लखवाड़ बांध परियोजना में भारी विस्फोट करने पर जताई चिंता
- कहा कि विस्फोटों से कोई जान-माल की हानि होती है तो कंपनी होगी जिम्मेदार

कालसी, संवाददाता। लोहारी में लखवाड़ बांध विस्थापित श्रम सहकारी समिति ने गुरुवार को बैठक कर कुणा गांव में किए जा रहे विस्फोटों से पहाड़ों को हिलने पर गंभीर चिंता व्यक्त की गई। समिति ने गांव के सुरक्षा की मांग करते हुए सुरक्षित विस्फोट किए जाने की मांग जिला प्रशासन से की। समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर कभी भविष्य में इन प्रकार विस्फोटकों से किसी जान माल की हानि होती है तो कंपनी उसे नुकसान की जिम्मेदार होगी। बैठक में एलएनटी कंपनी द्वारा स्थानीय नौजवानों को रोजगार न देकर के बाहर के लोगों को रोजगार दिए जाने पर भी भारी आक्रोश व्यक्त किया गया। मुख्यमंत्री से मांग की गई कि वह स्वयं हस्तक्षेप कर स्थानीय नौजवानों को कंपनी में रोजगार उपलब्ध कराए। क्योंकि प्रभावित परिवारों ने अपनी पैतृक संपत्ति को प्रदेश एवं देश की ऊर्जा एवं सिंचाई के लिए समर्पित की है। इसलिए बांध क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलना अति आवश्यक है। समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह ने कहा है कि एक वर्ष पूर्व कंपनी में लगे कुछ नौजवानों पर झूठे मुकदमें लगाकर उनको नौकरी से निकाल दिया गया, जो की उन नौजवानों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है। झूठे मुकदमों को तुरंत वापस लिया जाने की मांग बैठक में की गई। दिग्विजय सिंह ने कहा की 90 करोड रुपये वन विभाग को कैट प्लांट के तहत मिले हैं। उन 90 करोड़ को डकारने के लिए वन विभाग गैर प्रभावित क्षेत्र में इस बजट को खर्च कर रहा है। जबकि लखवाड़ गांव एवं टिहरी गढ़वाल का पाली गांव पहले से ही घर की मकान में दरारों वाला क्षेत्र रहा है। इस दौरान पूर्ण विस्थापित ग्राम लोहारी, कुणा, रनोगी को अपने क्षेत्र में ही बसाने की सरकार से मांग की गई। पाली गांव के विकास समिति के अध्यक्ष जोत सिंह रावत ने बैक डोर भर्ती किए जाने पर घोर आपत्ति करते हुए स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जाने की मांग की। बैठक में लोहारी बांध समिति के अध्यक्ष नरेश चौहान,वरिष्ठ सदस्य चतर सिंह, जीवन सिंह,चमन रावत, संदीप तोमर, राजेश चौहान, शूरवीर सिंह चौहान, सरदार सिंह, सरदार सिंह,रमेश चौहान आदि मौजूद थे।
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