वीकेएसयू : अंगीभूत कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति में लगेगा समय
-राजभवन का निर्देश-प्राचार्य की नियुक्ति में रहेंगे कुलाधिपति के प्रतिनिधि, दिशा-निर्देश से निर्गत होने से

-राजभवन का निर्देश-प्राचार्य की नियुक्ति में रहेंगे कुलाधिपति के प्रतिनिधि -जारी हुआ पत्र, दिशा-निर्देश निर्गत होने से पहले कोई नियुक्ति नहीं -शिक्षा विभाग की अनुशंसा के बाद विवि राजभवन के निर्देश का करेगा इंतजार आरा। निज प्रतिनिधि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय समेत अन्य विवि में अंगीभूत महाविद्यालयों में स्थायी प्राचार्य की नियुक्ति में अभी समय लगेगा। अब नियुक्ति में कुलाधिपति के प्रतिनिधि शामिल होंगे, जिसके बाद ही प्रधानाचार्यों की नियुक्ति कॉलेजों में होगी। पूर्व में शिक्षा विभाग के पत्र के बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि जल्द ही नियुक्ति हो जायेगी, लेकिन अब राज्यपाल सचिवालय के पत्र के बाद समय लगने की संभावना है। दरअसल राजभवन ने इसे लेकर निर्देश जारी किया है। इस बाबत राज्यपाल के प्रधान सचिव ने सभी विवि के कुलपति को पत्र जारी किया है। राज्यपाल सचिवालय ने परिनियम का हवाला देते हुए कहा है कि कुलाधिपति प्रतिनिधि के परामर्श के बाद ही विभिन्न विवि में प्राचार्यों के रिक्त पदों पर नियुक्ति किया जाना है। इस संबंध में राजभवन की ओर से दिशा-निर्देश जारी किया जायेगा। राज्यपाल सचिवालय ने स्पष्ट किया है कि प्रधानाचार्य के रिक्त पदों पर नियुक्ति के संबध में दिशा-निर्देश निर्गत होने से पहले कोई नियुक्ति नहीं की जाये। राजभवन ने पत्र में जिस दिशा निर्देश की बात कहीं है उससे संबंधित पत्र अभी जारी नहीं हुआ है। कुलाधिपति प्रतिनिधि की भूमिका होती है महत्वपूर्ण विवि से जुड़े जानकारों की मानें तो प्रधानाचार्यों की नियुक्ति और तबादले में कुलाधिपति प्रतिनिधि की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। नियुक्ति और तबादले की बैठक में प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं। इस कारण ही राज्यपाल सचिवालय ने दिशा-निर्देश जारी किया है। बताया जाता है कि वीर कुंवर सिंह विवि में कुलाधिपति की ओर से नामित प्रतिनिधि हैं। अब देखना यह है कि राज्यपाल सचिवालय इस संबंध में आगे क्या दिशा-निर्देश जारी करता है। मालूम हो कि विवि में आयोग से चयनित होकर आए प्राचार्यों के कागजात का सत्यापन सात मई को होना है। हालांकि कागजात सत्यापन के बाद विवि कॉलेज का आवंटन अभी नहीं करेगा। राजभवन से निर्देश प्राप्त होने के बाद ही पोस्टिंग की जायेगी। शिक्षा विभाग ने पिछले दिनों भेजी थी अनुशंसा कॉलेजों में नियमित प्राचार्य की नियुक्ति के लिए पिछले दिनों राज्य सरकार ने विश्वविद्यालयों को अनुशंसा भेज दी है। सरकार के उप सचिव की तरफ से जारी पत्र कहा गया है कि कुलपति ही कॉलेजों में प्राचार्यों की नियुक्ति करेंगे, लेकिन नियुक्ति करने से पहले प्राचार्यों के सभी दस्तावेजों की जांच की जायेगी। लेकिन, अब राजभवन ने स्पष्ट कर दिया है कि नियुक्ति में कुलाधिपति के प्रतिनिधि रहेंगे। कयास यह लगाया जा रहा है कि पोस्टिंग में अभी और समय लगेगा। मालूम हो कि प्रभार के सहारे कॉलेजों में स्थायी प्राचार्य नियुक्त होने हैं। वीकेएसयू के 15 अंगीभूत कॉलेज प्रभार के सहारे संचालित हैं। हालांकि रोस्टर के अनुसार आठ प्राचार्य ही वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को मिले हैं। आठ कॉलेजों में ही नियुक्ति होगी। शैक्षणिक से लेकर चरित्र प्रमाण पत्र की होगी जांच बता दें कि शिक्षा विभाग ने अपने पत्र में कहा है कि चयनित अभ्यर्थियों के शैक्षिक प्रमाणपत्र से लेकर चरित्र प्रमाणपत्र की भी जांच की जायेगी। नियुक्ति से पहले प्राचार्यों की सेहत की भी जांच की जायेगी। विश्वविद्यालय सेवा आयोग की तरफ से पूरे बिहार में नियमित प्राचार्यों की बहाली की गई है। नई बहाली में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को आठ नियमित प्राचार्य मिले हैं। इन प्राचार्यों को मिला है वीर कुंवर सिंह विवि बता दें कि वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय को आठ स्थायी प्राचार्य मिले हैं। इनमें विवि के ही पीजी अंग्रेजी विभाग के प्रो कृष्णकांत सिंह, सीसीडीसी सह भूगोल विभाग के प्रोफेसर प्रो नरेंद्र प्रताप पालित, एसपी जैन कॉलेज सासाराम के प्रो राजेंद्र प्रसाद सिंह, एसबी कॉलेज की संस्कृत विभाग की प्रोफेसर प्रो कनक लता कुमारी को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय मिला है। वहीं अन्य विवि से आने वाले डॉ आशीष कुमार सिंह, डॉ वीणा कुमारी, डॉ अशोक कुमार, और डॉ ओम प्रकाश राम को भी वीर कुंवर सिंह विवि मिला है। ---------------
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