शेयर में निवेश और कम समय में ज्यादा मुनाफे का लालच, पटना में बंगाल की कंपनी ने कैसे करोड़ों का लगाया चूना
- पीड़ितों ने कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने और रुपए वापस दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मेहंदीगंज थाना में दर्ज शिकायत में कंपनी का संचालक पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के आरमबाग थाना क्षेत्र का रहने वाला सैयय जीयाजुर रहमान को आरोपित बनाया गया है

पश्चिम बंगाल की एलएफएस ब्रोकिंग कंपनी शेयर में निवेश के नाम पर 150 से अधिक लोगों के करोड़ों रुपये की ठगी कर फरार हो गई। बिहार की राजधानी पटना में पटना सिटी के गुरु गोविंद सिंह लिंक पथ में दफ्तर खोल धोखेबाजों ने राजधानी के विभिन्न भागों के लोगों को अपने जाल में फंसाया और करीब दस करोड़ की उगाही कर फरार हो गए। कंपनी कार्यालय बंद होने और संचालक के फरार होने की भनक लगते ही मंगलवार को पीड़ितों ने प्रदर्शन कर निवेश किया गया रुपये वापस दिलाने की मांग की। इस बाबत पीड़ितों ने मेहंदीगंज में शिकायत भी दर्ज करायी गयी है। पैसा डूबने की भनक लगते ही निवेश किए लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। कंपनी में निवेश करने वालों में कई महिलाएं भी हैं, जिन्होंने कम समय में ज्यादा मुनाफा पाने के चक्कर में लाखों रुपए लगाया है।
पीड़ित प्रमोद त्रिपाठी, विभा देवी, कौशल पांडेय, निशु देवी, स्वाति कुमारी,पूनम देवी, सोनी कुमारी, अनिल कुमार,जुली कुमारी, रजनी देवी स्नेहा कुमारी समेत कई लोगों ने बताया कि एलएफएस ब्रोकिंग कंपनी के लोगों ने एकमुश्त जमा रकम पर दो प्रतिशत मासिक ब्याज देने की बता कही थी और रकम जमा करने के बाद उन लोगों के खाते में रुपये भी आने लगा था। इधर अचानक से एलएफएस ब्रोकिंग कंपनी का ऑफिस बंद हो गया और इसमें काम करने वाले लोग कुछ बताने से इनकार करने लगे।
वहीं, कर्मचारी कंपनी रजिस्टर्ड होने की बात कह कर निवेशकों का भरोसा जीतते रहे। पीड़ितों ने कंपनी के मालिक को गिरफ्तार करने और रुपए वापस दिलाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। मेहंदीगंज थाना में दर्ज शिकायत में कंपनी का संचालक पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के आरमबाग थाना क्षेत्र का रहने वाला सैयय जीयाजुर रहमान को आरोपित बनाया गया है। कंपनी पर कार्रवाई की मांग को लेकर आर्थिक अपराध इकाई में भी आवेदन सौंपा गया है। मेहंदीगंज पुलिस ने बताया कि पीड़ितों की शिकायत दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।