भारी कमीशन लेकर चहेतों को दिलाए सरकारी ठेके, IAS संजीव हंस एक और केस दर्ज
भ्रष्टाचार के आरोप झेल रहे आईएएस संजीव हंस के खिलाफ एसवीयू ने एक और केस दर्ज किया है। इसमें भारी कमीशन लेकर सरकारी ठेके चहेतों को देने का आरोप लगा है।

बिहार के चर्चित आईएएस संजीव हंस के खिलाफ भ्रष्टाचार का एक और मामला दर्ज हुआ है। आरोप हैं कि बिजली कंपनी और बीएमएसआईसीएल में विभिन्न पदों पर रहते हुए सराकारी ठेके अपने चहेतों को दिलाए। इसकी एवज में उन्होंने भारी कमीशन लिया था। इस केस की जांच आगे बढ़ने पर बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और वरिष्ठ इंजीनियरों पर भी गाज गिर सकती है। संजीव हंस पर भवन निर्माण विभाग में भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक सरकारी ठेके को मैनेज करने के मामले में बिहार सरकार की विशेष निगरानी इकाई (एसयूवी) ने गुरुवार को आईएएस संजीव हंस के खिलाफ एक और मामला दर्ज किया। इस मामले में ठेकेदार रिशु श्री उर्फ रेशु रंजन सिन्हा को मुख्य आरोपी बनाया गया है।
एफआईआर में आरोप है कि ठेकेदार रेशु रंजन ने विभिन्न विभागों में अधिकारियों के साथ साठ-गांठ करते हुए सरकारी ठेके मैनेज किए और इसकी एवज में अधिकारियों को भरपूर कमीशन दिया। उसने संजीव हंस को भी कमीशन देकर बिजली कंपनी और बीएमएसआईसीएल में कई ठेके अपने करीबियों को दिलाए।
पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी सरकारी ठेकों को मैनेज करने के मामले में भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता सहित कई अधिकारियों के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस छापेमारी में बड़े स्तर पर कमीशनखोरी का खुलासा हुआ था। मालूम हो कि संजीव हंस के खिलाफ बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट में पहले से एक एफआईआर दर्ज है, जिसमें उनके साथ पूर्व विधायक गुलाब यादव भी आरोपी हैं।
इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय भी प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत धन शोधन का मामला दर्ज करते हुए कांड का अनुसंधान कर रही है। संजीव हंस और गुलाब यादव को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।