बोले देहरादून : एकता विहार में जल संकट झेल रहे लोग खरीदकर पी रहे पानी
देहरादून के वार्ड 61 में एकता विहार सोसायटी के लोग गंभीर पेयजल संकट का सामना कर रहे हैं। यहां पानी सुबह एक से डेढ़ घंटे ही आता है, जिसके कारण निवासियों को टैंकर मंगाने पड़ रहे हैं। सफाई व्यवस्था भी...
देहरादून वार्ड 61 में एकता विहार की सोसायटी के लोग पेयजल संकट झेल रहे हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार पानी सुबह एक से डेढ घंटे ही आता है। जिससे लोगों की जरूरतें पूरी न होने के कारण उन्हें पानी के टैंकर मंगाने पड़ रहे हैं। यहां सफाईकर्मी भी नियमित रूप से नहीं आते हैं। एकता विहार के लोग खुद ही गलियों की सफाई करते हैं। इसके साथ ही एकता विहार के पूर्व और पश्चिम में निगम की जमीन है। जहां बरसाती नाला आता है। लोगों का आरोप है कि यहां कुछ लोगों के सहयोग से बाहरी लोगों को बसाया गया है। दीपिका गौड़ की रिपोर्ट... देहरादून नगर निगम वार्ड 61 में स्थित एकता विहार में 16 गलियां शामिल हैं और इसके साथ ही 800 से ज्यादा परिवार यहां निवास करते हैं। जो कई वर्षों से दिक्कतों का सामना करने को मजबूर हो चुके हैं। आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान के ‘बोले देहरादून अभियान के तहत एकता विहार सोसायटी के लोगों से बातचीत की गई। इसमें सोसायटी के लोगों ने बताया कि वह इस क्षेत्र में कई समस्याओं को झेल रहे हैं। कई गलियों में नालियां न होने के कारण लोगों को समस्या हो रही है और कुछ लोगों ने अपने घरों के बाहर नालियों की जगह पर पेड़ लगा कर तारबाड़ के साथ पानी की निकासी बंद कर दी है। इसके साथ ही एकता विहार में सीवर लाइन नहीं बिछाई गई है। जिससे लोगों के घरों के पानी की निकासी के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। बारिश के दौरान यहां बहुत समस्या रहती है।
एकता विहार के दोनों तरफ कब्जे करते हुए बाहरी लोगों ने झोपड़ी बनाई हुई है और कूड़ा फैलाया है। जिससे अक्सर सोसायटी वालों को डर लगता है। क्योंकि सोसायटी के लोगों का कहना है कि यह लोग नशे की हालत में हुड़दंग मचाते हुए गाली-गलौज करके परेशान करते हैं। जिस कारण सोसायटी वालों की नींद भी खराब होती है। समझाने पर भी यह लोग नहीं सुनते। आखिर इन्हें किन लोगों का संरक्षण प्राप्त है इस बात का पता चले। गर्मियां शुरू हो गई हैं। इसलिए एकता विहार सोसायटी में जल्द से जल्द पेयजल समस्या का समाधान करना चाहिए। जिससे सोसायटी वाले पानी की किल्लत से दूर हो पाए।
सफाई व्यवस्था पर नहीं किसी का ध्यान
लोगों का कहना है कि यहां पर नियमित साफ सफाई नहीं होती है। शिकायत करने के बाद भी कुछ समस्या हल नहीं होती नजर आ रही है। सफाई कर्मी भी सोसाइटी में कभी कबार ही सफाई करने आते है। इसके बाद भी अपने काम को वह सही ढंग से नहीं करते है।
कई बार सोसायटी के लोगों को दूसरे इलाके से लाना पड़ता है पानी
