भारत में हर साल 4.8 लाख सड़क दुर्घटनाएं, 1.8 लाख मौतें; इसे 50% तक कम करने को सरकार ने बनाया ये मास्टर प्लान
भारत में सड़क दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में इस विषय पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं।

भारत में सड़क सुरक्षा को लेकर एक बड़ी चिंता उभर रही है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने हाल ही में इस विषय पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। यह हर नागरिक के लिए चिंता का विषय है और इसे रोकने के लिए यातायात नियमों का पालन अनिवार्य है। आइए जरा विस्तार से इसकी डिटेल्स जानते हैं।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं के चौंकाने वाले आंकड़े
पिछले आंकड़ों के अनुसार, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि भारत में हर साल लगभग 4.8 लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं, जिनमें से 1.8 लाख लोगों की मौत हो जाती है और लगभग 4 लाख लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं। इनमें सबसे अधिक प्रभावित दोपहिया वाहन चालक और पैदल यात्री होते हैं।
आर्थिक नुकसान और खराब सड़क डिजाइन की बड़ी भूमिका
रिपोर्ट के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं से भारत की अर्थव्यवस्था को 3% जीडीपी का नुकसान होता है। इतना ही नहीं, खराब सड़क डिजाइन और अव्यवस्थित इन्फ्रास्ट्रक्चर भी सड़क हादसों की संख्या बढ़ाने में अहम भूमिका निभाते हैं। मंत्री ने बताया कि कई दुर्घटनाएं गलत तरीके से बनाई गई सड़कों और लापरवाह इंजीनियरिंग के कारण होती हैं।
सरकार की योजना: 2030 तक दुर्घटनाओं में 50% की कमी
भारत सरकार सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े सुधारों पर काम कर रही है। सरकार का लक्ष्य 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं को 50% तक कम करना है। इसके लिए कई अहम कदम उठाए जा रहे हैं, जिनमें सड़क सुरक्षा शिक्षा, ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू करना, सड़क डिजाइनों में सुधार और आधुनिक तकनीकों का उपयोग शामिल है।
सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार और उद्योगों का सहयोग जरूरी
केंद्रीय मंत्री ने उद्योगों और सरकार के बीच बेहतर समन्वय की जरूरत पर जोर दिया। उनका मानना है कि सड़क सुरक्षा को लेकर नई योजनाएं और एडवांस सॉल्यूशन अपनाकर हम दुर्घटनाओं की संख्या को कम कर सकते हैं। इसके लिए जागरूकता अभियान और सेफ्टी नॉर्म्स का पालन सुनिश्चित करना जरूरी है।
भारत में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या एक गंभीर समस्या बन चुकी है। यह न केवल लाखों लोगों की जान ले रही है, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर डाल रही है। ऐसे में हर नागरिक की जिम्मेदारी बनती है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें। सरकार के प्रयासों के साथ-साथ यदि हम भी सतर्क रहें, तो इस समस्या से बचा जा सकता है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।