तेजस्वी यादव ने एक बार फिर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। अधिकारी पैसों की उगाही में लगे हैं। ग्लोबल टेंडर के जरिए किए जा रहे कार्यों को लेकर तेजस्वी ने सवाल उठाए।
सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुकुल कुमार झा पर हाजीपुर में अंचलाधिकारी रहते हुए काली कमाई कर संपत्ति बनाने का आरोप है। विजिलेंस ने पटना, पूर्णिया समेत तीन शहरों में गुरुवार को छापेमारी की।
आरोप हैं कि प्रिंस राज ने सुपौल में अंचलाधिकारी रहते हुए भ्रष्टाचार के जरिए काली कमाई की। उन्हें सरकार ने पूर्व में निलंबित किया था और आय से अधिक संपत्ति का मामला चल रहा है।
वैशाली जिले के लालंगज में राजस्व कर्मी अवधेश प्रसाद ने वसूली के लिए सरकारी कार्यालय से अलग अवैध ठिकाना बना रखा था। पुलिस-प्रशासन की टीम ने वहां छापेमारी कर 3 लाख रुपये कैश बरामद किए। तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है।
बिहार में फिर एक भ्रष्ट लोकसेवक निगरानी विभाग के हत्थे चढ़ गया। घूस लेते हुए उसे रंगे हाथों पकड़ा गया है। निगरानी टीम उसे गुप्त स्थान पर ले जाकर पूछताछ कर रही है।
नालंदा जिले के डीटीओ अनिल कुमार दास के घर और दफ्तर में शुक्रवार को हुई रेड में एसवीयू ने ढाई करोड़ रुपये मूल्य के गहने और जमीन के कागज जब्त किए।
बिहार में भ्रष्टचार रोकने के लिए पहले से काम कर रहे तीन विभागों के बाद अब नीतीश सरकार ने मुख्य जांच आयुक्त निदेशालय बनाया। यह कलेक्टर, एसपी, कमिश्नर और सचिव तक के गलत काम की जांच करेगा।
गिरफ्तार दारोगा में से एक फिरोज आलम 2019 बैच का है जबकि 2020 बैच के प्रशिक्षु एस आई रंजीत कुमार हैं। बताया जाता है कि फिरोज दो साल और रंजीत करीब छ माह से रूपसपुर थाना में पदस्थापित था।
सामान्य प्रशासन विभाग के अनुसार, अनुशासनिक कार्यवाही के संचालन की प्रकिया में त्रुटियों के कारण सरकार को असुविधाजनक स्थिति का सामना करना पड़ता था, इसलिए यह निदेशालय गठित किया गया है।
बोर्ड ने कहा है कि पांच फरवरी के बाद इस संबंध में पुन: समीक्षा कर आवश्यकतानुसार दिशा-निर्देश समिति द्वारा जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि समिति की ओर से एक से 15 फरवरी तक इंटर की परीक्षा है।