बिहार के बंदोबस्त पदाधिकारी की दिल्ली से बंगाल तक प्रॉपर्टी, रेड में क्या-क्या मिला
सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी मुकुल कुमार झा पर हाजीपुर में अंचलाधिकारी रहते हुए काली कमाई कर संपत्ति बनाने का आरोप है। विजिलेंस ने पटना, पूर्णिया समेत तीन शहरों में गुरुवार को छापेमारी की।

बिहार सरकार के पदाधिकारी मुकुल कुमार झा के ठिकानों पर निगरानी ब्यूरो (विजिलेंस) की टीम ने गुरुवार को ताबड़तोड़ छापेमारी की। यह कार्रवाई झा के पूर्णिया, भागलपुर और पटना स्थित घर एवं अन्य ठिकानों पर एक साथ की गई। वह अभी पूर्णिया में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के पद पर तैनात हैं। उनकी देश की राजधानी दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक, प्रॉपर्टी के कागजात मिले हैं। इसके अलावा 32 लाख के सोने के गहने, 15 बैंकों में खाते, इंश्योरेंस और म्युचुअल फंड में निवेश के एक दर्जन से ज्यादा कागजात मिले।
सहायक बंदोबस्त मुकुल कुमार झा पर आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने का मामला है। इसी सिलसिले में गुरुवार को विजिलेंस की टीम ने छापेमारी की। आरोपी और उनके परिजन के नाम पर दिल्ली, गाजियाबाद, सिलीगुड़ आदि शहरों में फ्लैट एवं दुकान खरीदे जाने के निवेश से संबंधित कागजात मिले हैं। निगरानी ब्यूरो इन कागजातों के आधार पर आरोपी पदाधिकारी की आय से अधिक वास्तविक संपत्ति का आकलन करने में जुटी है।
एफआईआर दर्ज कर शुरू हुई छानबीन
मुकुल कुमार झा के वैशाली जिले में हाजीपुर सदर के अंचलाधिकारी (सीओ) के पद पर रहते हुए पद का दुरुपयोग करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित किए जाने की शिकायत मिली थी। निगरानी ब्यूरो के अधिकारियों के मुताबिक इसके आधार पर जांच शुरू की गई। विजिलेंस को पदाधिकारी के द्वारा 56.68 लाख रुपये अधिक आय अर्जित करने के सबूत मिले। फिर एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की गई।
डीएसपी के नेतृत्व में निगरानी की अलग-अलग टीमें गुरुवार को पूर्णिया में सहायक बंदोबस्त पदाधिकारी के कार्यालय एवं आवास, भागलपुर के भिखनपुर स्थित उनके फ्लैट और पटना के गोला रोड में लोटस अबोर्ड अपार्टमेंट के फ्लैट में पहुंची। जांच के दौरान उनके ठिकानों से कई निवेश के कागजात मिले। बताया जा रहा है कि सेवाकाल में रहते हुए झा और उनके रिश्तेदारों के नाम पर कई शहरों में प्रॉपर्टी खरीदी गई।