लाल बाजार की सड़कें संकीर्ण व पार्किंग की सुविधा नहीं, जाम सबसे बड़ी समस्या
बेतिया के लाल बाजार में अत्यधिक भीड़ के कारण वाहनों की आवाजाही में कठिनाई हो रही है। पार्किंग की कमी और दुकानों के सामने रखे बैनर से सड़कें संकीर्ण हो गई हैं, जिससे जाम की समस्या बढ़ रही है। प्रशासन...
जिला मुख्यालय बेतिया शहर के बीचोंबीच लाल बाजार व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का हब है। यहां सड़कों पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण वाहनों की आवाजाही लोगों के लिए सिरदर्द बन गया है। आसपास पार्किंग की सुविधा नहीं है। तीन से पांच मंजिले मार्केटिंग काॅम्प्लेक्स इस सड़क में बिना किसी पार्किंग और बिल्डिंग बाइलॉज के बनाई गई है। ऊपर से कई दुकानदार सड़क पर बैनर और सामग्री रख देते हैं। इसके बाद लोग सड़क पर ही बाइक आदि वाहन पार्क करते हैं। ऐसे में सड़क की चौड़ाई बेहद कम हो जाती है। इसमें ई रिक्शा की आवाजाही से जाम विकराल हो जाता है। कभी-कभी इस बाजार की सड़कों पर इतना जबरदस्त जाम लग जाता है कि सौ से दो सौ मीटर की दूरी पार करने में 20-25 मिनट का समय लग जाता है। यश उदयपुरिया, कौशल नाथनी, निशांत शर्मा, उज्ज्वल झुनझुनवाला आदि बताते हैं कि अधिकांश दुकानों के सामने प्रचार प्रसार का बोर्ड लगाया गया है। इससे इस बाजार की अधिकांश सड़कें संकीर्ण हो गई हैं। रात्रि की तुलना में दिन में यहां की सड़कें अत्यंत संकीर्ण हो जाती हैं। क्योंकि सड़क के दोनों किनारे दो पहिया वाहन को खड़ा कर दिया जाता है। लाल बाजार की दुकानों के ऊपर ही व्यवसाइयों का निवास भी हैं। ऐसे में किसी के बीमार होने पर यहां एंबुलेंस आने पर सड़क जाम की स्थिति बन जाती है। शादी-विवाह के अवसर पर रस्मों की अदायगी के समय भी यहां अक्सर जाम लगता है। इससे यहां पर रहने वाले लोगों के घरों की महिलाओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
बता दें कि लाल बाजार चौराहे के चारों तरफ मसलन तीन लालटेन चौक की ओर जाने वाली सड़क, संत तेरेसा स्कूल की ओर जाने वाली सड़क,सोवा बाबू चौक की ओर जाने वाली सड़क तथा राज देवड़ी की ओर जाने वाली सड़क के दोनों किनारे लगभग 400 दुकानें हैं। लेकिन इसके आसपास पार्किंग की कोई सुविधा नहीं होने के कारण दुकानदारों, ग्राहकों और इन दुकानों में काम करने वाले कर्मियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार अत्यधिक भीड़ हो जाने के कारण दुकान के सामने से दो पहिया वाहनों की भी चोरी हो जाती है। इस बात की भी आशंका बनी रहती है कि भीड़भाड़ का फायदा उठाकर उचक्के छिनतई की घटनाओं को भी अंजाम देते हैं।
बातचीत के क्रम में मारवाड़ी युवा मंच के सदस्यों सहित अन्य लोगों ने यह बताया कि अगर इस लाल बाजार के आसपास कहीं बेतिया राज अथवा किसी प्रकार की सरकारी जमीन पर पार्किंग की सुविधा बहाल कर दी जाए तो यहां पर खरीदारी करने आने वाले हजारों लोग सहित यहां के दुकान मालिक व उनमें काम करने वाले लोगों को राहत मिलेगी। कुछ लोगों ने यह भी बताया कि पास में ही नजरबाग पार्क के पास बेतिया राज की जमीन है अगर वहां पर वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा कर दी जाए तो इससे काफी राहत मिलेगी। पर्व त्योहार के अवसर पर यहां सबसे अधिक परेशानी होती है। खरीदारी करने की मजबूरी है। लेकिन भीड़ इतनी अधिक होती है कि समझ नहीं आता कि दोपहिया अथवा चारपहिया वाहन को कहां खड़ी की जाए।
प्रस्तुति : मनोज कुमार राव
दुकानदार बोर्ड रखकर सड़क को कर रहे हैं संकीर्ण
दुकानदारों द्वारा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कई बार दुकानदार अपने प्रतिष्ठान के सामने बोर्ड लगा देते हैं। एक की देखा-देखी अन्य दुकानदार भी अपना बोर्ड लगा देते हैं। इससे सड़कों की चौड़ाई काफी कम हो जाती है। अधिकांश मार्केटिंग काॅम्प्लेक्स में बिल्डिंग बायलॉज के नियम की धज्जियां उड़ाई गई है। फायर सेफ्टी का भी ख्याल नहीं रखा है। बातचीत के क्रम में राहुल सर्राफ, सोनू अग्रवाल, पल्लव केशान, उमंग मोटानी, मोहित झुनझुनवाला, अमन अग्रवाल, उमंग केजरीवाल, तेजस्वी सोमानी सहित दर्जनों लोगों ने बताया कि कुछ समय पहले तक सोवा बाबू चौक के पास और महाराजा पुस्तकालय के सामने दो पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की गयी थी। लेकिन यह व्यवस्था कुछ दिन के बाद समाप्त कर दी गयी।