एकता विहार में पानी की गंभीर समस्या सामने आ रही है। स्थानीय निवासियों ने बताया कि सोसायटी में पानी केवल सुबह एक से डेढ़ घंटे ही आता है। इस निर्धारित समय में ही लोगों को अपनी जरूरत का सारा पानी भरना पड़ता है। यदि किसी कारणवश कोई व्यक्ति उस समय घर पर नहीं होता, तो उसे पूरे दिन पानी की किल्लत झेलनी पड़ती है। खासकर पीने के पानी और घरेलू कार्यों के लिए यह स्थिति और भी कठिन हो जाती है। कई बार लोगों को आसपास के इलाकों से पानी लाना पड़ता है। गर्मियों में यह समस्या और भी विकराल हो जाती है। स्थानीय लोगों की मांग है कि पानी की आपूर्ति सुबह और शाम दोनों समय की जाए, जिससे सभी निवासियों को पर्याप्त पानी मिल सके और उनकी दिनचर्या बाधित न हो। प्रशासन से उम्मीद है कि वह जल्द ही इस समस्या का समाधान करेगा। गर्मी शुरू हो गई है इसलिए पेयजल संकट को गंभीरता से लेना चाहिए।
एकता विहार में आज तक पार्क नहीं बना
स्थानीय लोगो ने बताया कि एकता विहार की सोसाइटी में बुजुर्गो और बच्चों के लिए पार्क की कोई सुविधा नहीं है। जब एकता विहार ग्राम सभा में था तो उस समय सोसाइटी में पार्क के लिए जगह अधिकृत कर प्रस्ताव पास किया गया था। वो पार्क इतने साल बीत जाने के बाद भी नहीं बना। जिस कारण लोगो के घूमने फिरने के लिए जगह न होने से परेशानी होती है। बच्चे सड़को पर खेलते है और बुजुर्गो को सैर सपाटा करने में दिक्कत हो जाती है।
अतिक्रमण करने वालों पर कार्रवाई की जाए
स्थानीय लोगों का कहना है कि एकता विहार रेसिडेंटल सोसायटी है। जहां शिक्षित लोगों का समुदाय रहता है। इसके बावजूद कुछ लोगों के संरक्षण से बाहरी लोगों ने एकता विहार के दोनों तरफ के खाले जो निगम की जमीन पर है। उन पर अवैध कब्जा करके झोपडियां डाली हैं।
पेयजल निगम ने यहां पर नए ट्यूबवेल की योजना बनाई है
एकता विहार में पानी की समस्या आ रही है। यहां एक ही ट्यूबवेल है। जिस पर अधिक लोड हो गया है। हमें भी अधिक अवधि तक पानी देने में समस्या रहती है। गर्मियों में यहां पेयजल संकट बढ़ जाता है। इस ट्यूबवेल का डिस्चार्ज तो ठीक है मगर 16-17 साल पुराने ट्यूबवेल पर आबादी का अधिक भार है। पेयजल निगम ने इस इलाके में नए ट्यूबवेल के लिए योजना तैयार की है। इसका टेंडर भी हो चुका है। उम्मीद है एक ओर ट्यूबवेल से पेयजल सप्लाई सामान्य करने में मदद मिलेगी। -संजय सिंह, ईई जल संस्थान उत्तर डिविजन
सुझाव
1. सुबह और शाम दोनो समय नियमित पानी आए। जिससे आपूर्ति हो पाए।
2. एकता विहार में नालियां बनाई जानी चाहिए।
3. एकता विहार के दोनो तरफ के खालो में अवैध अतिक्रमण कर कब्जा करने वालो पर ठोस कार्रवाई की जाए।
4. सोसायटी के लोगों के टहलने के लिए पार्क बनाया जाए।
5. जिन लोगों के घरों में किराएदार रहते है। उनका सत्यापन किया जाना चाहिए।
शिकायत
1. पर्याप्त पानी नहीं आने से लोगों की पेशानियां बढ़ती जा रही हैं।
2. एकता विहार के दोनों तरफ खालो में कुछ लोगों ने अतिक्रमण करके बाहरी लोगों को बसाया है।
3. एकता विहार की खाली जमीन पर लोग कूड़ा ड़ाल कर गंदगी फैलाने का काम कर रहे है।
4. एकता विहार में सड़क की स्थिति बेहद खराब है और दुर्घटनाओ का कारण बन रही है।
5. सोसायटी मे बुजुर्गों और बच्चों के लिए पार्क की सुविधा नहीं है। इससे बहुत परेशानी होती है।
बोले लोग-
एकता विहार के लोग पानी की कमी के कारण बहुत ज्यादा यरेशान हैं। सुबह केवल पानी एक से डेढ़ घंटे ही आता है। जिसका प्रेशर भी बहुत कम होता है। कई लोग तो पानी भर भी नहीं पाते हैं। -दयाल सिंह पंवार
