क के निदेशक सुधांशु सिंह, यूपीडास्प परियोजना के प्रो. वीपी सिंह एवं सुनील कुमार भी मौजूद रहे। विश्व बैंक की टीम ने बनकट गांव का भी दौरा किया। यहां मछली पालन सहित एकीकृत खेती करने वाले किसानों से भी मुलाकात की।
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