39 Years Later No Boundary Wall at Block Office Cattle Roaming and Polluting Area मवेशियों का चारागाह बना रामपुर का प्रखंड मुख्यालय, Bhabua Hindi News - Hindustan
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मवेशियों का चारागाह बना रामपुर का प्रखंड मुख्यालय

रामपुर में प्रखंड कार्यालय स्थापित हुए 39 वर्ष हो गए हैं, लेकिन चहारदीवारी का निर्माण नहीं हुआ है। मवेशी यहां चारा खाने आते हैं, जिससे गंदगी फैल रही है। अधिकारियों और आम जनता को मवेशियों के हमले का भय...

Newswrap हिन्दुस्तान, भभुआSat, 12 April 2025 09:23 PM
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मवेशियों का चारागाह बना रामपुर का प्रखंड मुख्यालय

प्रखंड कार्यालय स्थापित किए जाने के 39 वर्षों बाद भी चहारदीवारी का निर्माण नहीं मलमूत्र त्याग कर फैला रहे हैं गंदगी, दफ्तरों के आसपास लगी झाड़ी की सफाई नहीं (बोले भभुआ) रामपुर, एक संवाददाता। प्रखंड मुख्यालय इन दिनों मवेशियों के लिए चारागाह बन गया है। पशुपालक अपने मवेशियों को लाकर इसमें चराते हैं। प्रखंड मुख्यालय में स्थित विभिन्न विभाग के दफ्तर हैं। इन दफ्तरों के आसपास घास व झाड़ी लगी है, जिसे मवेशी खाते हैं। प्रखंड मुख्यालय में प्रखंड, अंचल, शिक्षा, बाल विकास परियोजना, कृषि, मनरेगा, आपूर्ति, चकबंदी, स्वच्छता मिशन, आवास आदि विभाग के कार्यालय हैं। लेकिन, प्रखंड मुख्यालय की चहारदीवारी का निर्माण नहीं कराया जा सका। इस कारण यहां मवेशी चारा की तलाश में आते हैं। बेलांव के नथुनी प्रसाद, रामपाल राम, सोनवर्षा के दिनेश शुक्ला, खजुरा के अखिलेश सिंह ने बताया कि उक्त विभागों के कार्यरत अधिकारी व कर्मी आते-जाते हैं। आमजन भी अपना काम कराने के लिए यहां आते हैं। उन्हें मवेशियों द्वारा हमला कर दिए जाने का भय बना रहता है। मवेशी मलमूत्र त्यागकर आसपास में गंदगी फैला रहे हैं। परिसर में कई गड्ढे बन गए हैं। बरसात के दिनों में यहां मवेशी ज्यादा दिखते हैं। क्योंकि बारिश के कारण हरी घास उग जाती है। घास खिलाने के लिए पशुपालक अपने मवेशियों को लेकर इधर आते हैं। मवेशियों द्वारा हमला कर दिए जाने के डर से आमजन सहमे रहते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कार्यालय की तरफ मवेशियों को आने से रोका जाना जरूरी है। बताया गया है कि रामपुर में वर्ष 1985 में प्रखंड कार्यालय स्थापित हुआ था। तब भगवानपुर रामपुर का हिस्सा था। वर्ष 1994 में जब भगवानपुर अलग प्रखंड बन गया तब यहां सिर्फ रामपुर प्रखंड का काम होने लगा। ग्रामीणों ने बताया कि इस परिसर में अन्य कई समस्याएं दिख रही हैं। लेकिन, समस्या दूर कराने के प्रति प्रखंड प्रशासन या जनप्रतिनिधि आगे नहीं आ रहे हैं। जबकि प्रखंड मुख्यालय में रोजाना जनप्रतिनिधि आते हैं। पंचायत समिति की बैठक में इस मुद्दे को मजबूती के साथ रखकर चहारदीवारी निर्माण की योजना चयनित करना ठीक रहेगी। शौचालय व जलनकिासी का प्रबंध किया जाना जरूरी प्रखंड मुख्यालय में सार्वजनिक शौचालय की सुविधा नहीं है। जलनिकासी का भी प्रबंध नहीं किया गया है। प्रखंड कार्यालय में अपने काम से आनेवाले लोगों को जब शौचालय की जरूरत महसूस होती है तब उन्हें दूसरी जगह जाना पड़ता है। खासकर महिलाओं को परेशानी झेलनी पड़ती है। जलनिकासी के लिए नाली का निर्माण नहीं किया गया है। इस कारण जब भी बारिश होती है, जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है। जलजमाव की तरफ से वाहन आने से उसके टायर के दबाव से गड्ढे बन जाते हैं। तब पैदल आने-जाने वाले लोगों को दिक्कत होती है। उन्हें पता ही नहीं चल पाता है कि जमा पानी के बीच कहां कितना गहरा है। ऐसे में लोग गिरकर चोटिल भी हो जाते हैं। फोटो- 12 अप्रैल भभुआ- 1 कैप्शन- रामपुर के प्रखंड कार्यालय परिसर में शनिवार को चारा खाने के लिए आया गायों का झुंड।

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