कैमूर में डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित
पेज तीन की लीड खबर पेज तीन की लीड खबर कैमूर में डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित जिले में 114विशेषज्ञ

पेज तीन की लीड खबर कैमूर में डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित जिले में 114विशेषज्ञ डाक्टर की जगह मात्र 15हैं कार्यरत, सामान्य चिकित्सक की 112सीटों में से 33पड़ी हैं रिक्त कैमूर में एएनएम की 188व जीएनएम की 118सीटों पर पदस्थापन नही अस्पतालों में ड्रेसर,कपाउंडर ,लैंब टेक्निशियन सहित कई पदो की सीट हैं रिक्त ग्राफिक्स 99विशेषज्ञ डाक्टरो का जिले में पद रिक्त 79सामान्य डाक्टर जिले में हैं पदस्थापित भभुआ,हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। जिले के सरकारी अस्पतालो में डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है। जिले के सरकारी अस्पतालो में डाक्टर ,जीएनएम, एएनएम, ड्रेसर, कंपाउडर,लैंब टेक्निशियन के पद रिक्त पडे़ है। जिले के पीएचसी व सीएचसी में तो ड्रेसर ,कंपाउडर व एक्सरे टेक्निशियन तक कार्यरत नही है। स्वास्थ्य विभाग के आकड़ो के मुताबिक जिले के सरकारी अस्पतालो में 114विशेषज्ञ डाक्टरो में मात्र 15पदस्थापित है,जबकि 99डाक्टरो का पद रिक्त है। वही 112सामान्य डाक्टरो में 79कार्यरत जबकि 33पद रिक्त है। जिले में नौ नेत्र सहायक में पांच कार्यरत जबकि चार पद रिक्त है। वही जिले के अस्पतालो में जीएनएम के कुल 236स्वीकृत पद है,जिसमें मात्र 118अस्पतालो में कार्यरत है,जबकि 118पद रिक्त है। जबकि जिले के सरकारी अस्पतालो में एएनएम का 474स्वीकृत पद है,जिसमें मात्र 286एएनएम अस्पतालो में कार्यरत है,जबकि 188पद रिक्त पडे़ है। जिले के अस्पतालो में डाक्टर,जीएनएम व एएनएम की कमी के कारण प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियो को तीन शिफ्टो में ड्यूटी लेने में काफी परेशानी हो रही है। वही कुछ डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी आपातकालिन स्थिति में छुट्ी भी ले लेते है। जिले के भभुआ सदर अस्पताल,मोहनियां अनुमण्डल अस्पताल, रामगढ़ रेफरल अस्पताल, अधौरा, चैनपुर,चांद,रामपुर,भगवानपुर,कुदरा, दुर्गावती व नुआंव अस्पताल में कार्यालय सहायक सह लिपिक का स्वीकृत पद 95पद है,जिसमें 48लिपिक कार्यरत है। जिसके कारण दर्जनो विभागो का अतिरिक्त प्रभार 48लिपिको को दिया गया है। एैसी स्थिति में फाइलो के बोझ से लिपिक दबे हुए है और प्रत्येक विभाग की फाइल सम्बधित मेडिकल अफसरो के पास अलग अलग ले जाकर हस्ताक्षर कराना पड़ता है। जिससे कई परेशानियो का सामना करना पड़ता है। जिले के कई सरकारी अस्पतालो में लैब टेक्निशियन नहीं भभुआ। जिले के कई सरकारी अस्पतालो में लैंब टेक्निशियन नही रहने से पैथोलॉजी जांच प्रभावित हो रहा है। जिसमें सदर अस्पताल में पांच में दो, मोहनियां में पांच में एक, भगवानपुर में एक, रामपुर में एक व कुदरा,भभुआ पीएचसी, रामगढ़,अधौरा, नुआंव,दुर्गावती,चांद अस्पताल में लैब टेक्निशियन नही है। जबकि जिले के सभी अस्पतालो में फार्मासिस्ट के 50स्वीकृत पद है,जिसमें मात्र 11कार्यरत है। जिसमें सदर अस्पताल में पांच में दो, मोहनियां में पांच में एक,कुदरा में दो, रामगढ़ में एक,भगवानपुर में एक व चैनपुर,अधौरा, रामपुर में एक भी फार्मासिस्ट नही है। हि.प्र. जिले के सरकारी अस्पतालो में ड्रेसर व कम्पाउंडर नही भभुआ। जिले के सभी सरकारी अस्पतालो में ड्रेसर व कपाउंडर के 64-64पद स्वीकृत है। लेकिन जिले के एक भी अस्पताल में ड्रेसर व कंपाउंडर कार्यरत नही है। जिले के विभिन्न प्रखण्डो में स्थापित सरकारी अस्पताल में ड्रेसर व कंपाउंडर कार्यरत नही रहने से मरीजो के ड्रेसिंग का कार्य प्रभावित हो रहा है। ड्रेसर व कंपाउंडर के नही रहने से सामान्य स्वास्थ्य कर्मी, प्रशिक्षित एएनएम स्कूल की छात्राएं व जीएनएम द्वारा मरीजो का स्वास्थ्य कार्य किया जाता है। जबकि घायल मरीजो के घाव का डे्रसिंग करने के लिए ड्रेसर का रहना आवश्यक है। हि.प्र. कोट जिले के सरकारी अस्पतालो में डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मियो की कमी हैं,जिसके लिए राज्य स्तर पर विभाग को लिखा गया है। हालांकि जितने भी डाक्टर व स्वास्थ्य कर्मी उपलब्ध है,उससे मरीजो की स्वास्थ्य सेवा बेहतर किया जा रहा है। डा.चंदेश्वरी रजक ,सीएस,कैमूर फोटो परिचय 30-भभुआ-03-सदर अस्पताल के इमरजेंसी में रविवार को मरीज का इलाज करते डाक्टर
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।