लोस में वक्फ संशोधित विधेयक पेश करने के दौरान सुरक्षा कड़ी
कैमूर के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस अफसर व जवान लगातार कर रहे पेट्रोलिंग एसपी के निर्देश पर भभुआ व मोहनियां के एसडीपीओ ले रहे सुरक्षा व्यवस्था का जायजा

कैमूर के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस अफसर व जवान लगातार कर रहे पेट्रोलिंग एसपी के निर्देश पर भभुआ व मोहनियां के एसडीपीओ ले रहे सुरक्षा व्यवस्था का जायजा (पटना का टास्क) भभुआ, हिन्दुस्तान प्रतिनिधि। संसद में वक्फ संशोधन बिल पेश करने के दौरान कैमूर पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड में दिखा। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस ने कई इलाकों में गश्त तेज कर दी। भभुआ शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस लगातार गश्त कर रही है। हालांकि केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू द्वारा बुधवार को लोकसभा में पेश किए गए वक्फ संशोधन विधेयक का वक्फ बोर्ड से जुड़े लोगों ने कड़ा विरोध दर्ज किया है। हालांकि इसको लेकर कहीं धरना-प्रदर्शन या कार्यक्रम नहीं हुए हैं। पुलिस अधीक्षक हरिमोहन शुक्ला ने बताया कि बुधवार को जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए सर्तकता बढ़ायी गयी है। कैमूर जिले के सभी थाना क्षेत्रों में पुलिस अफसर व जवान लगातार गश्त लगा रहे हैं। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर जिले के भभुआ व मोहनियां एसडीपीओ शान्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। जिले के भभुआ व मोहनियां शहर के चौक-चौराहों पर विधि- व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस अफसर व जवानों को तैनात किया गया है। कैमूर जिले के विभिन्न प्रखंडों में विधि-व्यवस्था को लेकर पुलिस अफसर व जवानों को चौकसी बरतने का निर्देश एसपी के स्तर पर जारी किया गया है। कैमूर में वक्फ बोर्ड की हैं साढ़े सोलह एकड़ है भूमि 1. केन्द्र सरकार छेड़छाड़ करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश कर रही है, जो सरासर गलत है। हमलोग इसका विरोध करते हैं। कैमूर के विभिन्न प्रखंडों में सुन्नी मुस्लिम आबादी है। जिले के चैनपुर में 10 एकड़ और मोहनियां में साढ़े छह एकड़ जमीन वक्फ बोर्ड की है। कैमूर जिले के मोहनियां की जमीन में सात करोड़ की लागत से मल्टीपरपस हॉल बन रहा है, जिसे शादी-विवाह व सामाजिक कार्य के लिए उपयोग किया जाएगा। नौसेर अली मुन्ना, जिलाध्यक्ष, वक्फ बोर्ड, कैमूर 2. केन्द्र सरकार संविधान के दायरे से बाहर जाकर वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश कर रही हैं, जो सरासर गलत है। सामाजिक हित में नहीं है। वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश नहीं किया जाना चाहिए। इससे समाज में सरकार के प्रति गलत संदेश जाएगा। इसका हमलोग पुरजोर विरोध करेंगे। यह वक्फ संशोधन विधेयक संसद में पास नही होना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि प्रस्तावित विधेयक का उद्देश्य मुसलमानों की धार्मिक स्वतंत्रता पर अंकुश लगाना है। असलम अंसारी,नायब सेके्रटरी,वक्फ बोर्ड कैमूर 3. केन्द्र सरकार संविधान के विरोध में वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश कर रही है, जिसका हमलोग कड़ा विरोध करते हैं। इसमें गठित की जा रही कमेटी गलत है। सामाजिक कार्य के लिए वक्फ बोर्ड का गठन किया गया है। संविधान के दायरे में ही वक्फ बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए, जो समाजहित में हो। उन्होंने दावा किया कि नए संशोधन के पारित हो जाने के बाद कलेक्टर राज अस्तित्व में आ जाएगा और वक्फ ट्रिब्यूनल का फैसला आखिरी नहीं होगा कि कौन संपत्ति वक्फ है और कौन नहीं। रमजान अंसारी, सरपरस्त, तंजिम-ए-इतेहाद ए मिल्लत, कैमूर 4. केन्द्र सरकार संविधान के साथ छेड़छाड़ करते हुए वक्फ संशोधन विधेयक लोकसभा में पेश कर रही हैं। पेश किए जा रहे वक्फ संशोधन विधेयक का हमारा समाज पुरजोर विरोध करता है। वर्तमान सरकार सरासर गलत कर रही है। सरकार द्वारा गठिता की जा रही कमेटी वक्फ बोर्ड की निगरानी में होनी चाहिए। सरकार अपनी मनमानी कर रही है। ओनरशिप के संबंध कलेक्टर का फैसला आखिरी होगा, जिसे सभी को मानना उनकी मजबूरी होगी। एकराम अली, सचिव, ईदगाह मस्जिद फोटो- 02 मार्च भभुआ- 7 कैप्शन- लोकसभा में वक्फ संशोधित विधेयक पेश करने के दौरान बुधवार को चौक पर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी।
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