Historic Thakur Bari in Farbisganj in Poor Condition Due to Neglect बाल गोपाल राम जानकी ठाकुरबाड़ी बदहाल, जीर्णोद्धार की जरूरत, Araria Hindi News - Hindustan
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बाल गोपाल राम जानकी ठाकुरबाड़ी बदहाल, जीर्णोद्धार की जरूरत

फारबिसगंज प्रखंड के परवाहा हाट स्थित है ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी फारबिसगंज, एक संवाददाता। जनप्रतिनिधियों की

Newswrap हिन्दुस्तान, अररियाSat, 19 April 2025 04:01 AM
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बाल गोपाल राम जानकी ठाकुरबाड़ी बदहाल, जीर्णोद्धार की जरूरत

फारबिसगंज प्रखंड के परवाहा हाट स्थित है ऐतिहासिक ठाकुरबाड़ी फारबिसगंज, एक संवाददाता।

जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एवं प्रशासनिक अधिकारियों की दूरदर्शिता के चलते फारबिसगंज प्रखंड के परवाहा हाट स्थित बाल गोपाल राम जानकी ठाकुरबाड़ी का हाल बेहाल है। न्यास परिषद द्वारा निबंधित इस ठाकुरबाड़ी में परवाहा के जमींदारों ने 22 एकड़ जमीन दिया था। जमींदारों की सोच यह थी कि इस जमीन की उपज से ठाकुरबाड़ी का विकास होगा और साधु-संत भूखा नहीं रहेंगे। लेकिन सदियों बीत जाने के बाद भी ठाकुरबाड़ी की स्थिति में कोई खास परिवर्तन नहीं हुआ है। भवन तो बना, लेकिन ठाकुर जी के भोग की व्यवस्था में असमंजस आज भी बरकरार है। जानकारों के अनुसार ठाकुरबाड़ी में पहले चांदी के ठाकुरजी विराजमान थे, साथ हीं ग्रामीणों के भोज के लिए यहां सारा बर्तन आदि की समुचित व्यवस्था थी,जिसके चलते गांव में शादी विवाह के अवसर पर ग्रामीण इसका इस्तेमाल करते थे। लेकिन समय के साथ सब नष्ट हो गया। इतने साल बीतने के बाद भी ठाकुरबाड़ी के चारदीवारी का निर्माण तक नहीं हो पाया। जिस कारण शाम होते ही असामाजिक तत्वों का जमावड़ा ठाकुरबाड़ी परिसर में लगा रहता है।

स्थानीय सेवक कानिक दास ने बताया कि कुछ दिन पहले मंदिर से पंखा चोरी कर लिया गया। हालांकि परवाहा पुलिस चौकी प्रभारी अमरेंद्र सिंह की सक्रियता के चलते असमाजिक तत्वों पर कुछ लगाम जरूर लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि बिहार न्यास परिषद से निबंधित होने के बाद भी ठाकुरबाड़ी की स्थिति बदतर है। ग्रामीणों का कहना है कि 22 एकड़ के जमीन का लेखा -जोखा भी किसके पास है, इसकी जानकारी शायद हीं किसी ग्रामीण के पास हो। स्थानीय जानकर कहते हैं कि इतनी जमीन की उपज से ठाकुरबाड़ी का उद्धार हो जाता, लेकिन यहां हर साख पर उल्लू बैठा है।

परवाहा के बुद्धिजीवियों और आम लोगों ने प्रसाशन से मांग किया है कि ठाकुरबाड़ी की जमीन को नापी करवाकर उचित उक्त जमीन को लीज पर दिया जाए एवं उस आमदनी से ठाकुरबाड़ी के विकास पर खर्च किया जाये। ताकि ऐतिहासिक धरोहर बची रहे।

क्या कहते हैं पदेन अध्यक्ष व अंचल पदाधिकारी:

सीओ ललन कुमार ठाकुर ने कहा कि परवाहा ठाकुरबाड़ी का मामला संज्ञान में आया है,जल्द ही जीर्णोद्धार किया जायेगा। साथ ही असमाजिक तत्वों के जमावड़े की समाप्ति को लेकर प्रशासन से वार्ता की जायेगी।

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