पहली से 12वीं तक के बच्चों को पढ़ाने में पुरुषों से आगे महिलाएं, 2012 से बदली तस्वीर
- एक से पांचवीं तक प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर शिक्षिकाओं की संख्या 136 है। छठी से आठवीं तक प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर 104 महिला शिक्षक हैं। नौंवी-दसवीं और 11-12 वीं में महिला शिक्षकों का औसत पुरुषों के मुकाबले कम है। इन दोनों स्तरों पर भी शिक्षण में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है।

प्राइमरी से माध्यमिक स्तर के स्कूलों में शिक्षण महिलाओं के सबसे पसंदीदा क्षेत्र में टॉप पर है। प्राइमरी, उच्च प्राथमिक स्कूलों में महिला शिक्षकों की संख्या पुरुषों से बहुत आगे है। एक से पांचवीं तक प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर शिक्षिकाओं की संख्या 136 है, छठी से आठवीं तक प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर 104 महिला शिक्षक हैं। नौंवी-दसवीं और 11-12 वीं में महिला शिक्षकों का औसत पुरुषों के मुकाबले कम है। इन दोनों स्तरों पर भी महिलाओं की शिक्षण में भागीदारी बढ़ी है। ये आंकड़े सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जारी ’भारत में महिलाएं और पुरुष 2024: चयनित संकेतक और डेटा’ रिपोर्ट के हैं। प्राइमरी स्कूलों में सौ पुरुषों पर महिला शिक्षकों की तस्वीर 2012-13 से बदलनी शुरू हुई थी।
उच्च प्राथमिक से 12वीं तक रफ्तार धीमी
छठी से आठवीं, नवीं-दसवीं और 11-12 वीं में प्रति सौ पुरुषों पर महिला शिक्षकों की संख्या में वृद्धि की रफ्तार धीमी रही। छठी से आठवीं तक 2012-13 में प्रति सौ पुरुषों पर महिला शिक्षक 75 थी, जो 2017-18 में 87 हो गईं। 2023-24 में आंकड़ा 104 पहुंचा है। नवीं-दसवी में 2013-14 में प्रति सौ पुरुषों पर महिला शिक्षक 57 और 11-12 वीं में 66 थी। 2017-18 में 75 एवं 73 हो गया।
सीसीएसयू में छात्राओं की भागीदारी में उछाल
शिक्षण में महिलाओं की संख्या में वृद्धि का ट्रेंड है, उच्च शिक्षा में छात्राओं की भागीदारी बढ़ी है। मेरठ मंडल के छह जिलों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर सहित विभिन्न उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में छात्राओं की भागीदारी 60 फीसदी से अधिक है। मानविकी में 70 फीसदी तक छात्राएं उच्च शिक्षा में पंजीकृत हैं।
2012-13 के बाद बदली प्राइमरी स्कूलों की तस्वीर
प्राइमरी स्कूलों में सौ पुरुषों पर महिला शिक्षकों की तस्वीर 2012-13 से बदलनी शुरू हुई। इस सत्र में प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर महिला शिक्षकों की संख्या सौ थी। 2017-18 में प्रति सौ पुरुष शिक्षकों पर महिला शिक्षकों की संख्या 110 पहुंच गई। 2023-24 में यह 136 रिकॉर्ड हुई, जो सर्वाधिक है।