ज्येष्ठ में निर्जला एकादशी, गंगा दशहरा, शनि जयंती, जानें इस महीने क्या करें, क्या नहीं
12 मई को वैशाख पूर्णिमा के बाद से ज्येष्ठ का महीना शुरू हो रहा है। ज्येष्ठ का महीना 13 मई से शुरू होगा। इस महीने में निर्जला एकादशी, वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा और शनि जयंती मनाई जाती है। इस महीने में दान का बहुत अधिक महत्व है।

12 मई को वैशाख पूर्णिमा के बाद से ज्येष्ठ का महीना शुरू हो रहा है। ज्येष्ठ का महीना 13 मई से शुरू होगा। इस महीने में निर्जला एकादशी, वट सावित्री व्रत, गंगा दशहरा और शनि जयंती मनाई जाती है। इस महीने में दान का बहुत अधिक महत्व है। इस महीने में निर्जला एकादशी और गंगा दशहरा बहुत खास माना जाता है। इस दिन जलदान करना और गंगा स्नान करने का बहुत अधिक महत्व है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने में जल का दान बहुत पुण्य देता है। जल का दान मिट्टी के घड़े में करना चाहिए। दान-पुण्य, गंगा स्नान और बड़ा मंगल पर हनुमान जी की इस महीने में विशेष फल देती है। इस महीने 5 बड़ा मंगल पर हनुमान जी की पूजा बहुत फलदायी होती है। इसके अलावा ज्येष्ठ माह में बड़े पुत्र या पुत्री का विवाह नहीं करना चाहिए। यहां पढ़ें इस महीने के व्रत और त्योहार
13 मई, दिन: मंगलवार: नारद जयंती, ज्येष्ठ माह प्रारंभ, पहला बड़ा मंगल
14 मई, दिन: बुधवार: वृषभ संक्रांति
16 मई, दिन: शुक्रवार: संकष्टी चतुर्थी
20 मई, दिन: मंगलवार: दूसरा बड़ा मंगल, मासिक कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी
23 मई, दिन: शुक्रवार: अपरा एकादशी
24 मई, दिन: शनिवार: शनि प्रदोष व्रत
25 मई, दिन: रविवार: मासिक शिवरात्रि
26 मई, दिन: सोमवार: वट सावित्री व्रत, दर्श अमावस्या
27 मई, दिन: मंगलवार: तीसरा बड़ा मंगल, शनि जयंती, ज्येष्ठ अमावस्या, रोहिणी व्रत
30 मई, दिन: शुक्रवार: विनायक चतुर्थी
1 जून, दिन: रविवार: स्कन्द षष्ठी
3 जून, दिन: मंगलवार: तीसरा बड़ा मंगल, मासिक दुर्गाष्टमी
4 जून, दिन: बुधवार: महेश नवमी
5 जून, दिन: गुरुवार: गंगा दशहरा
6 जून, दिन: शुक्रवार: निर्जला एकादशी, गायत्री जयंती
8 जून, दिन: रविवार: प्रदोष व्रत
10 जून, दिन: मंगलवार: चौथा बड़ा मंगल, वट पूर्णिमा व्रत, ज्येष्ठ पूर्णिमा व्रत
11 जून, दिन: बुधवार: ज्येष्ठ पूर्णिमा स्नान और दान, कबीरदास जयंती