Traffic Chaos Expected as Thousands of Kanwariyas Head to Baba Baidyanath Dham This Sawan श्रावणी मेले से पहले ट्रैफिक जाम का खतरा, कटोरिया बाजार पर बढ़ेगा दबाव, Banka Hindi News - Hindustan
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श्रावणी मेले से पहले ट्रैफिक जाम का खतरा, कटोरिया बाजार पर बढ़ेगा दबाव

बोले बांकाबोले बांका प्रस्तुति- कविन्द्र कुमार सिंह हर दिन दौड़ेंगी हजारों गाड़ियां, बाजार पर बढ़ेगा ट्रैफिक का बोझ कटोरिया बाजार की स्थिति

Newswrap हिन्दुस्तान, बांकाFri, 23 May 2025 05:26 AM
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श्रावणी मेले से पहले ट्रैफिक जाम का खतरा, कटोरिया बाजार पर बढ़ेगा दबाव

कटोरिया (बांका) निज प्रतिनिधि। सावन का पवित्र महीना नजदीक है और इसके साथ ही देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम के लिए सुल्तानगंज से 105 किमी की यात्रा की शुरू हो जाएगी। हर साल की तरह इस बार भी लाखों कांवरियों का जत्था बिहार और झारखंड की सड़कों पर उमड़ पड़ेगा। सुल्तानगंज - कांवरिया पथ के समानांतर होकर जिले के कटोरिया बाजार से गुजरने वाला सड़क मार्ग श्रद्धालुओं के लिए प्रमुख रास्ता है, लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए इस क्षेत्र में भारी ट्रैफिक जाम की आशंका जताई जा रही है। कटोरिया बाजार की सड़कों की हालत पहले से खराब है। कटोरिया बाजार, जो जिले के मुख्य वाणिज्यिक केंद्रों में से एक है, पहले से ही जर्जर सड़कों, अव्यवस्थित ट्रैफिक और अतिक्रमण से जूझ रहा है।

पार्किंग की कोई व्यवस्था नहीं, फुटपाथों पर दुकानों की भरमार और यातायात के लिए सीमित स्थान के चलते यहां प्रतिदिन ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। सामान्य दिनों में ही यह बाजार वाहनों की आवाजाही से कराहता है, ऐसे में जब श्रावणी मेले के दौरान हजारों कांवरिया वाहनों का दबाव बढ़ेगा, तो हालात पूरी तरह से बिगड़ सकते हैं। जरूरत है समय रहते इस समस्या के निदान की ओर ठोस पहल करने की। यदि प्रशासन समय रहते बाईपास मार्ग की निर्माण, अतिक्रमण हटाने और ट्रैफिक प्रबंधन की व्यवस्था करता है, तो मेला शांति और सुरक्षा से संपन्न हो सकता है। अन्यथा यह आस्था का पर्व अव्यवस्था की भेंट चढ़ सकता है। लेकिन अब तक प्रशासन की ओर से इस संदर्भ में कोई ठोस कार्य योजना सार्वजनिक नहीं की गई है। न ही बाईपास मार्ग के निर्माण और न ही ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कोई विशेष तैयारी नज़र आ रही है। स्थानीय लोग आशंका जता रहे हैं कि यदि समय रहते उचित कदम नहीं उठाए गए, तो इस बार की स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि श्रावणी मेला कोई नया आयोजन नहीं है। यह हर साल आता है और अप्रत्याशित भीड़ भी तय होती है, इसके बावजूद समय रहते उचित योजना और व्यवस्था न करना प्रशासन की गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। श्रावणी मेला के दौरान देवघर जाने के लिए वाहन से जाने वाले कांवरियों की भीड़ कटोरिया बाजार से होकर गुजरती है। इस दौरान हर दिन अनुमानित 10,000 से अधिक छोटे-बड़े वाहन इस मार्ग पर दौड़ते हैं। कांवरियों के वाहन, जिसमें बस की संख्या ज्यादा होती है, के अलावा प्रशासनिक वाहन, एंबुलेंस, निजी गाड़ियां और व्यापारिक वाहन शामिल होते हैं। इससे न केवल बाजार क्षेत्र पर दबाव बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय लोगों की दिनचर्या भी प्रभावित होगी। लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्पष्ट कार्य योजना सामने नहीं आई है। न तो बाईपास मार्ग पर काम शुरू हुआ है और न ही ट्रैफिक कंट्रोल के लिए कोई विशेष तैयारी देखने को मिल रही है। स्थानीय लोग चिंता जता रहे हैं कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो इस बार का श्रावणी मेला लोगों के लिए परेशानी और अव्यवस्था का पर्याय बन सकता है। पिछले वर्ष गाड़ियों के दबाव को देखते हुए प्रशासन द्वारा कटोरिया बाजार के सुईया रोड स्थित मुड़ियारी मोड़ के पास से बुढ़वाबांध होकर देवघर रोड में चेयरमैन आवास के समीप तक एक बाईपास सड़क शुरू की गई थी। लेकिन इस मार्ग की जो स्थिति फिलहाल है उससे भारी वाहनों का गुजरना संभव नहीं है। उसपर मेले के दौरान बारिश हो जाने से यह रास्ता कीचड़मय हो जाता है। लेकिन अगर समय रहते इस मार्ग को डामरीकरण एवं चौड़ीकरण किया जाए तो यह मार्ग भारी वाहनों के साथ साथ कांवरिया वाहनों को बाजार से बाहर रखने का एकमात्र विकल्प हो सकता है। क्षेत्र के लोगों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है। उनका कहना है कि प्रशासन को मेला शुरू होने से पहले बाईपास मार्ग का चौड़ीकरण कर डामरीकरण करना चाहिए। साथ ही, बाजार से अतिक्रमण हटाकर सड़क को आवागमन योग्य बनाया जाए। लोगों का आरोप है कि हर साल सिर्फ बैठकें होती हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती। बाजार क्षेत्र में न तो कोई सार्वजनिक पार्किंग स्थल है, न ही कोई स्पष्ट निर्देश। लोग अपनी गाड़ियाँ सड़क किनारे खड़ी कर देते हैं, जिससे दो-तरफ़ा ट्रैफिक असंभव हो जाता है। दुकानदार भी मजबूरी में अपनी दुकानों के आगे गाड़ियाँ लगाते हैं, जिससे पैदल चलने वालों को भी दिक्कत होती है। वहीं सबसे ज्यादा सड़कों पर अव्यवस्थित ढंग से लगने वाली ऑटो और बाइक से जाम की समस्या उत्पन्न हो जाती है। इसके अलावा देवघर रोड में बजरंगबली मंदिर के पास, सुईया रोड में दुर्गा मंदिर के पास और बांका रोड में यूको बैंक के पास सड़क पर ही बसों का भी ठहराव होता है। जो की बाजार में जाम लगने का एक मुख्य कारण है। लेकिन इस ओर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है। वहीं कटोरिया नगर पंचायत के चेयरमैन सपना शिवानी ने कहा कि श्रावणी मेले को लेकर नगर पंचायत पूरी तरह तैयार है। बाजार क्षेत्र में ट्रैफिक प्रबंधन और साफ-सफाई हमारी पहली प्राथमिकता है। श्रावणी मेले के दौरान बाईपास निर्माण को लेकर जिला प्रशासन से चर्चा की जाएगी। मेला अवधि में श्रद्धालुओं और आमजन को किसी तरह की परेशानी न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जाएगा।

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