कोर्स वर्क का एक महीना पूरा, नहीं मिले गाइड
मुजफ्फरपुर के बीआरएबीयू में नई रिसर्च पॉलिसी के तहत छात्रों को कोर्स वर्क के लिए गाइड नहीं मिले हैं। छात्रों को सुपरवाइजर के तीन नाम बताने थे, लेकिन कई विभागों में यह प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है।...

मुजफ्फरपुर। बीआरएबीयू में नई रिसर्च पॉलिसी के तहत कोर्स वर्क शुरू हुए एक महीने से अधिक हो गये, लेकिन कई विभागों में अबतक छात्रों को गाइड नहीं मिले हैं। नई रिसर्च पॉलिसी के तहत छात्रों को कोर्स वर्क शुरू होने से पहले ही सुपरवाइजर के तीन नाम बताये जाने थे। छात्रों को आजादी दी गई है कि वह इन तीन नामों में एक को अपना सुपरवाइजर बना सकते हैं। नई नीति में कहा गया था कि सुपरवाइजर कोर्स वर्क के साथ ही छात्रों को मदद करेंगे। विभागों को सुपरवाइजर के नाम भी वेबसाइट पर डिस्पले करने थे। बीआरएबीयू की राजनीति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष प्रो. नीलम पांडेय ने बताया कि छात्रों के सुपरवाइजर के नाम तय हैं। पीजीआरसी की बैठक के बाद उन्हें आवंटित कर दिया जायेगा। हिन्दी विभाग की अध्यक्ष प्रो. सुधा कुमारी ने बताया कि छात्रों को सुपरवाइर के नाम बता दिये गये हैं। विवि में जारी रिसर्च पॉलिसी में इस बार सम्बद्ध कॉलेजों के शिक्षकों को गाइड नहीं बनाया जाना है। इसके अलावा किस शिक्षक के अंडर कितनी सीटें खाली हैं यह भी विभाग में डिस्प्ले करना है। उधर, बीआरएबीयू में मंगलवार को पीजी सत्र 2021 के लिए पीजीआरसी का गठन कर दिया गया। पीजीआरसी के अध्यक्ष कुलपति हैं। हालांकि, पीजीआरसी की बैठक कब होगी इसकी तारीख तय नहीं की गई है। विवि में पैट 2021 के छात्र पीजीआरसी की बैठक नहीं होने से अपना शोध शुरू नहीं कर पा रहे थे। पीजीआरसी की बैठक में शोध का विषय पास होने के बाद ही छात्र अपना शोध कार्य शुरू कर सकेंगे। छात्र कई दिनों से पीजीआरसी की बैठक कराने की मांग कर रहे थे।
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