जिले में आंधी-पानी से उखड़े पेड़, किसानों को हुआ नुकसान, पेज 4 लीड पैकेज
कहीं पेड़ गिरा तो कहीं पोल टूटा, कई मकानों व दुकानों के एस्बेस्टस उड़े, खेत-खलिहानों में रबी फसलों के बोझे उड़े, आम की फसल को भारी नुकसान

जिले में गुरुवार की दोपहर आई तेज आंधी ने भारी तबाही मचाई। हालांकि इस दौरान हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन आंधी इतनी तेज थी कि कहीं पेड़ गिरा तो कहीं बिजली का खंभा टूट गया। कई मकानों व दुकानों के एस्बेस्टस उड़ गए। खेत-खलिहानों से रबी फसलों के बोझे उड़ गए। आम के बागीचे में आम के टिकोले बड़ी संख्या में गिर गए। इन सब से लोगों को काफी नुकसान हुआ है। अंबा में एनएच 139 पर नीम का एक पुराना पेड़ तेज आंधी में गिर गया। पेड़ गिरने से सड़क पर आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और वन विभाग के टीम सक्रिय हुई और पेड़ को काटकर सड़क से हटाया गया। इसमें घंटों का समय लगा। इस दौरान एनएच पर वाहनों की लंबी कतार लग गई। पुलिस यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने में परेशान रही। वाहन चालकों को रास्ता बदलकर यात्रा करने को विवश होना पड़ा। इस दौरान तकरीबन दो घंटे तक आवागमन पूरी तरह बाधित रहा। पेड़ हटाने के बाद पुलिस को आगमन सहज बनाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पेड़ की चपेट में समीप से गुजरे बिजली का तार भी आया। तार टूट जाने से बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई। स्थानीय सुधीर चौधरी ने बताया कि पेड़ गिरने से उनके दुकान को भी नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि समीप में ही एक कहुआ का अत्यंत पुराना पेड़ है। तेज आंधी में इस पेड़ को गिरने से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। उन्होंने वन विभाग व एनएच के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है और इस पेड़ को भी हटवाने की मांग की है। आंधी में चिल्हकी मोड़ से लभरी जाने वाले रास्ते पर बांस-बल्लियों के बिजली के खंभे टूट गए और तार सड़क पर आ गया, जिससे आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हुई। इधर ग्रामीण इलाकों में रबी फसलों को भी आंधी से नुकसान हुआ है। आंधी में किसानों के खेत और खलिहान में रखे बोझे उड़ गए। आंधी कम होने के बाद किसान बधार में बोझे खोजते पाए गए। इधर आम की फसल को भी आंधी से भारी नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि आधे से अधिक टिकोले झड़ गए। कई घरों में लगे एस्बेस्टस भी आंधी में उड़ गए। इससे गृह स्वामी को नुकसान हुआ है और उनकी परेशानी बढ़ गई है। विदित हो कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव में पिछले दो दिनों से मौसम का मिजाज बिगड़ा हुआ है। बुधवार को जिले के तीन प्रखंडों में बारिश भी हुई थी। सांख्यिकी विभाग के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार की सुबह बारुण प्रखंड में 2.4 एमएम, ओबरा प्रखंड में 2.8 एमएम तथा मदनपुर प्रखंड 5.2 एमएम बारिश रिकार्ड किया गया है। इस बारिश से किसानों को भारी क्षति हुई है। रबी फसलों के कटनी व दवनी का काम बंद हो गया है। बेमौसम बारिश व ओले से गेहूं की फसल को नुकसान मदनपुर, एक संवाददाता। मदनपुर प्रखंड में बुधवार की शाम बेमौसम बारिश हुई और ओले भी गिरे। इससे गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है। गेहूं की पकी फसल बर्बाद हो गई है। किसान रामजन्म महतो, धर्मेन्द्र कुमार मेहता, मुंशी प्रसाद मेहता, परमानन्द सिंह, लालदेव प्रजापति, अभिमन्यु प्रसाद सिंह आदि ने बताया कि अचानक तूफान आया और बारिश भी होने लगी। इस दौरान कई जगहों पर ओले भी गिरे। इधर किसान गेहूं की कटनी और दवनी में लगे हुए थे। खेत में काट कर रखे गए गेहूं के पांते आंधी में उड़ गए। कई किसानों के बोझे भी उड़ गए। बारिश से वातावरण में नमी बढ़ गई जिससे कटनी का काम भी बंद हो गया। जिन क्षेत्रों में ओले गिरे उन क्षेत्रों में गेहूं की बालियां टूटकर गई