लव मैरिज के 6 महीने में क्या हुआ ऐसा? पति-पत्नी ने फांसी लगा दे दी जान; अलग-अलग कमरों में मिले शव
- पति-पत्नी में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद संगीता एक कमरे में गई और अंदर से बंद कर फंदे से लटक गई। इस दौरान पति अजीत ने चीखता-चिल्लाता रहा। उसने दरवाजा तोड़कर बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद अजीत ने दूसरे कमरे में अंदर से बंद कर फांसी लगा ली।

Husband-Wife Suicide: यूपी के कुशीनगर में लव मैरिज के छह महीने बाद ही जाने ऐसा क्या हुआ कि पति-पत्नी ने खुद को फांसी लगाकर जान दे दी। जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के मोतीछपरा गांव में अलग-अलग कमरों में फंदे से लटकते पति-पत्नी के शव मिले। गांववालों के मुताबिक दोनों में किसी बात पर विवाद हुआ था। छह महीने पहले ही दोनों ने प्रेम विवाह किया था।
नेबुआ नौरंगिया थाना क्षेत्र के मोतीछपरा निवासी नन्दकिशोर प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद गौतम (25) की शादी छह माह पूर्व महराजगंज जनपद के कोठीभार थाना क्षेत्र के बेलवा चौधरी निवासी गौतम प्रसाद की बेटी संगीता (22) के साथ हुई थी। शनिवार को परिवार के अन्य सदस्य खेत पर गए थे। दोपहर बाद करीब दो बजे पति-पत्नी में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद संगीता एक कमरे में गई और अंदर से बन्द कर फंदे से लटक गई। यह देख पति अजीत ने शोर मचाना शुरू किया और दरवाजा तोड़कर बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन असफल रहा। इसके बाद अजीत ने दूसरे कमरे में अंदर से बंद कर फांसी लगा ली। अजीत की मां लौटी तो कमरों में शव लटकते देख चीख पड़ी। लोगों ने दरवाजा तोड़कर दोनों को बाहर निकाला, तब तक उनकी मौत हो गई थी।
दंपति की आत्महत्या की घटना से पूरा गांव स्तब्ध
शादी के पहले प्रेम परवान चढ़ने पर अजीत व संगीता ने साथ जीने और मरने की कसमें खाई थी। दोनों के काफी प्रयास के बाद परिवारीजन शादी को तैयार हुये थे। शादी को अभी छह माह ही गुजरे थे कि पत्नी को फंदे से लटकता देख अजीत ने खुद की जान ले ली। इस घटना से परिवारीजन समेत गांव के लोग स्तब्ध हैं।
मोतीपाकड़ निवासी अजीत गौतम दिल्ली में रहकर एक बिल्डर के पास मकान निर्माण कार्य में मेठ का कार्य करता था। उसके साथ बगल के गांव सौरहा बुजुर्ग निवासी दोस्त भी काम करता था। दोस्त की पत्नी के माध्यम से महराजगंज जनपद के बेलवा चौधरी निवासी उसकी छोटी संगीता से फोन के जरिए सम्पर्क हुआ और बातचीत होने के दौरान दोनों में अगाध प्रेम हो गया।
दोनों ने साथ जीने मरने की कसमें खाकर एक साथ जीने का फैसला किया था। दोनों ने घर वालों को एक दूसरे से विवाह न होने पर जान देने की धमकी तक दे डाली थी। विवश होकर परिजन शादी के लिए राजी हो गये। विवाह के बाद से मृतक अजीत घर पर पत्नी के साथ रहता था और क्षेत्र में भ्रमण कर मजदूरी करता था।
परिजनों का कहना है कि शादी के कुछ दिन बाद से पत्नी-पत्नी में आए दिन कहासुनी होने लगी। मोतीपाकड़ निवासी नंदलाल के दो बेटों में अजीत बड़ा था। छोटा बेटा मंजीत 15 वर्ष का है। वह भी माता-पिता व भाई के साथ मजदूरी का काम करता है। मां उर्मिला देवी बार-बार बेहोश हो जा रही है। अजीत की कमाई से परिवार की आजीविका चलता था। खड्डा सीओ उमेश चंद्र भट्ट ने कहा कि पति-पत्नी ने आपसी विवाद के बाद फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली है। थानाध्यक्ष को मौके पर भेजा गया था। जांच चल रही है।