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4 साल से सबूत जुटा रही थी ईडी, पूरी तैयारी के बाद विनय शंकर तिवारी को किया गिरफ्तार

  • 750 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में विनय शंकर तिवारी समेत अन्य के खिलाफ दर्ज केस में ईडी ने सोमवार को छापा डाला। उसके पहले ईडी ने उनकी सम्पत्ति जब्त कराई थी। साढ़े 6 घंटे तक गोरखपुर स्थित घर खंगलाने के बाद ईडी यहां से कुछ दस्तावेज लेकर निकली।

Ajay Singh वरिष्‍ठ संवाददाता, गोरखपुरWed, 9 April 2025 08:19 AM
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4 साल से सबूत जुटा रही थी ईडी, पूरी तैयारी के बाद विनय शंकर तिवारी को किया गिरफ्तार

पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और चिल्लूपार विधानसभा के पूर्व विधायक, सपा नेता विनय शंकर तिवारी पर शिकंजा कसने के लिए ईडी चार साल से सबूत जुटा रही थी। एजेंसी अलग-अलग इलाकों में रेकी कर सम्पत्ति सहित अन्य जानकारी इकट्ठा कर रही थी और जब ठोस सबूत तैयार हो गए तब सोमवार को विनय शंकर को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि इस गिरफ्तारी के पीछे अजीत पाण्डेय से पूछताछ की भी अहम भूमिका बताई जा रही। महराजगंज में अपने गांव आए अजीत के घर अचानक ईडी धमकी थी। अजीत की तलाश में ईडी की टीम यहां पहली बार गई थी। करीब 13 घंटे तक पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने अजीत को भी गिरफ्तार कर लिया है।

750 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी के मामले में विनय शंकर तिवारी समेत अन्य के खिलाफ दर्ज केस में ईडी ने सोमवार को छापा डाला। उसके पहले ईडी ने उनकी सम्पत्ति जब्त कराई थी। साढ़े छह घंटे तक गोरखपुर स्थित घर खंगलाने के बाद ईडी यहां से कुछ दस्तावेज लेकर निकली। हालांकि पूर्व विधायक के बड़े भाई पूर्व सांसद कुशल तिवारी ने छापेमारी को राजनीतिक साजिश बताया।

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अजीत से पूछताछ के बाद विनय शंकर की गिरफ्तारी

सोमवार को तिवारी हात में कार्रवाई के साथ ही महराजगंज में जिला पंचायत सदस्य के घर भी छापेमारी चल रही थी। ईडी शाम को अजीत पाण्डेय को अपने साथ लेकर गई। अजीत विनय शंकर के साथ इस केस में आरोपित है। बताया जा रहा है कि अजीत से पूछताछ के बाद ही विनय की गिरफ्तारी तक ईडी पहुंची।

अजीत का मोबाइल ट्रेस करते हुए जिपं सदस्य के घर पहुंची थी ईडी!

बैंक का 754 करोड रुपये हड़पने की जांच कर रही प्रवर्तन निदेशालय की टीम सोमवार की सुबह नौतनवा तहसील क्षेत्र के गांव पकरडीहा में जिला पंचायत सदस्य दीपक पांडेय उर्फ दीपू के घर पहुंची, तब सुबह के 5 बज रहे थे। सभी सदस्य अपने कमरों में सो रहे थे। घर में दाखिल हुए अधिकारियों ने सबसे पहले गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशक अजीत पांडेय को ही अपने घेरे में लिया और पूछताछ में जुट गई। ईडी की टीम करीब 13 घंटे घर के सदस्यों से पूछताछ के साथ ही पूरे घर को खंगालने में जुटी रही।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम गंगोत्री इंटरप्राइजेज के निदेशक अजीत पांडेय की तलाश में जिला पंचायत सदस्य के घर पहुंची थी। बताया जा रहा है कि भाई की शादी की तैयारी के क्रम में दो दिन पहले ही अजीत यहां आया था। अजीत पांडेय का मोबाइल ट्रेस करते हुए टीम उसके गांव में पहुंची थी।

सपाई बोले-विपक्षियों को दबाने के लिए ईडी का किया दुरुपयोग

सपा के राष्ट्रीय सचिव और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को पार्टी के जिला व महानगर कार्यकारिणी के पदाधिकारी तिवारी हाता पहुंचे और उनके भाई पूर्व सांसद भीष्म शंकर से मिलकर पार्टी के समर्थन का भरोसा दिलाया।

मंगलवार को दोपहर में सपा जिला अध्यक्ष ब्रजेश कुमार गौतम व महानगर अध्यक्ष शब्बीर कुरैशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल तिवारी हाता पहुंचा। यहां प्रतिनिधिमंडल ने विनय के बड़े भाई व पूर्व सांसद भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी से मुलाकात की। उनसे पार्टी के समर्थन का ऐलान किया। इस दौरान कुशीनगर, महराजगंज, देवरिया और बस्ती से समर्थक हाता पहुंचे। सभी ने पूर्व सांसद से मुलाकात कर अपनी समर्थन जताया।

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पार्टी के जिलाध्यक्ष और महानगर अध्यक्ष ने कहा कि डबल इंजन की भाजपा सरकार की हताशा साफ नजर आ रही है। सरकार केन्द्रीय एजेंसियों ईडी व सीबीआई का दुरूपयोग विपक्षियों को दबाने के लिए कर रही है। राष्ट्रीय सचिव विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी इसका सबूत हैं। इस हताशा का जनता जवाब देगी।

रात में समर्थकों ने होर्डिंग लगवाई, पुलिस ने उतरवाई

पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की गिरफ्तारी के बाद तिवारी हाता के समर्थन में सोमवार की देर रात में महानगर के कुछ चौराहों पर होर्डिंग लगाई गई। होर्डिंग में पूर्व विधायक की गिरफ्तारी पर सवाल उठाया गया। खास बात यह कि एक पोस्टर कलेक्ट्रेट पुलिस चौकी के ठीक सामने लगा। मंगलवार की सुबह जानकारी होने पर प्रशासन व पुलिस सक्रिय हुआ। इसके बाद होर्डिंग उतरवाई गई।