आदिवासी बहुल क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने का विरोध
चक्रधरपुर में भाजपा नेता शशिभूषण सामड ने आदिवासी युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए सरकार की नीतियों की आलोचना की। उन्होंने कहा कि शराब की दुकानों और बार खोलने का प्रस्ताव आदिवासी क्षेत्रों में युवाओं...

चक्रधरपुर, संवाददाता। भाजपा नेता सह पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आदिवासी युवाओं को नशे से दूर रखकर शिक्षित बनाएं न की नशे की वस्तुओं को उनके करीब ले जाए। गुरुवार को भलियाकुदर स्थित आवास में जानकारी देते हुए कहा कि आगामी 12 मई को प्रस्तावित आदिवासी परामर्शदात्री समिति (टीएसी) की बैठक से पहले राज्य सरकार द्वारा जारी एजेंडों को लेकर कहा कि सरकार द्वारा जारी सूची में आदिवासी बहुल क्षेत्रों में शराब की दुकानों और बार खोलने का लाइसेंस देने का प्रस्ताव शामिल है। इसी को लेकर पूर्व विधायक शशि भूषण सामड ने नाराजगी जताते हुए कहा कि आदिवासी बहुल क्षेत्र में शराब की दुकान और बार खोलने से युवा पीढ़ी की भविष्य बर्बाद हो जाएगी।
शराब दुकान खोलने से बेहतर युवाओं को शिक्षित करने के लिए विद्यालय और लाइब्रेरी खोला जाए। जहां पर आदिवासी बहुल क्षेत्र के युवक- युवतियां पढ़ लिख कर अपना भविष्य सवार सके। इस तरह के प्रस्ताव युवा पीढ़ी को नशे की ओर धकेल सकता हैं। जिसका हम विरोध करते हैं। टीएसी का गठन परंपरागत रूप से राज्यपाल के संरक्षण में किया जाता रहा है, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस परंपरा को दरकिनार कर दिया है। साथ ही उन्होंने सवाल उठाया कि जब यह संस्था आदि की रक्षा के लिए बनी है, तो फिर पेसा कानून सहित अन्य अहम मुद्दों पर अब तक ठोस कार्रवाई क्यों नहीं हई। मौके पर भाजपा नेता अभिजीत भट्टाचार्य मौजूद थे।
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