तेज प्रताप यादव की बेदखली से भड़के अनुष्का के भाई आकाश, संघर्ष और लंबी लड़ाई का ऐलान कर दिया
अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव, तेज प्रताप यादव को आरजेडी और लालू परिवार से बेदखल किए जाने पर भड़क गए। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपनी बहन (अनुष्का) के लिए लंबी लड़ाई लड़ेंगे।

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के अध्यक्ष लालू यादव द्वारा अपने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बेदखल करने के बाद अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव भड़क गए हैं। उन्होंने अनुष्का के सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष करने और लालू यादव द्वारा पहल करके विवाद को नहीं थामने पर लंबी लड़ाई का ऐलान कर दिया है। तेज प्रताप के फेसबुक पेज से शनिवार को अनुष्का के साथ एक फोटो पोस्ट कर 12 साल से दोनों के बीच रिलेशनशिप की बात कबूली गई थी, लेकिन उस पोस्ट को कुछ देर बाद डिलीट कर दिया गया था। देर रात तेज प्रताप ने ट्वीट करके कहा था कि उनका फेसबुक हैक और फोटो एडिट करके बदनाम करने की कोशिश की गई है।
पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा) की छात्र विंग के अध्यक्ष आकाश यादव ने लालू यादव से इस मामले का संज्ञान लेने का आग्रह किया है और साथ ही चेतावनी भी दी है कि अगर इसे रोका नहीं गया तो यह लड़ाई दूर तक जाएगी। एक टीवी चैनल से बातचीत में आकाश ने कहा कि तेज प्रताप यादव को बेदखल करने का फैसला लालू ने जल्दबाजी में लिया। यह मुगल-ए-आजम का दौर नहीं, बल्कि संविधान और लोकतंत्र का दौर है। तेज प्रताप यादव और अनुष्का के संबंध पर आकाश ने कहा कि दोनों बालिग हैं, इस पर वो चर्चा नहीं करेंगे। दो परिवारों की इज्जत, मान-सम्मान को नीलाम किया जा रहा है।
आकाश यादव ने कहा कि वह अपनी छोटी बहन (अनुष्का) के मान-सम्मान और प्रतिष्ठा के लिए संघर्ष करेंगे। उन्होंने कहा,"लालू यादव को हम लोग मानते हैं। उनसे आग्रह है कि वह पहल करें। चीजों को संज्ञान में लें। अगर समय रहते रोका नहीं गया तो यह लड़ाई दूर तक जाएगी।" तेज को बेदखल करने पर उन्होंने कहा कि लालू ने यह फैसला खुद नहीं लिया, बल्कि उनसे दिलया गया। आकाश ने दावा किया कि उनके साथ 2018 और 2021 में भी अत्याचार हुआ था। उन्होंने कहा कि वो गरीब यादव परिवार से हैं तो क्या उनके साथ ही बार-बार अन्याय होगा।
तेज प्रताप यादव की तारीफ करते हुए आकाश यादव ने कहा, "उनके नेचर से लोग वाकिफ हैं। तेज प्रताप अपने ठोस कदम और फैसलों की वजह से ही जाने जाते हैं। उनका रूप अभी कोई नहीं जान रहा है। हमारा उनके साथ राजनीति का अनुभव है। अपनी बातों पर वे अडिग रहते हैं।"