पार्किंग की व्यवस्था हो जाने से यहां पर तरह तरह की दुकानों से खरीदारी करने आने वाले ग्राहकों को काफी सुविधा मिलती थी। लेकिन इस सुविधा के समाप्त हो जाने के बाद स्थित जस की तस रह गयी। यह बात भी सामने आयी की सोवा बाबू चौक के पास ई रिक्शा का अघोषित स्टैंड बना दिया गया है । इससे यहां के दुकानदारों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे ग्राहक दुकान तक पहुंच ही नहीं पाते हैं। लाल बाजार शहर का सबसे बड़ा जाम वाला क्षेत्र बन गया है। यहां प्रशासन भी अपनी आंखें बंद कर ले रहा है। इससे परेशानी होती है।
प्रशासन कड़ाई करे तो जाम से मिलेगी मुक्ति
लाल बाजार के दुकानदारों तथा कई अन्य पेशे से जुड़े लोगों ने सुझाव देते हुए यह बताया कि लाल बाजार से गुजरने वाली सड़कों को वन वे ट्रैफिक में तब्दील कर देना चाहिए। इससे यहां पर आने वाले ग्राहकों और दुकानदारों को सुविधा मिलेगी। लोग आराम से खरीदारी भी कर पाएंगे। दुकानदारों को स्वयं ही अपनी दुकान के सामने लगे बोर्ड को हटा देना चाहिए, ताकि सड़कें चौड़ी हो सकें। इसके लिए प्रशासन को पहल करनी चाहिए। कई बार दिन के समय में भी माल वाहक वाहन बाजार में प्रवेश करते हैं। इस पर भी रोक होनी चाहिए। ऐसा कर देने से लाल बाजार और भी विकसित हो पाएगा।
लाल बाजार की व्यस्ततम सड़कों को वन-वे ट्रैफिक की नियमावली से जोड़ने की दिशा में प्रयास किया जाएगा। ताकि यहां के सभी दुकानदार व आने वाले ग्राहकों को भीड़ व सड़क जाम की समस्या से निजात मिल सके। इसके लिए शीघ्र ही नगर निगम सहित जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की संयुक्त बैठक होने वाली है। निर्देश मिलते ही वन वे ट्रैफिक लागू कर दिया जाएगा।
-राजीव रंजन सिंह, यातायात डीएसपी
लाल बाजार की सुरक्षा के लिए पुलिस गश्त टीम घुमती रहती है। सुरक्षा बीट से जुड़े सुरक्षाकर्मियों को निर्देश दिया गया है। मोटरसाइकिल से गश्त लगाने वाली टीम हमेशा सक्रिय है। लाल बाजार तथा सोवा बाबू चौक पर रात में भी पुलिस की टीम सक्रिय रहती है। यहां के दुकानदारों व ग्राहकों के सुरक्षा के लिए योजना बनाकर सक्रियता बरती जा रही है। इसके बाद भी अगर किसी को परेशानी होती है तो शिकायत दर्ज कराएं।
-विवेक दीप, एसडीपीओ
सुझाव
1. पार्किंग की सुविधा बहाल कर दी जाए तो खरीदार से दुकान मालिक को काफी राहत मिलेगी।
2. दुकान के प्रचार प्रसार के लिए बोर्ड सड़कों पर नहीं लगाया जाए। इस पर रोक के लिए प्रशासन को सख्ती दिखाना चाहिए।
3. बाजार से जुड़ी सड़कों पर लगाए गए सीसीटीवी की नियमित मॉनिटरिंग की जानी चाहिए।
4. लाल बाजार और मीना बाजार से सटे सोवा बाबू चौक के पास और महाराजा पुस्तकालय के सामने पार्किंग बननी चाहिए।
5. पर्व त्योहार के समय अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर देनी चाहिए। ताकि किसी को कोई परेशानी नहीं हो सके।
शिकायतें
1. अत्यधिक भीड़ होने के कारण वाहनों की आवाजाही ग्राहकों के लिए सिर दर्द साबित होती है।
2. खरीदारी करने बाजार में आने की मजबूरी है। लेकिन भीड़ के चलते वाहन को खड़ी करने में परेशानी होती है।
3. लाल बाजार की अधिकांश दुकानों के सामने प्रचार प्रसार के लिए बोर्ड लगा दिया गया है। इससे दिक्कत होती है।
4. किसी के बीमार होने पर यहां एंबुलेंस लाने के समय थोड़ी देर में ही सड़क जाम की स्थिति बन जाती है।
5. बाजार में खरीदारी करने पहुंचने वाले ग्राहकों की आवाजाही से अत्यधिक भीड़ हो जाती है। इससे जाम लगता है।
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