Arrah Station Murder Case: मम्मी दिल्ली जाने से मना कर रही थी, बहन के मर्डर के बाद भाई ने बताई पूरी बात
- लड़की के भाई ने बताया कि आरा स्टेशन पर प्लेटफॉर्म चार की तरफ से सीढ़ी से चढ़कर दो नंबर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए उतर रहे थे। उसकी दीदी अपना बैग लेकर आगे थी। वह अपने पापा साथ चल रहा था। तभी काला मास्क पहने एक अंकल आए और उसके पापा के सिर में गोली मार दी।

बिहार के भोजपुर जिले में आरा स्टेशन पर बेटी और पिता को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले सिरफिरे आशिक की करतूत ने सबको हैरान कर दिया है। पुलिस अभी इस हत्याकांड की असली वजह तलाशने में जुटी है। इस बीच मौका-ए-वारदात पर मौजूद लड़की के भाई ने मर्डर की पूरी कहानी बयां की है। लड़की के भाई ने बताया कि लड़के ने पहले पिता और फिर बहन को गोली मारी थी। उसने यह भी बताया कि बहन को गोली मारने से पहले उसके साथ नोंकझोंक भी हुई थी।
जल्दी लौटने की बात कह दिल्ली जाने को घर से निकली एमबीए की छात्रा आयुषी अब कभी नहीं लौट सकेगी। आयुषी के साथ उसके पिता भी हमेशा के लिए घर वालों से बिछड़ गए। मां का आशीर्वाद लेकर घर से निकली छात्रा कुछ देर के बाद अपने पिता के साथ ही एक सिरफिरे की गोलियों का शिकार हो गयी। पिता-पुत्री की मौत के बाद घर में कोहराम मचा है। आयुषी के भाई मासूम आरुष ने बताया कि उसकी दीदी दिल्ली में रहकर एमबीए की तैयारी कर रही थी।
मम्मी दिल्ली जाने से मना कर रही थी..
वह परीक्षा देकर होली में घर आई थी। तब घर के सभी लोग काफी खुश थे। मंगलवार शाम को उसकी दीदी को गरीब रथ एक्सप्रेस से दिल्ली जाना था। मम्मी दीदी को जाने से मना कर रही थी, लेकिन परीक्षा होने के कारण उसे जाना पड़ रहा था। मंगलवार की शाम मम्मी ने दीदी को खाना खिलाया और आशीष दिया था। तब मम्मी ने कहा था कि जल्दी आना। उसकी दीदी ने भी परीक्षा देकर जल्द घर आने की बात कही थी। इसके बाद वह अपने पापा अनिल कुमार सिन्हा और एक अंकल के साथ दीदी को छोड़ने रेलवे स्टेशन आए।
काला मास्क पहने अंकल आए और…
प्लेटफॉर्म चार कीके तरफ से सीढ़ी से चढ़कर दो नंबर प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए उतर रहे थे। उसकी दीदी अपना बैग लेकर आगे थी। वह अपने पापा साथ चल रहा था। तभी काला मास्क पहने एक अंकल आए और उसके पापा के सिर में गोली मार दी। इसके बाद दीदी के साथ हल्की नोकझोंक के बाद उसके भी सिर में गोली मार दी। फिर उस अंकल ने खुद के सिर में भी गोली मार दी। वह डर के कारण पीछे हट गया था। पापा और दीदी की मौत के बाद वह चिल्लाता रहा और आसपास खड़े लोग वीडियो बनाते रहे।
कोई मदद करने नहीं आया…
किसी ने कोई मदद नहीं की। तब उसने पापा के मोबाइल से मम्मी को कॉल कर घटना की सूचना दी। कुछ देर बाद पुलिस पहुंची। इधर, पति और बेटी की हत्या के बाद पूनम श्रीवास्तव का बुरा हाल था। उन्हें अपने इकलौते छोटे बेटे आरुष की सुरक्षा की चिंता सता रही है। वारदात के बाद पूरा परिवार डरा-सहमा है। पूनम श्रीवास्तव कह रही थीं कि उनके बेटे को कोई कहीं लेकर नहीं जाएगा। वह उनकी आंखों के सामने रहेगा। इधर, पिता और छोटी बहन की हत्या की खबर सुनकर हैदराबाद से लौटी साक्षी घर में रखे दोनों शवों को देखते ही बेसुध हो गई।