उत्तराखंड के अल्मोड़ा-टिहरी समेत 18 शहरों में नहीं होगी पानी की कमी, पेयजल संकट दूर करने को बना ऐक्शन प्लान
- बेस लाइन सर्वे को कंपनी फाइनल होने के बाद सर्वे के साथ ही आगे की टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। काम करने वाले कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांग लिया गया था।

तेजी से बढ़ती आबादी के दबाव से जूझ रहे उत्तराखंड के 18 शहरों में पेयजल संकट जल्द दूर होगा। 1250 करोड़ के जायका प्रोजेक्ट से इन 18 शहरों में पेयजल योजनाएं तैयार की जाएंगी। इसके लिए इन शहरों का बेस लाइन सर्वे के काम को कंपनी का चयन हो गया है।
जायका प्रोजेक्ट को लेकर पहले ही केंद्र सरकार की मौजूदगी में जायका और उत्तराखंड के बीच लोन एग्रीमेंट फाइनल हो गया है। इन योजनाओं पर तेजी के साथ काम शुरू हो सके, इसके लिए चिन्हित शहरों के बेस लाइन सर्वे का काम शुरू किया जाएगा।
बेस लाइन सर्वे को कंपनी फाइनल होने के बाद सर्वे के साथ ही आगे की टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। काम करने वाले कंपनियों से एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट मांग लिया गया था। इसमे कई कंपनियों ने काम करने में दिलचस्पी दिखाई है। अब रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी कर दिया गया है।
इन शहरों में जायका से होगा काम
अल्मोड़ा, द्वाराहाट, रानीखेत, भिकियासैंण, बेरीनाग, गंगोलीहाट, झबरेड़ा, भगवानपुर, लक्सर, लंढौरा, पिरान कलियर, शिवालिकनगर, चंबा, चमियाला, घनसाली, कीर्तिनगर, लंबगांव, नई टिहरी।
वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट से दूसरे शहरों में काम
जायका प्रोजेक्ट में शामिल होने से छूट शहरों में काम करने को वर्ल्ड बैंक प्रोजेक्ट से बजट जुटाया जाएगा। इसके लिए अलग से प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट में लोहाघाट, भवाली, भीमताल, बागेश्वर, कालाढूंगी, जसपुर, गैरसैंण, थराली, नंदप्रयाग, जोशीमठ, पीपलकोटी, गोपेश्वर, बड़कोट, चिनियालीसौड़, पुरोला, नौगांव, तिलवाड़ा, रुद्रप्रयाग, ऊखीमठ, अगस्त्यमुनी को शामिल किया जाएगा।
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