नेपाल में जल विद्युत परियोजना का मनोहर लाल खट्टर ने किया निरीक्षण
भारत सरकार के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मोहनलाल खट्टर और नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का ने अरुण तीसरे जल विद्युत परियोजना का निरीक्षण किया और कई परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इस दौरान भारत-नेपाल के बीच...

फारबिसगंज, निज संवाददाता। मंगलवार को भारत सरकार के केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मोहनलाल खट्टर व नेपाल सरकार के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का जोगबनी सीमा से सटे पड़ोसी देश नेपाल के कोसी प्रदेश के संखुवासभा जिले के मकालु गांवपालिका में निर्माणाधीन 900 मेगावाट के अरुण तीसरे जल विद्युत परियोजना स्थल तथा बांध के साइट का निरीक्षण किये। इस दौरान मंत्री द्वय ने नेपाल में कई परियोजनाओं का उद्घाटन भी किये। काठमांडू से नेपाली सेना के हेलीकॉप्टर से पहुंचे दोनों देश के मंत्री द्वारा अरुण तीसरे विद्युत परियोजना की भौतिक प्रगति, सुरंग मार्ग तथा कार्य के प्रगति के सम्बन्ध में जानकारी ली। वही मन्त्री द्वय द्वारा चिचिला में निर्माणाधीन पावर हाउस का भी अवलोकन किया गया। नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव और नेपाल के ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का के अनुसार मंत्री द्वय द्वारा कई परियोजना का उद्घाटन और निरीक्षण किया गया है।
इन परियोजनाओं का हुआ उद्घाटन
भारतीय मंत्री खट्टर व नेपाल के ऊर्जा मंत्री खड़का ने भारत सरकार के सहयोग से बने कोशी करिडोर अंतर्गत 220 केवी प्रसारण लाइन अंतर्गत इनरुवा-वसन्तपुर-बानेश्वर-तुम्लींगटार 200 केवी प्रसारण लाइन, 220/133/33 केवी तुम्लींगटार सवस्टेशन, 220/33 केवी बानेश्वर सबस्टेशन व 220/133/33 केवी बसन्तपुर सब स्टेशन का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया।
नेपाल भारत के बीच दो विद्युत परियोजना:
बताया गया कि नेपाल व भारत के बीच ऊर्जा क्षेत्र के विकास में सहकार्य करने के लिए दो समझौता पत्र (एमओयू) में हस्ताक्षर किए गया है । सीमापार प्रसारण लाइन तथा दो जलविद्युत् परियोजना के विकास के लिए एमओयू किया गया है । इनरुवा-न्यू पूर्णिया (400 केवी) व दोदोधारा (न्यू लम्की) बरेली (400 केवी) सीमापार प्रसारण लाइन का हुआ समझौता हुआ है । समझौता होने वाले सीमा पार विद्युत परियोजना में इनरुवा-न्यू पूर्णिया (400 केवी) व दोदोधारा (न्यू लम्की) बरेली (400 केवी) सीमापार प्रसारण विद्युत प्रसारण लाइन है । यह समझौता नेपाल-भारत 12वीं संयुक्त ऊर्जा सचिव स्तरीय बैठक के लिए गए निर्णय के अनुसार यह सीमापार प्रसारण लाइन निर्माण करने के लिए संयुक्त कंपनी (जेभी) स्थापना किए जाने को लेकर समझौता किया गया है। वही एनएचपीसी लिमिटेड इंडिया द्वारा प्रस्ताव किए गए दो जलाशय जलविद्युत परियोजना (750 मेगावाट व 450 मेगावाट के सेती नदी-6अर्थात् एसआर-6) में हाइड्रो इलेक्ट्रिसिटी इनवेस्टमेंट एंड डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (एचआइडिसिएल) के द्वारा 10 प्रतिशत तक स्वपूंजी निवेश करने के विषय में एमओयू किया गया है । इस समझौता पत्र पर नेपाल विद्युत प्राधिकरण के कार्यकारी निर्देशक हितेन्द्रदेव शाक्य व पावर ग्रीड कर्पोरेशन लिमिटेड इंडिया के निर्देशक डा. यतिन्द्र द्विवेदी ने हस्ताक्षर किया है। समझौता अनुसार दोनों प्रसारण लाइन निर्माण करने के लिए स्थापाना किए गए संयुक्त कम्पनी में नेपाल में नेपाल का 51 प्रतिशत व भारत में स्थापना होने वाले कंपनी का भारत में 51 प्रतिशत सेयर स्वामित्व रहेगा।
भारत-नेपाल की तरफ प्रसारण लाइन की लम्बाई
प्रसारण लाइन में इनरुवा-न्यू पूर्णिया की लम्बाई नेपाल के तरफ 25 व भारत के तरफ 100 किलोमिटर है। वहीं दोदोधारा (न्यू लम्की) बरेली की लम्बाई भारत की तरफ 150 व नेपाल की तरफ करीब 35 किमी है।
मुक्तिनाथ का करेंगे दर्शन
बताया गया कि भारतीय केंद्रीय मंत्री मोहनलाल खट्टर बुधवार को मुस्तांग जिले में मुक्तिनाथ का दर्शन करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, उपप्रधानमंत्री व शहरी विकास मंत्री प्रकाशमान सिंह से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे। इसके बाद पशुपतिनाथ का दर्शन कर भारत वापस लौटेंगे। नेपाल सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा यह जानकारी दी गयी है।
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