इंस्ट्राग्राम देख लापता हो रहीं लड़कियां, फ्रेंड के फोन से बन रहे घर से भगाने वाले रिलेशन
मोबाइल फोन ना होने के बावजूद नाबालिग लड़कियां दोस्तों के फोन से सोशल मीडिया के जरिए रिलेशनशिप में पड़ रही हैं और घर से भाग रही हैं।

नए दौर और तकनीक से अनजान अभिभावक बच्चों की निगरानी में चूक रहे हैं, जिससे कम उम्र में बच्चों के कदम बहक रहे हैं। बेटी के अचानक घर छोड़ने से परेशान मां-बाप पुलिस के पास जा रहे हैं और फिर लोकेशन के लिए जब पुलिस मोबाइल नंबर मांगती है, तो पता चलता है कि उनके पास मोबाइल है ही नहीं। लेकिन ये आधा सच है। सच पुलिस जांच में सामने आ रहा है। इंस्टाग्राम या दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर उनकी आईडी मिलती है जो दोस्तों के मोबाइल से हैंडल हो रहे हैं। वीडियो कॉल और चैटिंग भी हो रही है।
पुलिस रिकॉर्ड में इस तरह के मामले तेजी से बढ़े हैं। चिंताजनक बात यह है कि किसी के बहकावे में घर छोड़ने वाली लड़कियों में 10 से 11 वर्ष की बच्चियां तक शामिल हैं। जांच में सबसे बड़ा रोल सोशल मीडिया का मिलता है। सोशल मीडिया पर पहले लड़कों से दोस्ती और फिर घूमने के नाम पर मिलना। एक-दो मुलाकात के बाद बच्चियां घर छोड़ दे रही हैं। परेशान मां-बाप पहले खुद के स्तर पर रिश्तेदार और दोस्तों के घर तलाशते हैं और जब कही पता नहीं चलता है तो फिर थाने की शरण ले रहे हैं।
लगातार ऐसे केस आने से पुलिस को माजरा समझने में अब देर नहीं लगती है। सोशल मीडिया पर प्रोफाइल खंगालते ही गुत्थी सुलझने लगती है। दोस्त के मोबाइल नंबर के जरिए पुलिस बेटियों की लोकेशन का पता कर उन्हें वापस लाती है। लेकिन मामले ज्यादा होने और जांच में समय लगने से परेशान घरवाले अफसरों के पास कार्रवाई न होने की फरियाद लेकर पहुंच रहे हैं। अफसर जब सच्चाई बताते हैं तो ज्यादातार अभिभावकों को पता नहीं होता है कि इंस्ट्राग्राम या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म क्या बला है। ज्यादातर मामलों में चूंकि दूसरे का मोबाइल इस्तेमाल होता है, इसलिए लोकेशन पता करना भी आसान नहीं होता।
दो बार खोजकर लाए और फिर चली गईं किशोरियां
कुछ मामलों में घरवाले मोबाइल का सिम निकालकर यह मान ले रहे हैं कि अब बेटी किसी से बात नहीं कर पा रही है, जबकि यहां भी वे धोखा खा जाते हैं। वाईफाई की मदद से बच्चियां इंस्टाग्राम से जुड़कर अपने दोस्त के संपर्क में आ जा रही हैं। तीन बालिकाओं को पुलिस ने दो बार खोजकर उनके घर पहुंचाया, लेकिन वे फिर लापता हो गईं।
हाल के दिनों में सामने आए मामले
गीडा थाने में एक हफ्ते पहले किशोरी के लापता होने का केस दर्ज किया गया। जांच में पता चला कि इंस्टाग्राम के जरिए वह बस्ती के एक युवक से संपर्क में थी। युवक की उम्र 32 वर्ष के करीब है, जबकि बच्ची महज 12 वर्ष की है। अब वह घर से लापता है और पुलिस तलाश कर रही है।
खोराबार थाने में 17 अप्रैल को एक किशोरी के लापता होने का केस हुआ। 13 वर्षीय किशोरी को गांव में ही रिश्तेदारी में आने वाला युवक बहलाकर भगा ले गया है। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। अब पुलिस खोज रही है।