गांधीनगर में जूनियर हाईस्कूल न खोलने से आक्रोश
स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव में जूनियर हाईस्कूल न होने से बच्चे पांचवीं के बाद पढ़ाई के लिए रोजाना आठ किमी पैदल जाते हैं। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर इस समस्या का विरोध किया और कहा कि वे कई...

स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव में सरकारी तंत्र एक जूनियर हाईस्कूल तक नहीं खोल सका है। बुधवार को आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर आक्रोश जताया। ग्रामीणों ने कहा कि गांव में जूनियर हाईस्कूल न होने से बच्चें पांचवीं के बाद पढ़ाई को रोजाना आठ किमी पैदल आवाजाही करने को मजबूर हैं। विकासखंड के गांधीनगर में निवर्तमान ग्राम प्रधान राजेश रोशन की अध्यक्षता में ग्रामीणों ने बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव में 136 परिवार वर्तमान में रहते हैं। जिसमें से 99फीसदी अनुसूचित जाति के लोग हैं। कहा कि गांव में बच्चों के लिए केवल प्राथमिक स्कूल ही है। आगे की पढ़ाई के लिए बच्चों को जंगल के रास्ते से होते हुए दूसरे गांव जाना पड़ता है। इससे बच्चों को खासी दिक्कत उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने कहा कि कई वर्षों से वह जूनियर हाईस्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं। ताकि बच्चों को शिक्षा के लिए जूझना न पड़े। इस संबंध में वह लगतार विभागीय अधिकारियों को ज्ञापन दे रहे हैं, लेकिन कोई उनकी सुध नहीं ले रहा है। बाद में ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर कहा कि आगामी 18मार्च को वह तहसील मुख्यालय पहुंचकर एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन करेंगे।
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