एकता विहार की मुख्य सड़क सहित दोनों खालों में लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ है। इस अतिक्रमण के कारण हम सोसाइटी के लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। - सौरभ गुसाईं
यहां कुल 16 गलियां हैं और 800 के करीब परिवार रहते हैं। कुछ गलियों में नालियां हैं लेकिन कुछ में नालियां देखने को नहीं मिलती। नालियां बनने से ही लोगों को सुविधा मिलेगी। - पूरण चंद्र सेमवाल
सोसायटी में पार्क बनाने के लिए शासन से जगह अधिकृत की गई थी। प्रस्ताव पास होने के बाद भी एकता विहार में पार्क नहीं बनवाया गया है। बच्चे और बुजुर्गों के लिए पार्क की सुविधा तो होनी ही चाहिए। -प्रदीप डिमरी
यहां न तो सीवर लाइन बिछाई गई है। न ही सभी गलियों में नालियां बनाई हैं। नालियां बनने से लोगों की समस्याएं दूर हो जाती। स्वच्छता के लिहाज से इन समस्याओं पर काम होना ही चाहिए। -डॉ. विद्या सागर कापड़ी
सोसायटी वाले मिलकर पूर्व महापौर के पास तीन बार एकता विहार की समस्याओं को लेकर जा चुके हैं। अब नए महापौर भी बन गए हैं। मगर तब भी हमारी समस्याओं का हल नहीं हुआ है। -गोविंद ढौंडियाल
एकता विहार में सफाई व्यवस्था अच्छी होती तो इतनी दिक्कतें न होती। यहां सफाईकर्मी न के बराबर ही आते हैं। इसके चलते सोसायटी के लोगों को खुद ही सफाई करनी पड़ती है। -सचिन श्रीवास्तव
जब एकता विहार ग्राम सभा के अंतर्गत आता था। तो सोसायटी की ही खाली जमीन को पार्क के लिए प्रशासन ने चिन्हित करके पार्क बनाने की बात की थी। लेकिन आज तक पार्क नहीं बना। -केसी आहूजा
एकता विहार के नगर निगम में शामिल होने के बाद भी यहां सुविधाएं बहुत कम हैं। सफाई कर्मी सफाई करने नहीं आते है। नालियां चोक हो जाती हैं। -संजय सिंह
एकता विहार के पास में ही ट्यूबवेल की दीवार की आड़ पर बहुत से घर बने हुए हैं। यह घर किसके हैं और क्यों बने हैं किसी को इस बात का पता नहीं है। -केपी पुरोहित
जिन लोगों के घरों में भी किराएदार रह रहे हैं। उन लोगों को अपने किराएदारों के सत्यापन के लिए प्रक्रिया जारी करनी चाहिए। किराएदारों का सत्यापन जरूरी है। -राकेश बडोनी
गली नंबर 16 सी में कुछ महीने पहले अवैध कब्जा किया गया है। आरटीआई में पता चला कि इन जमीनों पर भू माफियाओं द्वारा कब्जा किया गया है। -कमल ममगाईं
सोसायटी के लोगों की जो भी समस्या हैं। शासन- प्रशासन बरसात से पहले सोसायटी की सभी समस्याओं का प्राथमिक स्तर जल्द समाधान कराए। - मदन मोहन जुयाल
सोसायटी वालों की मांग है कि सोसायटी के प्रवेश बोर्ड के पास ही बड़ा सा गेट लगाया जाए। क्योंकि सोसायटी के अंदर बाहरी लोगों का आना जाना बढ़ गया है। -चंद्रकला नौटियाल
पास ही में पुलिस चौकी है। लेकिन यहां चेकिंग के दौरान बाहरी लोग सोसायटी में आगे के रास्ते से घुस जाते हैं। तेज आवाज में अपने वाहनों में म्यूजिक चलाते हैं। -सुधा बहुगुणा
एकता विहार सोसयटी की कई जगहों पर सड़क की स्थिति भी सही नहीं है। जीता जगता उदाहरण सोसायटी में प्रवेश करते ही देखा जा सकता है। -देवेंद्र अधिकारी
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