करोड़ों की ठगी के वॉन्टेड को बेंगलुरू पुलिस ने बिहार से दबोचा, थाईलैंड भागने का प्लान था, ऐसे चढ़ा हत्थे
बिहार के रक्सौल से बेंगलुरू पुलिस ने 4 करोड़ से ज्यादा की ठगी के मास्टरमाइंड मोहम्मद हाफिद को गिरफ्तार किया है। जो एनओसी के लिए इमिग्रेशन ऑफिस आया था। लेकिन स्कैनिंग में उसके पासपोर्ट पर लुकआउट सर्कुलर का पता चला।

बेंगलुरू पुलिस की एक टीम ने दावा किया कि कई वर्षों से वांछित साइबर अपराधी को बिहार के पूर्वी चंपारण के रक्सौल से गिरफ्तार किया गया है। वो नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने सोमवार देर शाम यह जानकारी दी। हरैया थानाध्यक्ष किशन कुमार पासवान ने बताया कि साइबर अपराधी की पहचान मोहम्मद हाफिद के रूप में हुई है। वो केरल के कोझिकोड का रहने वाला है। बेंगलुरू के साइबर पुलिस स्टेशन में दर्ज साइबर अपराध से संबंधित मामले (संख्या 100/22) में वांछित था। यह मामला 4.84 करोड़ रुपये से अधिक की साइबर धोखाधड़ी से जुड़ा है।
आरोपी को पूर्वी चंपारण के रक्सौल से इमिग्रेशन विभाग ने गिरफ्तार किया है। थानाध्यक्ष ने बताया, कि वो सऊदी अरब, थाईलैंड और नेपाल जैसे देशों में छिपा हुआ था। सोमवार को वह अपना अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेने के लिए इमिग्रेशन ऑफिस आया था। उसकी योजना नेपाल के रास्ते थाईलैंड भागने की थी। लेकिन पासपोर्ट की स्कैनिंग के दौरान उसके पासपोर्ट पर लुकआउट सर्कुलर का पता चला।
हरैया पुलिस ने इमिग्रेशन विभाग से हाफिद की हिरासत का दावा करने के बाद बैंगलोर पुलिस से संपर्क किया। हाफ़िद बेंगलुरु के साउथ ईस्ट सीईएन पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद से फरार था। जो करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग को अंजाम दे चुका है। जिस पर आईटी अधिनियम की धारा 66 (सी) और 66 (डी) के साथ-साथ धोखाधड़ी और जालसाजी के लिए आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत आरोप हैं।