है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों ने प्रशासन व कृषि विभाग के अधिकारियों का ध्यान इस ओर आकृष्ट कराया है और क्षतिपूर्ति की मांग की है। उम्मीदों की फसल को उड़ा ले गई आंधी, हुआ भारी नुकसान फोटो-10 अप्रैल एयूआर 8 कैप्शन-गुरुवार को हसपुरा के बाघारेवा बागीचा में गिर आम का पेड़ के साथ किसान फोटो-10 अप्रैल एयूआर 7 कैप्शन-गुरुवार को हसपुरा के बाघारेवा गांव के आम के बागीचे में पेड़ गिरा आम का टिकोला हसपुरा, संवाद सूत्र। हसपुरा प्रखंड के इलाके में गुरुवार की दोपहर आंधी- पानी ने तबाही मचाई। आधे-पौन घंटों की आंधी-पानी में बाघारेवा गांव बागीचा में रामाशंकर वैद्य के आम का टिकोले लगे चार पेड़ गिर गए। दर्जनों पेड़ की टहनियां टूट गई, जिसमें टिकोले लगे थे। उन्होने बताया कि 50 क्विंटल से भी अधिक आम के टिकोले गिरकर बर्बाद हो गए। किसान पुत्र मुकेश कुमार ने बताया कि इस आंधी में लाखों रुपए का नुकसान हो गया। इसबार बेहतर टिकोले आने के बाद उनकी अच्छी ढंग से देखभाल कर फलों को बेचने का सपना संजोए थे। पर उम्मीदों को आंधी उड़ा ले गया। 50 प्रतिशत आम आंधी में बर्बाद हो गया। लीची और नींबू के फलों को भी नुकसान हुआ है। लीची का एक दर्जनों पेड़ हैं जिन पर अच्छे फल लगे हुए थे। दर्जनों नीबूं के पेड़ों में भी फल लगे हुए थे। आंधी में सब नुकसान हो गया। 32 एकड़ में फैला बागीचे में आम का हर किस्म का हजारों पेड़ है। प्रत्येक वर्ष आम की बिक्री से ही परिवार का भरण-पोषण होता है। इधर किसान रवींद्र सिंह, गोवर्धन सिंह, डा. केशव सिंह यादव, राम एकबाल सिंह, रवींद्र कुमार सहित दर्जनों किसानों का कहना है कि आंधी पानी से खेतों में गेहूं के फसल को भी नुकसान हो गया है। जब तक गेहूं की दौनी नहीं हो जाती है और जब तक अनाज घरों तक नहीं पहुंच जाते है। तब तक किसानों के सांसें लटकी हुई है। इधर अंबा क्षेत्र के आम उत्पादक किसानों ने बताया कि आंधी में आधे से अधिक टिकोले झड़ गए हैं। इससे उन्हें भारी नुकसान हुआ है। आंधी से टिकोलों को बचाने का उनके पास कोई उपाय भी नहीं है। उन्होंने बताया कि अचानक तेज आंधी आई और देखते ही देखते पेड़ के टिकोले झड़ गए। किसान संजय सिंह, अनिल यादव, मोहन कुमार, सुरेंद्र प्रसाद आदि ने बताया कि आंधी से रबी फसलों को भारी नुकसान हुआ। पिछले दो दिनों से मौसम खराब चल रहा है जिससे गेहूं की कटनी बाधित हो गई है। हार्वेस्टिंग का काम नहीं हो रहा है। हाथ से काट कर रखे गए गेहूं के बोझे भी आंधी में उड़ गए हैं। इतना ही नहीं खलिहान में रखे अन्य रबी फसल खेसारी, मसूर, सरसों आदि के बोझे भी आंधी में उड़ गए हैं। उन्होंने कहा कि मौसम का रुख देखते हुए बेहद सहमे हैं। यदि ओलावृष्टि हो जाती है तो किस पूरी तरह बर्बाद हो जाएंगे। वे मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि अनाज घर तक पहुंचा सकें। आंधी-पानी से तापमान में आई गिरावट, सुहाना हुआ मौसम अंबा, संवाद सूत्र। आंधी-पानी से यदि एक ओर नुकसान हुआ है तो दूसरी और इससे तापमान में गिरावट आई है और मौसम सुहाना हो गया। लोगों को गर्मी से राहत मिली है। गुरुवार को वातावरण का अधिकतम तापमान गिरकर 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। न्यूनतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। बिहार मौसम सेवा के अनुसार शुक्रवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। इसी तरह शनिवार को अधिकतम तापमान 35 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस, रविवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तथा सोमवार को अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री से सेल्सियस रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। इस बीच बारिश होने का कोई असर नहीं है। 15-16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है। मौसम के बिगड़े मिजाज को देखकर इनदिनों किसान चिंतित है। वे मौसम साफ होने का इंतजार कर रहे हैं।
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