पाक को शह देने पर भारत का ऐतराज, चीन को याद दिलाया रिश्तों में भरोसे का असली मतलब
पाकिस्तान को चीन की सैन्य मदद पर भारत ने चिंता जताई है। विदेश मंत्रालय ने चीन से कहा है कि आपसी भरोसा और संवेदनशीलता ही भारत-चीन रिश्तों की बुनियाद है।

पाकिस्तान को मिल रही चीनी सैन्य मदद के सवाल पर भारत ने कड़ा रुख अपनाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने साफ कहा कि भारत-चीन संबंध आपसी विश्वास, सम्मान और संवेदनशीलता पर टिके हैं और रिश्तों को बनाए रखने के लिए इन्हीं मूल्यों की जरूरत है।
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान जायसवाल ने बताया कि 10 मई को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच अहम बातचीत हुई थी, जिसमें डोभाल ने पाकिस्तान से होने वाली सीमा-पार आतंकवाद को लेकर भारत का सख्त रुख साफ किया था।
भारत ने चीन को याद दिलाया रिश्तों में भरोसे का मतलब
चीनी पक्ष को भारत की चिंताओं से अवगत कराते हुए डोभाल ने कहा कि भारत की प्राथमिकता युद्ध नहीं है, लेकिन अगर सीमा-पार से आतंकी हमले होते हैं तो जवाबी कार्रवाई जरूरी है। यह बयान 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद आया, जिसमें सीमा पार से आतंकी संबंधों के पक्के सबूत मिले थे।
पाक को शह देता रहा चीन
इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिन तक सैन्य झड़प चली, इस दौरान भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन में भारतीय सुरक्षा बलों को जो सबूत हाथ लगे, उन्होंने पाकिस्तान की घुसपैठ में चीन की भूमिका की ओर साफ इशारा किया। सेना ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान जिन हथियारों को निष्क्रिय किया गया, उनमें चीनी मूल के PL-15 मिसाइल के टुकड़े, तुर्किए से आए यूएवी, लंबी दूरी के रॉकेट, क्वाडकॉप्टर और ड्रोन शामिल थे। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के चीनी तकनीक से लैस एयर डिफेंस सिस्टम को न सिर्फ चकमा दिया, बल्कि उसे जाम भी कर दिया।