मेरे खिलाफ बोलने से क्या होगा? बिहार में करप्शन चरम पर है, ग्लोबल टेंडर पर तेजस्वी ने उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने एक बार फिर राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने आरोप लगाया कि राज्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। अधिकारी पैसों की उगाही में लगे हैं। ग्लोबल टेंडर के जरिए किए जा रहे कार्यों को लेकर तेजस्वी ने सवाल उठाए।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने राज्य सरकार से चरमराई व्यवस्था को ठीक करने को कहा। उन्होंने रविवार को राघोपुर रवाना होने के पहले पटना में मीडिया से बातचीत में कहा कि पैसे पेड़ में तो फर नहीं रहे जो अधिकारी तोड़ कर जमा कर रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्ट्राचार चरम पर है मेरे खिलाफ बोलने से क्या होगा, अगर कुछ करना है तो चरमराई सिस्टम को ठीक करें।
बिहार सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में ग्लोबल टेंडर के जरिए किए जा रहे कार्यों को लेकर तेजस्वी ने कहा कि जब जब आप बिहार के ठेकेदारों की जगह बाहरी ठेकेदारों को काम देंगे और उसमें कमीशनखोरी करेंगे, तो काम कभी ढंग से नहीं होगा। बिना एप्रोच रोड के करीब पांच हजार से अधिक पुल-पुलिया बनाए गए हैं। सवाल पूछते हुए कहा कि राज्य सरकार की जांच एजेंसियां क्या कर रही हैं? क्यों नहीं ऐसे करप्शन में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं। जिनके विरुद्ध ईडी और सीबीआई कार्रवाई करती है।
इससे पहले भी तेजस्वी ने नीतीश सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की थी और आरोप लगाया कि सरकार की गलत नीतियों से राज्यवासियों पर कर्ज का बोझ बढ़ता जा रहा है। हालांकि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बिहार दौरे को लेकर किए गए सवाल पर चुप्पी साध गए। आपको बता दें खरगे एक दिन के बक्सर दौरे पर आए हैं। इस दौरान उन्होने पीएम मोदी और नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला।